राजस्थान में 36,907 एकड़ क्षेत्र में विशेष आर्थिक क्षेत्र विकसित होगा। इनमें चार सेज भारत सरकार द्वारा अधिसुचित विशेष आर्थिक क्षेत्र क़ी सूची में है जबकि दो सेज के प्रस्ताव राजस्थान सरकार ने भेजे हैं।
भारत सरकार इनमें से नौ विशेष आर्थिक क्षेत्र की सैध्दान्तिक मंजूरी जारी कर चुका है।अधिकारिक सूत्रों के अनुसार जयपुर में 386 एकड़ भूमि पर महिन्द्रा वर्ल्ड सिटी ने आधारभूत सुविधाओं एवं विभिन्न कम्पनियों द्वारा काम शुरू किया जा चुका है। उन्होनें बताया कि अलवर के खुशखेडा में पचास एकड़ भूमि में प्रस्तावित विशेष आर्थिक क्षेत्र सोमानी वर्सटर्ड लिमिटेड आईटी तथा जोधपुर में मानसरोवर इण्डस्टियल डवलपमेंट कारपोरेशन तीन सौ सताइस एकड़ क्षेत्र में हैंडीकाफ्रटस में विशेष आर्थिक क्षेत्र स्थापित कर रहा है।
उन्होंने बताया कि जयपुर में ही महेन्द्रा वर्ल्ड सिटी के अलावा वाटिका जयपुर एसइजेड डवलपर्स लिमिटेड पचास एकड क्षेत्र में आई टी क्षेत्र में सेज स्थापित कर रहा है। सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार ने जयपुर में 26 एकड़ क्षेत्र में जेनपेक्ट इन्फ्रास्टेक्चर प्रा लिमिटेड तथा बीकानेर में 255 एकड़ क्षेत्र में आर एन बी इफं्रास्टेचर के विशेष आर्थिक क्षेत्र के प्रस्ताव भारत सरकार को भेजे हैं।
दोनों स्थानों पर सेज के कार्य भारत सरकार द्वारा सेज की अधिसूचना जारी होने के बाद शुरू किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जयपुर जिले के ही शाहपुरा में राकमैन प्रोजेक्टस लिमिटेड 2,500 एकड़ में, अलवर में ओमेक्स लिमिटेड 12,500ाएकड़ क्षेत्र में, अलवर में ही अदानी इंटारप्राईजेज लिमिटेड 2,500 एकड़ क्षेत्र में सेज की सैध्दान्तिक मंजूरी जारी कर चुका है।
उन्होंने बताया कि जयपुर में पार्श्वनाथ एसईजेड जेम्स एंड ज्वैलरी में 104 एकड़ क्षेत्र में जबकि अलवर में सनसिटी राजस्थान एसईजेड डवलपर्स 7,500 एकड़ क्षेत्र में एसआरएम इफंास्टेचर प्राईवेट लिमिटेड 2,500एकड़ में सोसाइटी फार इनोवेटिव एज्यूकेशन एवं डपलपमेंट सेंटर 800 एकड़ में तथा 5,000 एकड़ में डीएलएफ को भारत सरकार सेज स्थापित करने के लिए सैध्दान्तिक मंजूरी दे चुका है।