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तवांग सेक्टर में भारतीय एवं चीनी बलों के बीच हुई झड़प पर राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा

Last Updated- December 13, 2022 | 3:35 PM IST

तवांग सेक्टर में भारतीय एवं चीनी बलों के बीच हुई झड़प पर राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा
PTI / नयी दिल्ली  December 13, 2022

13 दिसंबर (भाषा) अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारतीय एवं चीनी बलों के बीच हुई झड़प पर चर्चा की मांग को लेकर मंगलवार को राज्यसभा में कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने हंगामा किया। इस वजह से सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही उपसभापति हरिवंश ने 13 दिसंबर, 2001 को संसद पर हुए हमले की आज बरसी होने का उल्लेख किया और इसमें सर्वोच्च बलिदान देने वाले सुरक्षाकर्मियों के बलिदान को याद किया। सदस्यों ने कुछ मिनट का मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

इसके बाद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने तवांग में हुई झड़प के मुद्दे को नियम 267 के तहत उठाना चाहा। उन्होंने कामकाज स्थगित कर इस मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में सीमा पर चीनी अतिक्रमण का मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि चीन जनवरी, 2020 में दिए गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस बयान की आड़ ले रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि “किसी ने भी भारतीय क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया है या हमारी किसी भी जमीन पर कब्जा नहीं किया है”।

खरगे ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस दिया है और वह चाहते हैं कि आज के कामकाज को स्थगित कर इस मुद्दे पर चर्चा की जाए।

नोटिस का मजमून पढ़ते हुए विपक्ष के नेता ने कहा, ‘‘जून, 2020 तक यथास्थिति सुनिश्चित करने की मांग के बावजूद, चीन ने भारतीय क्षेत्र में अपना अतिक्रमण जारी रखा है। चीन जानबूझकर हमारे प्रधानमंत्री के बयान की आड़ ले रहा है, जिसमें कहा गया था, ‘किसी ने भी हमारे क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया है या हमारे किसी भी क्षेत्र पर कब्जा नहीं किया है’।’’

हालांकि उपसभापति ने कहा कि उनका नोटिस सभापति के पास विचाराधीन है।

इसी बीच, सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस मुद्दे पर दो बजे सदन में बयान देंगे।

हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि मामले की गंभीरता व सदन की भावना का सम्मान करते हुए वह 12.30 बजे भी बयान दे सकते हैं।

इस बीच, खरगे ने कहा कि चीन अवैध तरीके से अपनी आक्रामकता दिखा रहा है और भारत सरकार महज मूकदर्शक बनी हुई है।

हरिवंश ने कहा कि सदस्यों को पहले रक्षा मंत्री का बयान सुनना चाहिए और तब तक संयम बरतना चाहिए।

विपक्षी सदस्यों ने इस मुद्दे पर तत्काल चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामा शुरु कर दिया। कई सदस्य सभापति के आसन के करीब आ गए और नारेबाजी करने लगे।

हंगामे के बीच ही भारतीय जनता पार्टी के सदस्य राधामोहन दास अग्रवाल ने शून्य काल के तहत अपने मुद्दे उठाए।

इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य पी चिदंबरम ने उपसभापति से पूछा कि क्या राजनाथ सिंह के बयान के बाद वह इस मुद्दे पर चर्चा कराएंगे।

इसके जवाब में हरिवंश ने कहा कि चूंकि यह मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा है, लिहाजा सदन की परंपराओं का ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने सदस्यों से मुद्दे की संवेदनशीलता को समझने का भी अनुरोध किया।

हंगामा जारी रहते देख उपसभापति ने 11 बजकर 25 मिनट पर सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

भारतीय सेना ने सोमवार को बताया था कि भारतीय और चीनी सैनिकों की तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निकट एक स्थान पर नौ दिसंबर को झड़प हुई, जिसमें ‘‘दोनों पक्षों के कुछ जवान मामूली रूप से घायल हो गए।’’

पूर्वी लद्दाख में दोनों पक्षों के बीच 30 महीने से अधिक समय से जारी सीमा गतिरोध के बीच पिछले शुक्रवार को संवेदनशील सेक्टर में एलएसी पर यांग्त्से के पास झड़प हुई।

कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला और सैयद नासिर हुसैन सहित कई सदस्यों ने चीन के साथ लगती सीमा पर हालात को लेकर संसद में चर्चा की मांग करते हुए कार्यस्थगन प्रस्ताव के नोटिस दिए थे।

भाषा ब्रजेन्द्र

ब्रजेन्द्र माधव

माधव

First Published - December 13, 2022 | 10:05 AM IST

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