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एनएच-24 बना एनसीआर में रियल्टी का नया केंद्र

Last Updated- December 07, 2022 | 4:07 PM IST

अगर आप एनसीआर में जमीन खरीदने की इच्छा रखते है तो  गाजियाबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग 24(एनएच 24) पर मकान लेना आपके लिए अच्छा विकल्प हो सकता है।


दिल्ली में घर की आसमान छूती कीमतें और जमीन की होती कमी एनएच 24 को रियल्टी सेक्टर का नया केन्द्र बना रही है। वर्तमान में यहां कम से कम 15 से ज्यादा रियल एस्टेट कंपनियों द्वारा रिहायशी योजनाओं का निर्माण किया जा रहा है। इनमें अंसल एपीआई, क्रासिंग रिपब्लिक और लैंडक्राफ्ट शामिल है।

दिल्ली से सीधे कनेक्टीविटी ,पर्याप्त बुनियादी सुविधा होने और राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन केन्द्र के समीप होने के कारण रियल्टी सेक्टर में आने वाले बूम के मद्देनजर उपभोक्ता इस क्षेत्र में मकान खरीदने में दिलचस्पी भी ले रहे हैं। इसी कारण एनएच 24 के वंसुधरा, कौशांबी, वैशाली और इंदिरापुरम में नई रिहायशी योजनाओं की संख्या दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है।

मकान की बढ़ती मांग के चलते यहां की डेवलपर्स कंपनियां चांदी काट रही है। असंल एपीआई के प्रवक्ता ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि यहां मकान की बढ़ती मांग के कारण डेवलपर्स कंपनियों के बीच तगड़ी प्रतिस्पर्धा है। लेकिन हमारा लक्षित समूह उच्च वर्ग है। उसी को ध्यान में रखकर हम अपने रिहायशी योजनाओं को आधुनिक सुविधाओं से युक्त बना रहें है।

रियल एस्टेट कंपनी लैंडक्राफ्ट के निदेशक मनु गर्ग ने बताया कि पूरी दिल्ली में जमीन खत्म होने के बाद एनएच 24 ही एक ऐसा क्षेत्र बचा है जहां मकान बनाने के लिए जमीन उपलब्ध है। इसलिए डेवलपर्स कंपनियों यहां ज्यादा से ज्यादा रिहायशी परियोजनाओं को शुरु करने में दिलचस्पी ले रही है।

क्रासिंग रिपब्लिक परियोजना की साझेदार कंपनी के पैरामांउट के विपणन प्रमुख कुलभूषण गौड़ का कहना है कि यहां पर मकान उपलब्ध कराने वाली सभी रियल एस्टेट कंपनियों के दाम लगभग एक से है। गौड़ ने बताया कि राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन स्थल नजदीक होने से बुनियादी तौर पर इस क्षेत्र को विकसित किये जाने के कारण सभी डेवलपर्स कंपनियों की बुंकिग में सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।

First Published - August 11, 2008 | 9:42 PM IST

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