अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत मिलने के साथ ही उत्तर प्रदेश में कई सरकारी संस्थाएं बॉन्ड इश्यू लाने की तैयारी में जुट गई हैं। लखनऊ नगर निगम का बॉन्ड लाने की तैयारी पूरी हो गई हैं। यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी को भी इस योजना पर आगे बढऩे के लिए कह दिया गया है। यह अथारिटी प्रदेश का पहला औद्योगिक प्राधिकरण होगा जो अपना बॉन्ड इश्यू लेकर आएगा। लखनऊ नगर निगम का 200 करोड़ रुपये का बॉन्ड इसी साल के अंत तक आ जाने की उम्मीद है। यह प्रदेश का पहला म्युनिसिपल बॉन्ड होगा।
यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी की जरूरत और इसकी साख के आकलन के साथ ही रेटिंग के लिए ब्रिकवर्क रेटिंग्स का चयन किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि अभी बॉन्ड इश्यू का आकार तय नहीं किया गया है पर इसके जरिये 200 करोड़ रुपये जुटाने की संभावना है। उनके मुताबिक यमुना एक्सप्रेसवे के तहत आने वाले क्षेत्र में जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की परियोजना आने व उसके निर्माण का काम स्विटजरलैंड की कंपनी ज्यूरिख इंटरनैशनल को मिलने के बाद अथॉरिटी को अच्छी रेटिंग मिल सकती है। अथॉरिटी के लिए 2 लाख एकड़ जमीन की अधिसूचना जारी की गई थी जिसमें से इसने 16,000 एकड़ का अधिग्रहण अपनी विभिन्न परियोजनाओं के लिए किया है।
जल्द ही लखनऊ नगर निगम के बॉन्ड के लिए वित्तीय संस्थाओं के साथ छह समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे। निगम की औरंगाबाद खालसा आवासीय परियोजना के वित्त पोषण के लिए इस बॉन्ड को लाया जा रहा है। दो सौ करोड़ रुपये के म्युनिसिपल बॉन्ड जारी होने की अंतिम तैयारी शुरू हो गई है।
