कोविड-19 से प्रभावित महाराष्ट्र विधानसभा के मॉनसून सत्र के शुरुआत की प्रस्तावित तारीख एक बार फिर टल सकती है। कोरोना संकट के बीच सत्र संपन्न कराना बड़ी चुनौती बन गया है। इस मुद्दे पर महाराष्ट्र विधानमंडल के दोनों सदनों की कार्यमंत्रणा समिति अगले सप्ताह बैठक कर राज्य में कोविड-19 की स्थिति और मॉनसून सत्र की शुरुआत को लेकर चर्चा कर सकती है।
महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने बताया कि महामारी को देखते हुए 22 जून से मॉनसून सत्र शुरू होने की प्रस्तावित तारीख को 3 अगस्त तक के लिए टाल दिया गया था। पटोले ने कहा कि वर्तमान स्थिति पर चर्चा करने के लिए अगले सप्ताह कार्य मंत्रणा समिति की बैठक हो सकती है। राज्य विधानमंडल के सत्र की शुरुआत पर विधान भवन में सदस्यों और अन्य कर्मचारियों समेत लगभग 1,500 लोग मौजूद होते हैं। पटोले ने कहा कि विधान भवन में कुल 750 कर्मचारी काम करते हैं। उन्होंने कहा कि कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में वर्तमान स्थिति की समीक्षा की जाएगी और सरकार तथा विपक्ष के विचारों पर मंथन होगा।
कोविड-19 से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र कम अवधि के लिए ही सही, लेकिन विधानसभा का मॉनसून सत्र आयोजित करने पर विचार कर रहा है, जबकि कुछ लोगों का मत है कि मॉनसून सत्र की प्रस्तावित तारीख 3 अगस्त को अगस्त के आखिर तक या फिर एक महीने तक टाल दिया जाए। यानी माॅनसून सत्र अगस्त की जगह सितंबर में शुरू किया जाए। सत्र में दो सदस्यों के बीच उचित दूरी बनी रहे, इसके लिए विधानसभा और विधानपरिषद की बैठक अलग-अलग समय पर कराए जाने पर भी विचार हो रहा है।
सूत्रों के मुताबिक पहले विधानसभा की बैठक करने और फिर 78 सदस्यीय परिषद की बैठक आयोजित करने पर विचार किया जा रहा है। विधानसभा में 288 सदस्य हैं इसलिए सत्र विधानसभा इमारत में निर्धारित निचले सदन के बजाय केंद्रीय कक्ष में भी आयोजित किया जा सकता है ताकि विधायकों के बीच उचित सामाजिक दूरी सुनिश्चित की जा सके। केंद्रीय कक्ष काफी बड़ा है और सामान्य परिस्थितियों में दोनों सदनों के सदस्यों की संयुक्त बैठकें वहां होती हैं।
