उत्तर प्रदेश में तकनीकी शिक्षा का तेजी से फैलाव हो रहा है और अगले महीने करीब करीब 138 नए कॉलेज अपने अकादमिक सत्र की शुरुआत करने जा रहे हैं।
आगरा, कानपुर, बरेली, मथुरा, सहारनपुर, बाराबंकी, इलाहाबाद, गाजियाबाद, बागपत, उन्नाव, सुल्तानपुर और गोंडा जैसे शहरों में उत्तर प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा मान्यता प्राप्त कई कॉलेज जल्द ही तकनीकी शिक्षा का उजाला फैलाते नजर आएंगे।
इस दौरान केवल लखनऊ में ही 13 नए कॉलेजों की शुरुआत हो रही है। लखनऊ में अंबालिका इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नॉजलाजी, बी एन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नॉलाजी, बंसल इंस्टीच्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नॉलाजी, गोल इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नॉलाजी एंड मैनेजमेंट और सेठ विशंभर नाथ इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नॉलाजी कुछ ऐसे कॉलेज हैं जिनकी शुरूआत इस अकादमिक सत्र से होने जा रही है।
यूपीटीयू के कुलपति प्रेम व्रत ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि ‘इस साल करीब 2.6 लाख छात्रों ने विश्वविद्यालयों में प्रवेश लेने की इच्छा जताई है।’ उन्होंने बताया कि यूपीटीयू ने अपने कॉलेजों में शिक्षकों की कमी से निपटने के लिए प्रमुख आईटी कंपनियों के साथ समझौता किया है जिसके तहत कंपनियां संकाय सदस्यों को प्रशिक्षण देंगी। इस सिलसिले में यूपीटीयू और इंटेल, माइक्रोसाफ्ट तथा आईबीएम के बीच सहमति पत्र (एमओयू) पर दस्तखत किए गए हैं।
यूपीटीयू के कार्यक्षेत्र में पूरा उत्तर प्रदेश आता है। संस्थान उत्तर प्रदेश में सरकारी और निजी कॉलेजों के जरिए बी टेक, एमबीए, एमसीए, बी आर्किटेक्चर, बी फार्मा, बीएचएमसीटी, एम टेक और पीएचडी कार्यक्रमों की पेशकश करता है।