चुनावी सरगर्मियों के बीच छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ग्रामीण क्षेत्र के मतदाताओं को लुभाना शुरू कर दिया है।
पार्र्टी ने हालांकि अभी अपना चुनाव घोषणा पत्र जारी नहीं किया है लेकिन किसानों और गरीब तबकों के लिए लोकलुभावन वादे शुरू हो गए हैं। पार्टी ने घोषणा की है कि अगर राज्य में भाजपा दोबारा सत्ता में आती है तो किसानों को बिना ब्याज के कर्ज दिया जाएगा।
राज्य में करीब 32 लाख किसान हैं। सत्ताधारी पार्टी ने ग्रामीण क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए कई तरह की छूट देने की घोषणा की है। इस कारण आगामी चुनावों के दौरान इन क्षेत्रों में राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं।
मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने बिलासपुर जिले में एक जनसभा के दौरान कहा कि अगर भाजपा दोबारा सत्ता में आई तो किसानों को शून्य ब्याज दर पर कर्ज दिया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार की कोशिशों के कारण किसानों को दिए जाने वाले कर्ज की ब्याज दर काफी घट गई है।
मुफ्त कर्ज के अलावा 5 हार्स पॉवर तक के सिंचाई पंपों का इस्तेमाल करने वाले किसानों को मुफ्त बिजली दी जाएगी। इतना ही नहीं गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों को मुफ्त में नमक दिया जाएगा।
राज्य सरकार की योजना के तहत बीपीएल परिवारों को 25 पैसे प्रति किलोग्राम की दर से नमक दिया जा रहा है। रमन सिंह ने कहा कि इन घोषणाओं को पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा।
राज्य में करीबी रेखा से नीचे रह रहे 36 लाख परिवारों को सस्ता चावल मुहैया करने का लाभ भी आगामी चुनावों में भाजपा को मिल सकता है। छत्तीसगढ़ में 14 नवंबर और 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं।
भाजपा सरकार ने इस साल फरवरी में मुख्यमंत्री खाद्य सुरक्षा योजना की शुरूआत की थी जिसके तहत बीपीएल परिवारों को 3 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से चावल दिया जा रहा है। कांग्रेस ने सत्ता में आने पर बीपीएल परिवारों को 2 रुपये प्रति किलो की दर से चावल देने का वादा किया है।