घरेलू विमानन उद्योग के विभिन्न चुनौतियों का सामना करने के बावजूद लखनऊ के उड़ान प्रशिक्षण संस्थानों पर कोई खास प्रतिकूल असर नहीं पड़ा है।
इन संस्थानों में दाखिलों की संख्या में मामूली गिरावट ही देखने को मिली है। शहर के एक प्रतिष्ठित उड्डयन संस्थान के प्रबंधक ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘यह केवल अस्थायी दौर है और इस बात की पूरी संभावना है कि आने वाले कुछ महीनों में इन सारी समस्याओं का निराकरण हो जाएगा।’
एक दूसरे विमानन संस्थान के केंद्रीय प्रबंधक ने बताया, ‘कुछ कठोर निर्णयों से उड्डयन क्षेत्र में संकट गहरा सकता है।’