प्रबंधन संस्थान के बहुत सारे छात्र अब प्लेसमेंट के चक्कर में नहीं पड़ना चाहते बल्कि अब वे अपना कारोबार खुद शुरू करने का मन बना रहे हैं।
इसी बात को मद्देनजर रखते हुए अब ये प्रबंधन संस्थान छात्रों के बीच इस कारोबारी माहौल को बनाकर उन्हें इस काबिल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इस कारोबारी वेंचर को प्रोत्साहित करने के लिए अब ये संस्थान इन छात्रों को पहले तो कारोबार विक सित करने का मौका देगी और इसके साथ साथ उन्हें एक सुरक्षित कैरियर अपनाने का भी मौका देगी। इससे अगर ये कारोबार चल नहीं पाता है तो उनके लिए कैरियर बनाना एक संकट नहीं रह जाएगा।
इस संदर्भ में आईआईटी खड़गपुर और विनोद गुप्ता स्कूल ऑफ मैनेजमेंट ने एक नये प्रोग्राम -डेफर्ड प्लेसमेंट प्रोग्राम(डीपीपी) की शुरूआत की है। इस प्रोग्राम के अंतर्गत अगर कोई छात्र अपना कारोबार शुरू करना चाहता है तो उसे मौका दिया जाएगा। अगर वह अपने कारोबार में सफल हो जाता है तो अच्छी बात है अन्यथा उसके लिए संस्थान के प्लेसमेंट का दरवाजा दो सालों तक के लिए खुला रहेगा। इस तरह उसका भविष्य दोनों तरफ से सुरक्षित हो जाएगा।
इसी तरह का प्रोग्राम चलाने का इरादा आईआईएम अहमदाबाद का भी है। इस संस्थान के एक प्रोफेसर ने बताया कि इस तरह की नीति से छात्रों में अपना कारोबार विकसित करने की प्रवृत्ति बढ़ेगी और यह बहुत अच्छी बात होगी। इसी तरह का प्रोग्राम एक्सएलआरआई जमशेदपुर भी 2008 बैच के छात्रों के लिए शुरु कर रहा है। इसके नोट्स में कहा गया है कि इसके पीछे संस्थान का उद्देश्य है कि छात्र अपना कारोबार खुद से शुरु करें।
आईएमटी गाजियाबाद भी नेशनल एंटरप्रेन्योरशिप नेटवर्क से हाथ मिलाकर इसी तरह का प्रोग्राम चलाने जा रही है। एस पी जैन इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट ने भी इसी तरह के प्रोग्राम को चलाने का मन बना रही है। अब संस्थान इस बात को समझ रहा है कि किसी प्रकार के कारोबार को चलाने के लिए ज्ञान और अनुभव की जरुरत होती है ।