पुरुष गर्भनिरोधण के क्षेत्र में क्रांतिकारी ईजाद की खबर है। इंडियन इंस्टिटयूट ऑफ टेक्नोलोजी, (आईआईटी) खड़गपुर ने बिना सर्जरी वाले ऐसे पुरुष गर्भनिरोधक इंजेक्शन का आविष्कार किया है, जिसका असर 10 साल तक रहेगा।
संस्थान के फाइनेंस एंड प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मनोज मंडल ने बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत में इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संस्थान पिछले 10 साल से इस बाबत रिसर्च अभियान में जुटा था। मंडल के मुताबिक, इंजेक्शन के रूप में यह गर्भ निरोधक वीर्य में संतानोपत्ति के तत्व को 10 साल के लिए बेअसर कर देता है। हालांकि उन्होंने साफ किया कि साथ ही जरूरत पड़ने पर इसके प्रभाव को खत्म भी किया जा सकता है।
संस्थान सूत्रों के मुताबिक, 60 मिलीग्राम का एक इंजेक्शन 10 साल तक गर्भनिरोधक के रूप में काम करता रहेगा। इस इंजक्शन पर लागत खर्च तकरीबन 50 रुपये बैठेगा और बाजार में यह 200 रुपये मे उपलब्ध हो सकेगा।
इस गर्भ निरोधक को 5-6 अप्रैल को लोगों के सामने प्रदर्शित किया जाएगा। इस दौरान संस्थान अपने 50 नए आविष्कारों को भी पेश करेगा, जिसका पेेंटेट संस्थान पहले ही करा चुका है।
आईआईटी खड़गपुर अपनी ईजादों के इजहार के लिए ‘इंडऐक 2008’ समारोह का आयोजन करेगा। इस मौके पर प्रमुख दवा कंपनियां समेत कॉरपोरेट और बिजनेस जगत की कई हस्तियों के भी मौजूद रहने की संभावना है। मंडल ने बताया कि इस टेक्नोलोजी को या तो कॉरपोरेट कंपनियों को बेचा जाएगा या फिर कंपनियों से रेवेन्यू शेयरिंग मॉडल संबंधी समझौता किया जाएगा। मंडल ने बताया कि हमारे सभी ईजाद बाजार में उतरने को तैयार हैं।
उन्होंने बताया कि फिलहाल इस गर्भ निरोधक का पुणे और कोलकाता टेस्ट किया जा रहा है। इंडऐक 2008 के दौरान इसके नतीजों के बारे में खुलासा किया जाएगा। आईआईटी खड़गपुर द्वारा ईजाद की गई दूसरी तकनीकों में ‘नैनो पार्टिकल ड्रग’ भी शामिल है।
इसका इस्तेमाल प्रोस्टेट कैंसर को रोकने में किया जा सकता है। इस बाबत रिसर्च को और आगे बढ़ाने के लिए संस्थान इंडस्ट्री साझीदार की तलाश में जुटा है। यह पुरुषों में पाए जाने वाले कैंसर का सबसे प्रचलित रूप है।