Best FD rates in October 2025: अगर आप अपने पैसों को सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं, तो फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) सबसे भरोसेमंद विकल्प हो सकता है। लेकिन अक्सर निवेशक इस बात को लेकर उलझन में रहते हैं कि पैसे को शॉर्ट टर्म में रखना चाहिए या लंबी अवधि के लिए।
Bankbazaar.com के सीईओ, अधिल शेट्टी का कहना है, “अच्छा तरीका है कि अपने निवेश को विभिन्न अवधि में बांटें और अलग-अलग बैंक या योजनाओं में निवेश करें। इससे लिक्विडिटी भी बनी रहती है और रिटर्न भी बेहतर मिलते हैं।”
शेट्टी के अनुसार, सबसे पहले निवेश को अलग-अलग मैच्योरिटी पर बांटना चाहिए। उदाहरण के लिए, 1, 3 और 5 साल के FDs रख सकते हैं। इससे कुछ पैसा जल्दी मैच्योर होकर आपके पास आता रहेगा, जबकि लंबी अवधि के FD वर्तमान में उच्च दर पर लॉक रहेंगे।
उन्होंने सुझाव दिया कि लगभग 70% रकम बड़े पब्लिक या प्राइवेट सेक्टर बैंक या पोस्ट ऑफिस में रखें। पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) जैसी योजनाएं बैंक की तुलना में बेहतर रिटर्न दे सकती हैं और पूरी तरह सुरक्षित होती हैं।
इसके अलावा, 20% रकम उच्च रेटिंग वाले नॉन-बैंक फाइनेंस कंपनियों या हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों में रखें। ये थोड़ी अधिक ब्याज दर देती हैं। बाकी 10–15% रकम सीनियर सिटिज़न सेविंग स्कीम या RBI फ्लोटिंग रेट बॉन्ड जैसी सुरक्षित वैकल्पिक योजनाओं में डाल सकते हैं।
निवेशक यदि अक्टूबर 2025 में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में पैसा लगाना चाहते हैं, तो उन्हें ब्याज दरों की सही जानकारी होना जरूरी है। PaisaBazaar के अनुसार, इस महीने अलग-अलग बैंकों में FD रेट्स इस प्रकार हैं।
ESAF Small Finance Bank:
1 साल: 4.75%
3 साल: 6%
5 साल: 5.75%
अधिकतम: 7.6% (444 दिन)
Jana Small Finance Bank:
1 साल: 7.25%
3 साल: 7.5%
5 साल: 8%
अधिकतम: 8% (5 साल)
Slice Small Finance Bank:
1 साल: 6.25%
3 साल: 7.5%
5 साल: 7%
अधिकतम: 7.75% (18 महीने 1–2 दिन)
Suryoday Small Finance Bank:
1 साल: 7.4%
3 साल: 7.25%
5 साल: 8.2%
अधिकतम: 8.2% (5 साल)
Utkarsh Small Finance Bank:
1 साल: 6%
3 साल: 7.65%
5 साल: 7.25%
अधिकतम: 7.65% (2–3 साल)
Bandhan Bank:
1 साल: 7%
3 साल: 7%
5 साल: 5.85%
अधिकतम: 7.2% (2–3 साल)
DCB Bank:
1 साल: 6.9%
3 साल: 7%
5 साल: 7%
अधिकतम: 7.2% (27–28 माह / 60–61 माह)
Jammu & Kashmir Bank:
1 साल: 6.6%
3 साल: 6.75%
5 साल: 6.5%
अधिकतम: 7.1% (888 दिन)
RBL Bank:
1 साल: 7%
3 साल: 7.2%
5 साल: 6.7%
अधिकतम: 7.2% (18 महीने–3 साल)
SBM Bank India:
1 साल: 6.9%
3 साल: 7%
5 साल: 7.5%
अधिकतम: 7.5% (5 साल)
Bank of Maharashtra:
1 साल: 6.2%
3 साल: 6.2%
5 साल: 6.1%
अधिकतम: 6.7% (366 दिन)
Central Bank of India:
1 साल: 6.4%
3 साल: 6.25%
5 साल: 6.25%
अधिकतम: 6.75% (2222/3333 दिन)
Indian Bank:
1 साल: 6.1%
3 साल: 6.25%
5 साल: 6%
अधिकतम: 6.7% (444 दिन)
Indian Overseas Bank:
1 साल: 6.6%
3 साल: 6.2%
5 साल: 6.2%
अधिकतम: 6.7% (444 दिन)
Punjab & Sind Bank:
1 साल: 6%
3 साल: 6%
5 साल: 6.1%
अधिकतम: 6.7% (444 दिन)
एफडी में निवेश: किस तरह चुनें भुगतान विकल्प और क्या मिलेगा रिटर्न
अगर आप बैंक फिक्स्ड डिपॉज़िट (FD) में निवेश कर रहे हैं, तो यह तय करना जरूरी है कि आप क्यूमुलेटिव (संचयी) या पेरआउट (माहवार/त्रैमासिक) भुगतान विकल्प चुनना चाहते हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि आपकी जरूरत और लक्ष्य के हिसाब से विकल्प चुना जाना चाहिए।
क्यूमुलेटिव या पेरआउट – क्या फर्क है?
पेरआउट एफडी: अगर आप नियमित आय चाहते हैं तो मासिक या त्रैमासिक ब्याज भुगतान वाले एफडी सही हैं।
क्यूमुलेटिव एफडी: अगर आप पूंजी बढ़ाना चाहते हैं और ब्याज को जोड़कर बढ़ाना चाहते हैं तो संचित एफडी बेहतर हैं।
संख्या में देखें फर्क
एक साल का निवेश, ब्याज दर 6.60%, ₹10 लाख के लिए:
क्यूमुलेटिव: परिपक्वता पर लगभग ₹10.71 लाख, ब्याज ₹71,693
त्रैमासिक: हर तिमाही ₹16,500 ब्याज + अंतिम तिमाही में ₹5,500, कुल ₹71,500
मासिक: हर महीने ₹5,500, कुल ₹71,500
पांच साल का निवेश, ब्याज दर 6.50%:
क्यूमुलेटिव: परिपक्वता पर लगभग ₹13.7 लाख, कुल ब्याज ₹3.7 लाख
त्रैमासिक: हर तीन महीने में लगभग ₹16,250 ब्याज
मासिक: मासिक आय लगभग ₹5,416, कुल ब्याज ₹3.25 लाख
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि निवेश से पहले अपनी जरूरत और लक्ष्य का ध्यान रखें। अगर नियमित आय चाहिए तो पेरआउट, और लंबी अवधि में पूंजी बढ़ानी है तो क्यूमुलेटिव एफडी बेहतर विकल्प हैं।