सेकेंडरी मार्केट यानी स्टॉक एक्सचेंज (BSE/NSE) पर फिलहाल सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) 10 फीसदी से ज्यादा प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। इतने ज्यादा प्रीमियम पर इस बॉन्ड के ट्रेड करने की सबसे बड़ी वजह इस बॉन्ड के आगे जारी होने को लेकर बनी अनिश्चितता है। आरबीआई ने फरवरी के बाद से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की किसी भी सीरीज को लॉन्च नहीं किया है। अलग-अलग मीडिया रिर्पोट के अनुसार सरकार आगे भी इस बॉन्ड को जारी करने को लेकर इच्छुक नहीं है। हालांकि सरकार की तरफ से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को लेकर इस तरह का कोई बयान अभी तक नहीं आया है।
अब प्रश्न उठता है कि आखिर इतने प्रीमियम पर स्टॉक एक्सचेंज पर इस बॉन्ड को खरीदा जाए या नहीं। इस प्रश्न का जवाब जानने के लिए इस बॉन्ड पर उपलब्ध प्रीमियम की तुलना इस बॉन्ड पर मिलने वाले ब्याज/कूपन और टैक्स बेनिफिट से करनी होगी।
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स्टॉक एक्सचेंज पर 67वां सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड यानी पिछले वित्त वर्ष की चौथी और आखिरी सीरीज (SGBFEB32IV) फिलहाल सबसे ज्यादा प्रीमियम पर ट्रेड कर रही है। साथ ही इस बॉन्ड में डेली ट्रेडिंग वॉल्यूम भी फिलहाल सबसे ज्यादा है। इसलिए इस बॉन्ड के सहारे ही यह समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को इतने ज्यादा प्रीमियम पर खरीदना फायदे का सौदा है या नहीं।
SOVEREIGN GOLD BOND – FEBRUARY 2032 SR-IV 2023-24 (IN0020230184)
Current market price (As per IBJA) – Rs 7,568 per gram
Last trading price on NSE: Rs 8,365
Premium: Rs 797
Premium in percentage: 10.53
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Issue price: Rs 6,263 per gram
Interest (2.50%) – Rs 156.575 per annum
For next 7 years total interest – Rs 1,096.025
67वां सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड फिलहाल एनएसई (NSE) पर 8,365 रुपये प्रति ग्राम ट्रेड कर रहा है। जबकि आईबीजेए (IBJA) के मुताबिक गोल्ड का मार्केट प्राइस फिलहाल 7568 रुपये प्रति ग्राम है। गोल्ड के इश्यू और रिडेम्प्शन प्राइस के निर्धारण में आईबीजेए से प्राप्त आंकड़ों को ही आधार बनाया जाता है। इस तरह से देखें तो यह बॉन्ड मार्केट प्राइस के मुकाबले फिलहाल 797 रुपये यानी 10.53 फीसदी के प्रीमियम पर है।
अब देखते हैं कि आखिर इस बॉन्ड पर कितना ब्याज/कूपन मिलेगा। यह बॉन्ड इसी साल की शुरुआत यानी फरवरी में 6,263 रुपये प्रति ग्राम के प्राइस पर सब्सक्राइबर्स को इश्यू किए गए थे। इस बॉन्ड का मैच्योरिटी पीरियड 8 साल है, इसलिए यह बॉन्ड फरवरी 2032 में मैच्योर होगा। यदि आप फिलहाल सेकेंडरी मार्केट में इस बॉन्ड को खरीदते हैं तो आपको 7 साल के लिए सालाना 2.5 फीसदी की दर से कुल 1,096.025 रुपये बतौर इंटरेस्ट/कूपन मिलेगा। आरबीआई यह ब्याज प्रत्येक छह महीने पर आपके अकाउंट में ट्रांसफर कर देता है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की इस किस्त के मामले में मौजूदा प्रीमियम इस बॉन्ड पर मिलने वाले ब्याज की तुलना में कम है। इसलिए इतने प्रीमियम पर भी इस बॉन्ड को यदि आप स्टॉक एक्सचेंज पर खरीदते हैं तो आपके लिए यह फायदे का सौदा है।
इस बॉन्ड को खरीदने में एक और फायदा टैक्स को लेकर भी है। स्टॉक एक्सचेंज पर भी यदि आप इस बॉन्ड को खरीदते हैं और इसे मैच्योरिटी पीरियड तक होल्ड करते हैं तो आपको इस बॉन्ड को बेचने के समय जो कैपिटल गेन होगा उस पर आपको कुछ भी टैक्स नहीं चुकाना होगा। जबकि गोल्ड के किसी भी दूसरे फॉर्म यानी विकल्प में यदि आप निवेश करते हैं तो आपको या तो शार्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स या लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स चुकाना होगा।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की अन्य सीरीज के मामले में भी इसी तरह से प्रीमियम और इंटरेस्ट की तुलना कर आप इसे खरीदने या नहीं खरीदने का निर्णय ले सकते हैं।