स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की सहायक कंपनी SBI कार्ड्स एंड पेमेंट सर्विसेज के ग्राहकों के लिए एक बुरी खबर है। कंपनी ने अपने कुछ क्रेडिट कार्ड्स पर 11 अगस्त 2025 से इंश्योरेंस से जुड़ी कुछ सुविधाएं बंद करने का फैसला किया है। यह बदलाव कई प्रीमियम और को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड्स को प्रभावित करेगा, जिसमें फ्री फ्लाइट एक्सीडेंट इंश्योरेंस जैसी सुविधाएं शामिल हैं। कंपनी के इस कदम से कार्डधारकों की फाइनेंशियल प्लानिंग और कार्ड के इस्तेमाल पर असर पड़ सकता है। कंपनी ने पहले भी जुलाई 2025 में कुछ कार्ड्स पर इंश्योरेंस से जुड़े फायदे बंद किए थे, और अब यह बदलाव और विस्तारित हो रहा है।
SBI कार्ड ने कहा है है कि 11 अगस्त, 2025 से कई को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड्स पर 1 करोड़ रुपये और 50 लाख रुपये का फ्री फ्लाइट एक्सीडेंट इंश्योरेंस बंद हो जाएगा। जिन कार्ड्स पर यह सुविधा खत्म की जाएगी, उनमें यूको बैंक SBI कार्ड एलिट, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया SBI कार्ड एलिट, PSB SBI कार्ड एलिट, करूर व्यास बैंक (KVB) SBI कार्ड एलिट, KVB SBI सिग्नेचर कार्ड और इलाहाबाद बैंक SBI कार्ड एलिट शामिल हैं।
इसके अलावा, यूको बैंक SBI कार्ड प्राइम, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया SBI कार्ड प्राइम, PSB SBI कार्ड प्राइम, KVB SBI कार्ड प्राइम, साउथ इंडियन बैंक SBI कार्ड प्राइम, कर्नाटक बैंक SBI कार्ड प्राइम, सिटी यूनियन बैंक SBI कार्ड प्राइम और कई प्लेटिनम कार्ड्स पर भी 50 लाख रुपये का इंश्योरेंस का फायदा मिलना बंद हो जाएगा।
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यह पहली बार नहीं है जब SBI कार्ड ने अपने लाभों में कटौती की है। इससे पहले, 15 जुलाई, 2025 से SBI कार्ड एलिट, SBI कार्ड माइल्स एलिट, SBI कार्ड माइल्स प्राइम, SBI कार्ड प्राइम और SBI कार्ड पल्स जैसे कार्ड्स पर भी 1 करोड़ रुपये और 50 लाख रुपये का फ्लाइट एक्सीडेंट इंश्योरेंस बंद किया गया था। इसके साथ ही, कंपनी ने न्यूनतम बकाया राशि (मिनिमम अमाउंट ड्यू) के नियमों में भी बदलाव किया था, जिसके तहत अब 100% GST, EMI, शुल्क, वित्तीय शुल्क और ओवर लिमिट राशि के साथ बकाया राशि का 2% हिस्सा शामिल होगा। ये बदलाव कार्डधारकों के लिए भुगतान की राशि को बढ़ा सकते हैं और उन्हें अपने खर्चों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होगी।
SBI कार्ड के इस फैसले से प्रभावित होने वाले कार्डधारकों को सलाह दी जा रही है कि वे अपने कार्ड से मिलने वाले फायदे और फीस की दोबारा समीक्षा करें। खास तौर पर जिन कार्ड्स पर इंश्योरेंस का फायदा मिलना बंद हो रहे है, उनके लिए यह जरूरी है कि कार्डधारक यह तय करें कि क्या मौजूदा कार्ड उनके लिए फायदेमंद है या उन्हें कोई दूसरा कार्ड चुनना चाहिए।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि कार्डधारकों को अपने खर्चों के पैटर्न और जरूरतों के आधार पर कार्ड का चयन करना चाहिए। अगर कोई कार्ड अब पहले जैसे लाभ नहीं दे रहा, तो कार्ड को अपग्रेड करने या बंद करने के विकल्प पर भी विचार किया जा सकता है।