भारत में टेस्ला की एंट्री इलेक्ट्रिक वाहन (EV) इंश्योरेंस सेक्टर में नया इनोवेशन लेकर आने वाली है। इंडस्ट्री से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी कंपनी की एडवांस टेक्नॉलजी और हाई क्वॉलिटी वाली बैटरी सिस्टम से देश की बीमा कंपनियों को अपने मौजूदा ऑफर्स को नए सिरे से सोचने और बेहतर बनाने की प्रेरणा मिलेगी।
पिछले हफ्ते टेस्ला ने मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में अपना पहला शोरूम खोलते हुए पूरी तरह इलेक्ट्रिक कार Model Y को लॉन्च किया, जिसकी शुरुआती कीमत 60 लाख रुपये रखी गई है। इसके बाद ACKO, ज़्यूरिख कोटक और लिबर्टी जनरल ने यह घोषणा की कि वे भारत में टेस्ला के लिए “फेवरेट इंश्योरेंस पार्टनर” होंगे।
अब बीमा कंपनियां EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे कि केबल, वॉल-माउंटेड यूनिट और अडैप्टर को भी कवरेज में शामिल कर रही हैं। इसके अलावा एक “बैटरी सिक्योर” विकल्प ऐड-ऑन के तौर पर दिया जा रहा है, जो बैटरी की मरम्मत और बदलने की लागत को कवर करता है, जिससे लंबी अवधि में प्रदर्शन को सुरक्षित रखने में मदद मिलती है।
इनके साथ ही, पूरी डिप्रिसिएशन शील्ड, गैप वैल्यू प्रोटेक्शन, कंज़्युमेबल्स और टायर कवरेज, चाबी का रिप्लेसमेंट, पर्सनल सामान की सुरक्षा, EMI सपोर्ट और पैसेंजर असिस्टेंस जैसी सुविधाएं भी अब पॉलिसियों में शामिल की जा रही हैं, ताकि टेस्ला की प्रीमियम ओनरशिप एक्सपीरियंस से मेल खाया जा सके।
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ACKO जनरल इंश्योरेंस के एमडी और सीईओ अनीमेश दास ने कहा, “टेस्ला की एंट्री बड़े EV इंश्योरेंस मार्केट को प्रभावित करेगी क्योंकि टेस्ला के कस्टमर ज्यादा विस्तृत कवरेज की मांग करेंगे। साथ ही, टेस्ला की मौजूदगी EV इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़े बदलाव को बढ़ावा देगी और देश में EV अपनाने की रफ्तार को तेज करेगी। इससे EV-विशेष इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स की डिमांड में बढ़ोतरी हो सकती है।”
टेस्ला के पसंदीदा बीमाकर्ताओं के अलावा, न्यू इंडिया, HDFC ERGO और ICICI लोम्बार्ड जैसी कंपनियां भी टेस्ला वाहनों के लिए बीमा कवर दे रही हैं। बीमा प्रीमियम ₹42,000 से लेकर ₹1.4 लाख तक है, जो कि ₹56.89 लाख की बीमित घोषित मूल्य (IDV) के आधार पर तय होता है।
पॉलिसीबाज़ार में मोटर इंश्योरेंस के बिजनेस हेड पारस पसरीचा ने कहा, “टेस्ला की एंट्री से खास तौर पर लग्जरी सेगमेंट में EV बीमा परिदृश्य में बड़ा असर पड़ेगा। ICICI लोम्बार्ड, रिलायंस, HDFC ERGO और न्यू इंडिया जैसी प्रमुख कंपनियां टेस्ला के लिए बैटरी प्रोटेक्शन और जीरो डिप्रिसिएशन जैसे महत्वपूर्ण ऐड-ऑन के साथ व्यापक पॉलिसी ऑफर कर रही हैं। हालांकि टेस्ला के लिए कवरेज अन्य EVs जैसी ही हैं, लेकिन क्लेम प्रोसेसिंग, रिपेयर नेटवर्क और डेटा-आधारित पर्सनलाइजेशन के मामलों में समय के साथ परिष्कार देखने को मिलेगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि टेस्ला की गाड़ी से संबंधित डेटा इकट्ठा करने और उसका विश्लेषण करने की क्षमता भविष्य में और अधिक डायनामिक और यूजर-स्पेसिफिक प्राइसिंग मॉडल को जन्म दे सकती है। “बीमा कंपनियां उम्मीद कर रही हैं कि जैसे-जैसे भारत की सड़कों से परफॉर्मेंस और क्लेम्स का वास्तविक डेटा मिलेगा, वैसे-वैसे प्रोडक्ट्स भी ज्यादा कस्टमाइज़ हो जाएंगे।”
टेस्ला की बैटरी सिस्टम और इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल मॉड्यूल इसकी प्रमुख तकनीकी खूबियों में से हैं। अधिकांश EVs में बैटरी बीमा लागत का 50 से 60 प्रतिशत हिस्सा होती है। बेहतर बैटरी न केवल वाहन की सुरक्षा और लंबी उम्र बढ़ाती है, बल्कि कम नुकसान की संभावना के चलते बीमा प्रीमियम को भी सकारात्मक रूप से प्रभावित करती है।
ज़्यूरिख कोटक जनरल इंश्योरेंस के चीफ टेक्निकल ऑफिसर पंकज वर्मा ने कहा, “बीमा के दृष्टिकोण से टेस्ला की ये तकनीकी खूबियां वाहन के प्रदर्शन को बेहतर बनाती हैं, ब्रेकडाउन की आशंका को घटाती हैं और सुरक्षा को बढ़ाती हैं- जिससे अंडरराइटर को प्राइसिंग और जोखिम मूल्यांकन में ज्यादा भरोसा मिलता है।” उन्होंने आगे कहा, “टेस्ला की बैटरी तकनीक- इसकी लंबी उम्र, कम नुकसान की संभावना और बेहतर थर्मल कंट्रोल- बेहतर बीमा पैरामीटर और अलग प्राइसिंग सुनिश्चित करती है।”