PMSBY Scheme: हमारे देश में बीमा योजनाएं अक्सर लोगों को महंगी लगती हैं, लेकिन सरकार ने एक ऐसी योजना भी चल रही है जो हर किसी के लिए सस्ती और फायदेमंद है। इसका नाम है प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY)। इस योजना के तहत सिर्फ 20 रुपये सालाना प्रीमियम देकर आप 2 लाख रुपये तक का दुर्घटना बीमा पा सकते हैं। खास बात ये है कि 18 से 70 साल तक का कोई भी व्यक्ति इस योजना का लाभ ले सकता है। आइए, इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं, ताकि समझ सकें कि ये कैसे काम करती है और इसके क्या फायदे हैं।
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एक दुर्घटना बीमा योजना है, जिसे भारत सरकार ने साल 2015 में शुरू किया था। इसका मकसद है आम लोगों, खासकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को कम खर्च में बीमा कवर देना। ये योजना उन लोगों के लिए वरदान है जो महंगे बीमा प्लान नहीं ले सकते। वित्त मंत्रालय के मुताबिक, दिसंबर 2024 तक करीब 48 करोड़ लोग इस योजना से जुड़ चुके थे, जो दिखाता है कि ये कितनी लोकप्रिय है।
इस योजना के तहत अगर किसी व्यक्ति की दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है या वह पूरी तरह अक्षम हो जाता है, तो उसके परिवार को 2 लाख रुपये का बीमा कवर मिलता है। अगर दुर्घटना की वजह से किसी व्यक्ति को गंभीर नुकसान पहुंचता हो, जैसे कि एक आंख, हाथ या पैर का नुकसान, तो उसे 1 लाख रुपये का कवर दिया जाता है। ये बीमा एक साल के लिए होता है, जिसे हर साल अपडेट करना पड़ता है।
PMSBY का लाभ लेना बेहद आसान है। इस योजना में शामिल होने के लिए आपकी उम्र 18 से 70 साल के बीच होनी चाहिए। इसके अलावा, आपके पास एक बैंक या डाकघर खाता होना जरूरी है। यानी अगर आप 70 साल के हैं या उससे कम उम्र के हैं और आपके पास बचत खाता है, तो आप इस योजना का हिस्सा बन सकते हैं।
खास बात ये है कि ये योजना किसी भी आय वर्ग के लिए खुली है। चाहे आप मजदूर हों, किसान हों, छोटा-मोटा व्यवसाय करते हों या नौकरीपेशा हों, कोई भी इस योजना में शामिल हो सकता है। बस आपके खाते से हर साल 20 रुपये का प्रीमियम अपने आप कटना चाहिए। इसके लिए आपको अपने बैंक में ऑटो-डेबिट की सुविधा शुरू करवानी होगी।
PMSBY एक साल की दुर्घटना बीमा योजना है, जिसका मतलब है कि ये हर साल आगे बढ़ाना होता है। इस योजना का प्रीमियम सिर्फ 20 रुपये सालाना है, जो इसे भारत की सबसे सस्ती बीमा योजनाओं में से एक बनाता है। इस प्रीमियम को आपके बैंक खाते से हर साल अपने आप काट लिया जाता है। नामांकन की प्रक्रिया हर साल 1 जून से 31 मई तक चलती है। यानी आपको इस दौरान अपने बैंक में जाकर या ऑनलाइन इस योजना के लिए रजिस्टर करना होता है।
अगर कोई दुर्घटना होती है, तो बीमा का दावा करने के लिए आपको या आपके परिवार को बैंक और बीमा कंपनी को सूचित करना होगा। इसके लिए कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट्स, जैसे मृत्यु प्रमाण पत्र (अगर मृत्यु हुई हो), मेडिकल रिपोर्ट, पुलिस रिपोर्ट और अन्य दूसरे डॉक्यूमेंट्स जमा करने पड़ सकते हैं। दावा स्वीकृत होने पर पैसा सीधे आपके या आपके परिवार के बैंक खाते में जमा हो जाता है।
PMSBY में दुर्घटना से होने वाली मृत्यु या गंभीर शारीरिक नुकसान को कवर किया जाता है। इसका मतलब है कि अगर कोई हादसा होता है, जैसे सड़क दुर्घटना, गिरने से चोट, या कोई अन्य दुर्घटना, और उसमें व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है या वह पूरी तरह अक्षम हो जाता है, तो 2 लाख रुपये का कवर मिलता है। अगर हादसे में आंशिक अक्षमता होती है, जैसे एक अंग का नुकसान, तो 1 लाख रुपये मिलता है। आंशिक अक्षमता में एक आंख, हाथ या पैर का नुकसान शामिल है।
हालांकि, ये योजना हर तरह की मृत्यु या बीमारी को कवर नहीं करती। उदाहरण के लिए, अगर मृत्यु प्राकृतिक कारणों से, बीमारी से या आत्महत्या से होती है, तो इस योजना के तहत कोई कवर नहीं मिलेगा। ये सिर्फ दुर्घटना से होने वाले नुकसान के लिए है।
न्यूज वेबसाइट लाइव मिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार PMSBY और PMJJBY (प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना) के तहत बीमा कवर को बढ़ाने पर विचार कर रही है। अभी PMSBY में 2 लाख रुपये का कवर मिलता है, लेकिन भविष्य में इसे 5 लाख रुपये तक बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए प्रीमियम भी बढ़ सकता है, लेकिन सरकार चाहती है कि लोग अपनी जरूरत के हिसाब से ज्यादा कवर चुन सकें। यानी अगर आप चाहें तो मौजूदा 2 लाख रुपये कवर के साथ रह सकते हैं या ज्यादा प्रीमियम देकर ज्यादा कवर ले सकते हैं।
ये बदलाव खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है जो कम खर्च में ज्यादा सुरक्षा चाहते हैं। सरकार का लक्ष्य है कि 2047 तक हर भारतीय को बीमा कवर मिले, और PMSBY इस दिशा में एक बड़ा कदम है।
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PMSBY में शामिल होने के लिए आपको ज्यादा भागदौड़ करने की जरूरत नहीं है। आप अपने बैंक या डाकघर में जाकर इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आपको एक साधारण फॉर्म भरना होगा, जिसमें आपकी बुनियादी जानकारी, जैसे नाम, उम्र, और बैंक खाता नंबर, देना होगा। इसके बाद, आपको अपने खाते में ऑटो-डेबिट की सुविधा शुरू करवानी होगी, ताकि हर साल 20 रुपये का प्रीमियम अपने आप कट जाए।
कई बैंक अब ऑनलाइन भी PMSBY के लिए रजिस्ट्रेशन की सुविधा दे रहे हैं। आप अपने बैंक की वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर जाकर ‘PMSBY’ या ‘सरकारी योजनाएं’ सेक्शन में इस योजना को चुन सकते हैं। आवेदन की प्रक्रिया बेहद आसान है और इसे कुछ ही मिनटों में पूरा किया जा सकता है।
PMSBY ने भारत में बीमा के प्रति लोगों की सोच को काफी हद तक बदला है। वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 48 करोड़ लोगों ने इस योजना में नामांकन कराया है, जो इसे दुनिया की सबसे बड़ी दुर्घटना बीमा योजनाओं में से एक बनाता है। ये योजना खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो ग्रामीण इलाकों में रहते हैं या जिनकी आय कम है।
इसके अलावा, ये योजना लोगों को वित्तीय सुरक्षा का भरोसा देती है। अगर परिवार के कमाने वाले व्यक्ति के साथ कोई हादसा हो जाए, तो 2 लाख रुपये का कवर उस परिवार को आर्थिक संकट से बचा सकता है। खासकर उन परिवारों के लिए जो पहले से ही आर्थिक तंगी में जी रहे हैं, ये योजना एक बड़ा सहारा बन सकती है।
हालांकि PMSBY एक शानदार योजना है, लेकिन इसके बारे में जागरूकता की अभी भी कमी है। PMSBY जैसी सस्ती योजना होने के बावजूद, कई लोग इसके बारे में नहीं जानते या इसे लेने में हिचकते हैं।
इसके अलावा, दावों की प्रक्रिया को और आसान करने की जरूरत है। कुछ मामलों में, लोगों को डॉक्यूमेंट्स जमा करने में दिक्कत होती है, जिसके कारण दावा स्वीकृत होने में देरी हो सकती है। सरकार और बैंक इस दिशा में काम कर रहे हैं ताकि ये प्रक्रिया और पारदर्शी और तेज हो सके।
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PMSBY न सिर्फ वर्तमान में लोगों की मदद कर रही है, बल्कि इसके जरिए सरकार बीमा क्षेत्र में बड़े बदलाव लाने की कोशिश कर रही है। सरकार 2047 तक ‘सभी के लिए बीमा’ का लक्ष्य लेकर चल रही है। PMSBY और PMJJBY जैसी योजनाएं इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। अगर कवरेज को बढ़ाया जाता है और जागरूकता अभियान को और तेज किया जाता है, तो ये योजना और भी ज्यादा लोगों तक पहुंच सकती है।
इसके साथ ही, डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल करके इस योजना को और सुलभ बनाया जा सकता है। जैसे कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और दावा प्रक्रिया को और आसान करना, ताकि ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोग भी आसानी से इसका लाभ ले सकें।