Gold ETF: सोने की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी के बीच घरेलू स्तर पर गोल्ड ईटीएफ (Gold Exchange Traded Fund) में पिछले महीने यानी अक्टूबर के दौरान निवेश रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। गोल्ड ईटीएफ को लेकर निवेशकों के उत्साह का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस साल अप्रैल को छोड़कर बाकी 9 महीनों के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश यानी इनफ्लो बढ़ा है।
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के अनुसार देश के कुल 18 गोल्ड ETF (Gold Exchange Traded Fund) में अक्टूबर 2024 के दौरान 1,961.57 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश (inflow) हुआ, जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 133 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल की समान अवधि के दौरान देश के कुल 13 गोल्ड ईटीएफ में महज 841.23 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ था। पिछले महीने यानी सितंबर के मुकाबले देखें तो इसमें 59 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सितंबर 2024 के दौरान गोल्ड ईटीएफ 1,232.99 करोड़ रुपये रुपये का शुद्ध निवेश हुआ था।
इस तरह से देखें तो कैलेंडर ईयर 2024 के पहले 10 महीनों (जनवरी- अक्टूबर) के दौरान गोल्ड ईटीएफ में कुल 9,329.23 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ। जबकि कैलेंडर ईयर 2023 के पहले 9 महीनों के दौरान 2,498.13 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश दर्ज किया गया था।
क्यों गोल्ड ईटीएफ में निवेश पहुंचा रिकॉर्ड स्तर पर?
जानकारों के अनुसार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) की कोई और सीरीज के आगे लॉन्च नहीं होने की संभावना और टैक्स नियमों में किए गए बदलाव के मद्देनजर लोग गोल्ड ईटीएफ में जमकर निवेश कर रहे हैं। धनतेरस के दौरान गोल्ड ईटीएफ को लेकर निवेशकों की बढ़ती लोकप्रियता ने भी अक्टूबर के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश को रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने में मदद की। आंकड़ों के मुताबिक पिछले धनतेरस की तुलना में इस साल एनएसई (NSE) पर गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ का ट्रेडिंग वॉल्यूम 5 गुना बढ़ा । इस धनतेरस के दौरान गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ का कुल ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़कर 428 करोड रुपये पर पहुंच गया। जो पिछले धनतेरस में महज 89 करोड़ रुपये था।
गोल्ड ईटीएफ में कैसा रहा है निवेश?
इसी साल अगस्त 2024 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में 1,611.38 करोड़ रुपये रुपये का शुद्ध निवेश हुआ, जो महीने के हिसाब से देखें तो अक्टूबर के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा नेट इनफ्लो/ शुद्ध निवेश है। गोल्ड ईटीएफ में इससे पहले सबसे ज्यादा निवेश फरवरी 2020 में देखने को मिला था। गोल्ड ईटीएफ में फरवरी 2020 के दौरान 1,483.33 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश दर्ज किया गया था।
अब इस साल के बाकी महीनों की बात करते हैं। जुलाई 2024 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में 1,337.35 करोड़ रुपये रुपये का शुद्ध निवेश हुआ था। इससे पहले जून 2024 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में 726.16 करोड़ रुपये और मई 2024 के दौरान 827.43 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश दर्ज किया गया था। जबकि अप्रैल 2024 में 395.69 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी देखने को मिली थी।
कैलेंडर ईयर 2023 में सिर्फ दो महीने यानी जनवरी और मार्च के दौरान गोल्ड ईटीएफ से निकासी (outflow) दर्ज की गई थी। जनवरी 2023 और मार्च 2023 के दौरान क्रमश: 199.43 करोड़ रुपये और 266.57 करोड़ रुपये निवेश घटा, जबकि अन्य 10 महीनों के दौरान निवेश बढ़ा था।
वहीं वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश 5,248.46 करोड़ रुपये बढ़ा। इससे पहले किसी भी वित्त वर्ष के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश में इतनी बढ़ोतरी नहीं देखी गई थी। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश में 652.81 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ था।
कैलेंडर ईयर 2023 के दौरान भारत में गोल्ड ईटीएफ में 2,923.81 करोड़ रुपये का नेट (शुद्ध) निवेश हुआ। जो कैलेंडर ईयर 2022 के मुकाबले 6 गुना ज्यादा है। कैलेंडर ईयर 2022 के दौरान 11 गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) में कुल 458.79 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था।
कैलेंडर ईयर 2024 में गोल्ड ईटीएफ में निवेश/निकासी (inflow/outflow)
अक्टूबर: +1,961.57 करोड़ रुपये
सितंबर: +1,232.99 करोड़ रुपये
अगस्त: +1,611.38 करोड़ रुपये
जुलाई: +1,337.35 करोड़ रुपये
जून: +726.16 करोड़ रुपये
मई: +827.43 करोड़ रुपये
अप्रैल: -395.69 करोड़ रुपये
मार्च: +373.36 करोड़ रुपये
फरवरी: +657.46 करोड़ रुपये
जनवरी : +997.22 करोड़ रुपये
(स्रोत: AMFI)
सोने की कीमतों को लेकर क्या है ट्रेंड ?
सितंबर में 5 फीसदी तेजी के बाद अक्टूबर के दौरान भी सोने की कीमतों में तकरीबन 5 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की मंथली रिपोर्ट के तकरीबन मुताबिक कीमतों को अक्टूबर में सबसे ज्यादा सपोर्ट कमजोर अमेरिकी डॉलर और बढ़ते जियो-पॉलिटिकल टेंशन से मिला। गोल्ड ईटीएफ में लगातार बढ़ रहे निवेश से भी कीमतों को एक हद तक सपोर्ट मिला। ग्लोबल लेवल पर गोल्ड ईटीएफ में निवेश अक्टूबर के दौरान लगातार छठे महीने बढ़ा। सोने ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तर पर मौजूदा कैलेंडर ईयर के पहले 10 महीनों के दौरान तकरीबन 27 फीसदी का रिटर्न दिया है।
इस साल पिछले 10 महीने में गोल्ड का प्रदर्शन
अक्टूबर 2024: +4.6%
सितंबर 2024: +4.6%
अगस्त 2024: +3.8%
जुलाई 2024: +4.5%
जून 2024: -0.02%
मई 2024: +2.45%
अप्रैल 2024: +2.50%
मार्च 2024: +8.69%
फरवरी 2024: +0.23%
जनवरी 2024: -1.14%
(Source: Bloomberg/WGC)
फिलहाल एमसीएक्स (MCX) पर सोने का बेंचमार्क दिसंबर कॉन्ट्रैक्ट 75,000 के करीब कारोबार कर रहा है। घरेलू फ्यूचर मार्केट में 30 अक्टूबर 2024 को एमसीएक्स (MCX) पर सोने की कीमतों ने रिकॉर्ड बनाया था। बेंचमार्क दिसंबर फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट 30 अक्टूबर 2024 को इंट्राडे ट्रेडिंग में बढ़कर 79,775 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऑल-टाइम हाई लेवल पर पहुंच गया था इस तरह से देखें तो इस महीने यानी नवंबर में सोने की कीमतों में 3,077 रुपये यानी 4.01 फीसदी की गिरावट आई है।
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के मुताबिक शॉर्ट-टर्म में गोल्ड की कीमतों में और नरमी की आशंका है लेकिन लॉन्ग टर्म फंडामेंटल्स कुल मिलाकर अभी भी सपोर्टिव हैं। अमेरिकी डॉलर में मजबूती और ब्याज दरों में कम कटौती की संभावना के चलते शॉर्ट-टर्म रुझान नि:संदेह कमजोर हुए हैं। पिछले 5 दिनों में यूएस डॉलर इंडेक्स में 1.34 फीसदी की मजबूती आई है। वहीं यदि पिछले 1 महीने में देखें तो यूएस डॉलर इंडेक्स 1.92 फीसदी चढ़ा है।