Gold ETF in India: घरेलू स्तर पर गोल्ड ईटीएफ (Gold Exchange Traded Fund) में बीते वर्ष यानी 2024 के दौरान निवेश चार गुना बढ़ा। गोल्ड ईटीएफ को लेकर भारत में निवेशकों के उत्साह का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस साल अप्रैल को छोड़कर बाकी 11 महीनों के दौरान गोल्ड ईटीएफ में इनफ्लो दर्ज किया गया।
2024 का अंत भी पॉजिटिव नोट पर हुआ और सोने की कीमतों में नरमी के बीच गोल्ड ईटीएफ में लगातार 9वें महीने दिसंबर में निवेश चढ़ा।
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के अनुसार देश के कुल 18 गोल्ड ETF (Gold Exchange Traded Fund) में दिसंबर 2024 के दौरान 640.16 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश (net inflow) हुआ जो पिछले साल की समान अवधि यानी दिसंबर 2023 के मुकाबले 625 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल की समान अवधि के दौरान देश के कुल 15 गोल्ड ईटीएफ में महज 88.31 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ था। पिछले महीने यानी नवंबर के मुकाबले देखें तो इसमें 49 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। नवंबर 2024 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में 1,256.72 करोड़ रुपये रुपये का शुद्ध निवेश हुआ था।
इस तरह से देखें तो पूरे कैलेंडर ईयर 2024 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में कुल 11,266.11 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ जबकि कैलेंडर ईयर 2023 के दौरान 2,923.81 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश दर्ज किया गया था। कैलेंडर ईयर 2022 के दौरान 11 गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) में कुल 458.79 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था।
क्यों गोल्ड ईटीएफ में लोग जमकर लगा रहे पैसा?
जानकारों के अनुसार सोने की कीमतों में दिसंबर के दौरान आई गिरावट ने निवेशकों को गोल्ड ईटीएफ में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया। घरेलू बाजार में दिसंबर में सोने की कीमतों में तकरीबन 1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। इससे पहले लगातार 5 महीने की तेजी के बाद नवंबर में गोल्ड तकरीबन 3 फीसदी टूटा था। साथ ही सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) की कोई और सीरीज के आगे लॉन्च नहीं होने की संभावना और टैक्स नियमों में किए गए बदलाव के मद्देनजर लोग गोल्ड ईटीएफ में जमकर निवेश कर रहे हैं।
गोल्ड ईटीएफ में कैसा रहा है निवेश?
बीते साल अक्टूबर के दौरान गोल्ड ईटीएफ में रिकॉर्ड 1,961.57 करोड़ रुपये रुपये का शुद्ध निवेश हुआ। गोल्ड ईटीएफ में इससे पहले सबसे ज्यादा निवेश फरवरी 2020 में देखने को मिला था। गोल्ड ईटीएफ में फरवरी 2020 के दौरान 1,483.33 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश दर्ज किया गया था।
अब इस साल के बाकी महीनों की बात करते हैं। सितंबर और अगस्त में क्रमश: 1,232.99 करोड़ रुपये और 1,611.38 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ। जुलाई 2024 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में 1,337.35 करोड़ रुपये रुपये का शुद्ध निवेश हुआ था। इससे पहले जून 2024 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में 726.16 करोड़ रुपये और मई 2024 के दौरान 827.43 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश दर्ज किया गया था। जबकि अप्रैल 2024 में 395.69 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी देखने को मिली थी।
कैलेंडर ईयर 2023 में सिर्फ दो महीने यानी जनवरी और मार्च के दौरान गोल्ड ईटीएफ से निकासी (outflow) दर्ज की गई थी। जनवरी 2023 और मार्च 2023 के दौरान क्रमश: 199.43 करोड़ रुपये और 266.57 करोड़ रुपये निवेश घटा, जबकि अन्य 10 महीनों के दौरान निवेश बढ़ा था।
वहीं वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश 5,248.46 करोड़ रुपये बढ़ा। इससे पहले किसी भी वित्त वर्ष के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश में इतनी बढ़ोतरी नहीं देखी गई थी। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश में 652.81 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ था।
कैलेंडर ईयर 2023 के दौरान भारत में गोल्ड ईटीएफ में 2,923.81 करोड़ रुपये का नेट (शुद्ध) निवेश हुआ। जो कैलेंडर ईयर 2022 के मुकाबले 6 गुना ज्यादा है। कैलेंडर ईयर 2022 के दौरान 11 गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) में कुल 458.79 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था।
कैलेंडर ईयर 2024 में गोल्ड ईटीएफ में मंथली निवेश/निकासी (inflow/outflow)
दिसंबर 2024 | +640.16 करोड़ रुपये |
नवंबर 2024 | +1,256.72 करोड़ रुपये |
अक्टूबर 2024 | +1,961.57 करोड़ रुपये |
सितंबर 2024 | +1,232.99 करोड़ रुपये |
अगस्त 2024 | +1,611.38 करोड़ रुपये |
जुलाई 2024 | +1,337.35 करोड़ रुपये |
जून | +726.16 करोड़ रुपये |
मई | +827.43 करोड़ रुपये |
अप्रैल | -395.69 करोड़ रुपये |
मार्च | +373.36 करोड़ रुपये |
फरवरी | +657.46 करोड़ रुपये |
जनवरी | +997.22 करोड़ रुपये |
(Source: AMFI)
ग्लोबल लेवल पर गोल्ड ईटीएफ में 3 साल बाद दिखा जोश
2020 के बाद पहली बार ग्लोबल लेवल पर गोल्ड ईटीएफ में 2024 के दौरान इनफ्लो यानी निवेश में इजाफा दर्ज किया गया। यदि सिर्फ दिसंबर की बात करें तो 2019 के बाद यह पहला मौका है जब गोल्ड ईटीएफ ने दम दिखाया हो। इससे पहले लगातार छह महीने की तेजी के बाद नवंबर में गोल्ड ईटीएफ में निवेश में कमी आई थी।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (World Gold Council) से मिले ताजा आंकड़ों के मुताबिक 2024 के आखिरी महीने यानी दिसंबर के दौरान ग्लोबल लेवल पर गोल्ड ईटीएफ में निवेश 0.8 बिलियन डॉलर बढ़ा। हालांकि वॉल्यूम के लिहाज से इस दौरान निवेश 3.6 टन घटा। बीते साल नवंबर में गोल्ड ईटीएफ में 2.1 बिलियन डॉलर यानी 28.6 टन का आउटफ्लो दर्ज किया गया था।
कैलेंडर ईयर 2024 की बात करें तो गोल्ड ईटीएफ में निवेश में 3.4 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई। हालांकि वॉल्यूम के लिहाज से इस दौरान निवेश में 6.8 टन की कमी आई।
सोने की कीमतों में तेजी और इनफ्लो की वजह से 2024 में गोल्ड ईटीएफ का एसेट अंडर मैनेजमेंट यानी AUM 2023 के मुकाबले 26 फीसदी बढ़कर रिकॉर्ड 271 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया।
वर्ष | गोल्ड ईटीएफ इनफ्लो/आउटफ्लो |
2024 | +3.4 बिलियन डॉलर (-6.8 टन) |
2023 | -14.7 बिलियन डॉलर (-244.4 टन) |
2022 | -2.9 बिलियन डॉलर (-109.5) |
2021 | -8.9 बिलियन डॉलर (-188.8 टन) |
2020 | +49.4 बिलियन डॉलर (+892.1 टन) |
2019 | +19.6 बिलियन डॉलर (+403.6 टन) |
2018 | +3.9 बिलियन डॉलर (+70.2 टन) |
(Source: World Gold Council)
गोल्ड के लिए शानदार रहा 2024
गोल्ड के लिए 2024 शानदार रहा। बीते वर्ष न सिर्फ सोने का प्रदर्शन पिछले 14 वर्षों में यानी 2010 के बाद सबसे बेहतर रहा बल्कि कई ट्रेंड भी बनते दिखे। सोने की बेंचमार्क ग्लोबल कीमतों ने 2024 में 40 दफे न्यू ऑल टाइम हाई बनाया। जियो-पॉलिटिकल टेंशन, सेंट्रल बैंकों की खरीदारी, इन्वेस्टमेंट यानी ईटीएफ (ETF) डिमांड में तेजी और अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद के बीच सोने की कीमतों में 2024 में 27 फीसदी की जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई।
इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती के बावजूद 2024 में घरेलू बाजार में सोने ने 21 फीसदी का रिटर्न दिया। 23 जुलाई 2024 को पेश किए गए आम बजट में सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी को 15 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी कर दिया गया।
घरेलू फ्यूचर मार्केट एमसीएक्स (MCX) पर सोने का बेंचमार्क फरवरी कॉन्ट्रैक्ट 31 दिसंबर 2024 को 76,748 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर बंद हुआ जबकि 30 अक्टूबर को यह 79,775 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऑल-टाइम हाई लेवल पर पहुंच गया था। इससे पहले वर्ष 2023 के अंतिम कारोबारी दिन (29 दिसंबर) सोने का बेंचमार्क फरवरी कॉन्ट्रैक्ट 63,203 के भाव पर सेटल हुआ था।
2024 में गोल्ड का मंथली प्रदर्शन
दिसंबर 2024 | -1% |
नवंबर 2024 | -3% |
अक्टूबर 2024 | +4.6% |
सितंबर 2024 | +4.6% |
अगस्त 2024 | +3.8% |
जुलाई 2024 | +4.5% |
जून 2024 | -0.02% |
मई 2024 | +2.45% |
अप्रैल 2024 | +2.50% |
मार्च 2024 | +8.69% |
फरवरी 2024 | +0.23% |
जनवरी 2024 | -1.14% |
(Source: Bloomberg/WGC)