कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) जानें अपने ग्राहक (केवाईसी) प्रक्रिया को पूरा के लिए अपने सदस्यों को जून से स्वप्रमाणन की सुविधा शुरू करेगा। इससे उन्हें अपने नियोक्ता से केवाईसी प्रक्रिया पूरी कराने की जरूरत नहीं रहेगी। इससे संगठन के सक्रिय आठ करोड़ सदस्यों को प्रमुख राहत मिलेगी। केवाईसी एक बार की जाने वाले प्रक्रिया है।
केवाईसी की प्रक्रिया पूरी करने के बाद सदस्य के प्रमाणित होने पर यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) से जोड़ा जाता है। वर्तमान समय में केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करने के लिए नियोक्ता कर्मचारी के विवरण को मंजूरी देता है। अधिकारी ने बताया कि अभी सदस्यों को केवाईसी की प्रक्रिया पूरा करने में काफी समय बर्बाद हो जाता है।
स्वप्रमाणन की प्रक्रिया की सुविधा देने से कर्मचारी को सुविधा होगी। कई बार संबंधित संस्था के बंद होने पर सदस्य को मंजूरी नहीं मिल पाती है। इससे कर्मचारी की बकाया राशि भी फंस जाती हैं। यह सुविधा ऐसी कागजी कार्रवाई को खत्म कर देगी और दावों को निरस्त करना भी कम होगा।