केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए हेल्थकेयर सुविधा देने वाली सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (CGHS) में बड़ा बदलाव आया है। अब CGHS में पैसे जमा करने से लेकर कार्ड बनाने और रिन्यू करने तक का सारा काम सिर्फ ऑनलाइन होगा। पिछले 20 साल से चल रहा पुराना सिस्टम अब पूरी तरह बंद हो चुका है। सरकार ने कहा कि अब नया डिजिटल सिस्टम शुरू हो गया है, जिससे काम अब आसान, तेज और पारदर्शी हो सकेगा।
पहले CGHS का सब्सक्रिप्शन भरने या कार्ड रिन्यू करने के लिए लोग भारतकोष पोर्टल (bharatkosh.gov.in) का इस्तेमाल करते थे। लेकिन अब यह सुविधा बंद हो चुकी है। 28 अप्रैल 2025 को CGHS का नया आधिकारिक वेबसाइट cghs.mohfw.gov.in लॉन्च किया गया था। अब सारा पेमेंट इसी के माध्यम से होगा। अगर आपने पुराने सिस्टम पर 27 अप्रैल 2025 तक पेमेंट नहीं किया, तो आपका आवेदन अपने आप रद्द हो जाएगा। ऐसे में आपको नई वेबसाइट पर जाकर दोबारा आवेदन करना पड़ेगा।
इसके साथ ही, सरकार ने साफ कहा है कि 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी CGHS लाभार्थियों को अपना बेनिफिशियरी आईडी पैन कार्ड से लिंक करना होगा। अगर आपकी जानकारी में कोई गलती है, जैसे नाम, उम्र या दूसरी डिटेल्स, तो उसे जल्द से जल्द ठीक करवाएं। ऐसा न करने पर बाद में परेशानी का सामना करना पर सकता है।
नई वेबसाइट पर पहली बार लॉगिन करने के लिए सबसे पहले कर्मचारियों को अपना पासवर्ड रीसेट करना होगा। इसके बाद उन्हें आवेदन की जानकारी आपको SMS और ईमेल के जरिए मिलती रहेगी। यानी, अब कर्मचारियों को बार-बार ऑफिस के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि आपका पुराना डेटा, जैसे दवाइयों का रिकॉर्ड, रेफरल हिस्ट्री या कार्ड की जानकारी, पूरी तरह सुरक्षित रहेगा।
पुराना CGHS सिस्टम 2005 में बना था और तब से इसे अपडेट नहीं किया गया था। यह अब तकनीकी रूप से काफी पुराना हो चुका था। इसलिए सरकार ने इसे पूरी तरह बंद करके एक नया और आधुनिक सिस्टम शुरू किया है। यह नया सिस्टम हेल्थ मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम (HMIS) कहलाता है, जिसे C-DAC (सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग) ने बनाया है।
यह सिस्टम पूरी तरह डिजिटल है। इसमें ऑटोमैटिक वेरिफिकेशन की सुविधा है, यानी आपकी जानकारी अपने आप चेक हो जाएगी। साथ ही, आप अपने आवेदन की स्थिति को रियल-टाइम में ट्रैक कर सकते हैं। मतलब, आपको पता चलता रहेगा कि आपका आवेदन कहां तक पहुंचा है। पुरानी वेबसाइट्स, जैसे cghs.gov.in और cghs.nic.in, 28 अप्रैल 2025 से बंद हो चुकी हैं। अब सारी सेवाएं सिर्फ नई वेबसाइट पर मिलेंगी।
इसके अलावा, सरकार ने ‘myCGHS’ नाम का एक मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया है। इस ऐप के जरिए आप कई काम आसानी से कर सकते हैं। जैसे, अगर आपको अपना CGHS कार्ड किसी और शहर में ट्रांसफर करना है, परिवार के किसी नए सदस्य को जोड़ना है, या कार्ड का टाइप बदलना है, तो ये सब अब ऑनलाइन हो जाएगा। यह ऐप खासकर बुजुर्गों और पेंशनर्स के लिए काफी मददगार साबित होगा, क्योंकि अब उन्हें ऑफिस के चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
सरकार चाहती है कि यह बदलाव बिना किसी परेशानी के लागू हो। इसके लिए कई कदम उठाए गए हैं। सबसे पहले, 26 अप्रैल 2025 को सभी CGHS वेलनेस सेंटर्स आम लोगों के लिए बंद रहे, ताकि नया सिस्टम ठीक से लागू हो सके। इसके अलावा, CGHS ऑफिस और वेलनेस सेंटर्स में मास्टर ट्रेनर्स तैनात किए गए हैं। ये ट्रेनर्स लाभार्थियों और कर्मचारियों को नए सिस्टम के बारे में समझाएंगे और उनकी मदद करेंगे।
अगर आपको कोई दिक्कत आती है, तो आप अपने नजदीकी CGHS ऑफिस या कार्ड सेक्शन से संपर्क कर सकते हैं। सरकार ने यह भी साफ किया है कि इस बदलाव से आपका पुराना डेटा पूरी तरह सुरक्षित रहेगा। यानी, आपकी दवाइयों का रिकॉर्ड, पुराने रेफरल्स या कार्ड की जानकारी कहीं नहीं जाएगी। डेटा सिक्योरिटी और प्राइवेसी को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी गई है।
सरकार का कहना है कि यह नया सिस्टम न सिर्फ तकनीकी रूप से बेहतर है, बल्कि यह लाभार्थियों को ज्यादा पारदर्शिता, भरोसा और सुविधा भी देगा। खासकर पेंशनर्स और बुजुर्गों के लिए, जो अक्सर पुराने सिस्टम की जटिलताओं से परेशान रहते थे। अब डिजिटल सिस्टम के जरिए सारा काम घर बैठे हो सकेगा, जिससे समय और मेहनत दोनों की बचत होगी।
यह बदलाव CGHS को और बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। नई वेबसाइट और ऐप के जरिए अब हेल्थकेयर सुविधाएं लेना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो जाएगा। बस आपको यह ध्यान रखना है कि समय पर पेमेंट करें, अपनी जानकारी अपडेट रखें और नए सिस्टम का इस्तेमाल सही तरीके से करें।