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Bank Locker Rules: बैंक के लॉकर में आपका सोना कितना महफूज? क्या कहते हैं नियम, बड़े बैंक कितना लेते हैं सालाना चार्ज

RBI के मुताबिक, बैंकों को खाली लॉकरों की लिस्ट और वेटिंग लिस्ट ग्राहकों को दिखानी होगी।

Last Updated- April 07, 2025 | 1:57 PM IST
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Bank Locker Rules: देश में इन दिनों सोने-चांदी की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। घरेलू बाजार में आज (7 अप्रैल) चांदी का भाव करीब ₹88,900 प्रति किलोग्राम और सोने का भाव लगभग ₹88,350 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया। ऐसे में इन कीमती धातुओं की खरीदारी और उनका सुरक्षित रखरखाव करना अपने आप में एक बड़ी जिम्मेदारी बन जाता है।

भारत में सोने की खरीद सिर्फ निवेश का जरिया नहीं, बल्कि परंपरा से भी गहराई से जुड़ी हुई है। शादी-ब्याह, धार्मिक अवसरों और त्योहारों पर लोग आज भी फिजिकल गोल्ड खरीदना पसंद करते हैं। हालांकि, मौजूदा दौर में डिजिटल गोल्ड और गोल्ड ईटीएफ जैसे आधुनिक विकल्प भी मौजूद हैं, लेकिन इसके बावजूद फिजिकल गोल्ड की मांग लगातार बनी हुई है।

ऐसे में एक सवाल हमेशा उठता है—क्या घर पर सोना रखना सही है? क्योंकि घर पर सोना या कीमती चीजें रखने का खतरा हमेशा बना रहता है। इस वजह से लोग गहने, दस्तावेज और दूसरी कीमती चीजें बैंक लॉकर में रखना सुरक्षित मानते हैं। लेकिन क्या बैंक लॉकर में रखे सामान की पूरी जिम्मेदारी लेता है? इस सवाल का जवाब जानने के लिए आपको भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नियमों को समझना जरूरी है।

RBI ने अगस्त 2022 में बैंक लॉकर से जुड़े नए नियम लागू किए थे। इन नियमों के तहत सभी बैंकों को अपने मौजूदा लॉकर होल्डर्स के साथ 1 जनवरी 2023 तक नया समझौता करना अनिवार्य कर दिया गया था।

RBI के मुताबिक, बैंकों को खाली लॉकरों की लिस्ट और वेटिंग लिस्ट ग्राहकों को दिखानी होगी। साथ ही बैंक ग्राहकों से एक बार में अधिकतम तीन साल का किराया ही वसूल सकते हैं।

बैंक नहीं डाल सकते मनमानी शर्तें

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंक लॉकर के उपयोग को लेकर नए नियम लागू किए हैं। इसके तहत अब ग्राहक लॉकर में सिर्फ जरूरी और लीगल आइटम्स ही रख सकते हैं। अगर कोई व्यक्ति लॉकर का इस्तेमाल गैरकानूनी कामों के लिए करता है या उसमें इलीगल सामान रखता है, तो बैंक सख्त कार्रवाई कर सकता है।

किन चीजों को लॉकर में रखना है अनुमति

नए लॉकर एग्रीमेंट के मुताबिक, ग्राहक लॉकर में जेवरात और जरूरी दस्तावेज जैसे—

  • ज्वेलरी
  • प्रॉपर्टी से जुड़े दस्तावेज
  • लोन डॉक्यूमेंट्स
  • जन्म या विवाह प्रमाणपत्र
  • बीमा पॉलिसी
  • सेविंग बांड जैसी कीमती और गोपनीय चीजें सुरक्षित रख सकते हैं।

लॉकर की चाबी और एक्सेस सिर्फ उसी ग्राहक को मिलेगी जिसके नाम पर लॉकर है। परिवार के अन्य सदस्य या कोई और व्यक्ति लॉकर तक नहीं पहुंच सकता, जब तक उसके नाम पर ऑथराइज्ड परमिशन न हो।

किन चीजों को रखना मना है?

RBI की गाइडलाइन के अनुसार, लॉकर में नकदी (Cash) और करेंसी रखना मना है। इसके अलावा, निम्नलिखित चीजें भी लॉकर में नहीं रखी जा सकतीं—

  • हथियार, गोला-बारूद
  • ड्रग्स, विस्फोटक
  • प्रतिबंधित (Contraband) सामग्री
  • सड़ने-गलने वाली या रेडियोएक्टिव वस्तुएं
  • ऐसी कोई भी चीज जो बैंक या ग्राहकों के लिए परेशानी का कारण बने

बैंक की जिम्मेदारी कब बनती है?

नियमों के अनुसार, अगर बैंक लॉकर में रखी किसी वस्तु को नुकसान बैंक की लापरवाही या किसी कर्मचारी की धोखाधड़ी की वजह से होता है, तो बैंक को ग्राहक को मुआवज़ा देना होगा।

इस मुआवज़े की राशि लॉकर के सालाना किराए से जुड़ी होती है। बैंक को लॉकर के सालाना किराए का 100 गुना तक भुगतान करना पड़ सकता है।

उदाहरण के लिए, अगर लॉकर का सालाना किराया ₹2,000 है, तो बैंक को ₹2,00,000 तक का मुआवज़ा देना पड़ सकता है। 

बैंक में गोल्ड रखने के लिए कैसे लें लॉकर?

अगर आप अपने सोने को सुरक्षित तरीके से बैंक लॉकर में रखना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ जरूरी स्टेप्स फॉलो करने होते हैं। यहां हम आपको बताते हैं इस पूरी प्रक्रिया को आसान भाषा में:

स्टेप 1: लॉकर के लिए आवेदन करें

  • सबसे पहले उस बैंक ब्रांच में जाएं जहां आपका अकाउंट हो।
  • लॉकर के लिए एप्लीकेशन फॉर्म मांगें।
  • फॉर्म में अपनी पर्सनल डिटेल्स भरें।
  • चाहें तो अपने साथ किसी और को जॉइंट होल्डर के तौर पर शामिल कर सकते हैं ताकि आपकी गैरमौजूदगी में भी लॉकर एक्सेस किया जा सके।
  • भरे हुए फॉर्म को बैंक में जमा करें।

नोट- लॉकर खोलने से पहले ये तय करें कि आपको कितने समय के लिए लॉकर चाहिए (कम से कम एक साल के लिए होता है)।

स्टेप 2: अलॉटमेंट और एग्रीमेंट का इंतजार करें

  • फॉर्म जमा करने के बाद, जब लॉकर उपलब्ध होगा, तब बैंक आपको अलॉट करेगा।
  • लॉकर से जुड़ी शर्तों और नियमों वाला एग्रीमेंट ध्यान से पढ़ें और साइन करें।
  • आप और जॉइंट होल्डर दोनों को जरूरी डॉक्यूमेंट जमा करने होंगे।
  • लॉकर यूज शुरू करने से पहले किराया जमा करना जरूरी है।

जानें देश के प्रमुख बैंकों में क्या है लॉकर के रेट

यहां चार प्रमुख बैंकों—केनरा बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक—के सेफ डिपॉजिट लॉकर से जुड़े शुल्क और किराये की तुलना दी गई है। इस विवरण में रजिस्ट्रेशन चार्ज, सालाना किराया और एक्सेस फीस शामिल है।

चार प्रमुख बैंकों के लॉकर शुल्क की तुलना

1. SBI

 

लॉकर का आकार शहरी एवं मेट्रो (Urban & Metro) ग्रामीण एवं अर्ध-शहरी (Rural & Semi-Urban)
स्मॉल ₹1,500 + GST ₹1,000 + GST
मीडियम ₹3,000 + GST ₹2,000 + GST
लार्ज ₹6,000 + GST ₹5,000 + GST
एक्स्ट्रा लार्ज ₹9,000 + GST ₹7,000 + GST

2. Canara Bank

  • रजिस्ट्रेशन चार्ज (एक बार): ₹400 + GST

  • 12 बार तक एक्सेस/वर्ष: फ्री

  • 12 से ज्यादा एक्सेस: ₹100 प्रति बार + GST

लॉकर का आकार मेट्रो (₹) अर्बन/सेमी-अर्बन (₹) ग्रामीण (₹)
स्मॉल 2,000 1,500 1,000
मीडियम 4,000 3,000 2,000
लार्ज 7,000 6,000 4,000
वेरी लार्ज 10,000 8,000 6,000

3. HDFC Bank

 

लॉकर का आकार मेट्रो (₹) अर्बन (₹) सेमी-अर्बन (₹) ग्रामीण (₹)
एक्स्ट्रा स्मॉल 1,350 1,100 1,100 550
स्मॉल 2,200 1,650 1,200 850
मीडियम 4,000 3,000 1,550 1,250
एक्स्ट्रा मीडियम 4,400 3,300 1,750 1,500
लार्ज 10,000 7,000 4,000 3,300
एक्स्ट्रा लार्ज 20,000 15,000 11,000 9,000

4. ICICI Bank

 

लॉकर का आकार ग्रामीण (₹) सेमी-अर्बन (₹) अर्बन (₹) मेट्रो (₹) मेट्रो+ (₹)
स्मॉल 1,200 2,000 3,000 3,500 4,000
मीडियम 2,500 5,000 6,000 7,500 9,000
लार्ज 4,000 7,000 10,000 13,000 15,000
एक्स्ट्रा लार्ज 10,000 15,000 16,000 20,000 22,000

5. Axis Bank

लॉकर का आकार ग्रामीण (₹) सेमी-अर्बन (₹) अर्बन (₹) मेट्रो (₹) मेट्रो+ (₹)
स्मॉल 1,200 2,000 3,000 3,500 4,000
मीडियम 2,500 5,000 6,000 7,500 9,000
लार्ज 4,000 7,000 10,000 13,000 15,000
एक्स्ट्रा लार्ज 10,000 15,000 16,000 20,000 22,000

महत्वपूर्ण बातें:

  • लॉकर किराया सालाना आधार पर लिया जाता है।

  • दरें बैंक की लोकेशन और लॉकर साइज पर निर्भर करती हैं।

  • सभी शुल्कों पर GST अतिरिक्त देय है।

First Published - April 7, 2025 | 1:51 PM IST

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