Credit Card Limit Increase: आज की डिजिटल दुनिया में क्रेडिट कार्ड लोगों की एक बड़ी जरूरत बन गया है। शहरी मध्यम वर्ग से लेकर गांव के लोग तक क्रेडिट कार्ड से अपनी जरूरत के लिए क्रेडिट कार्ड पर निर्भर रहते हैं। नौकरीपेशा लोगों के लिए तो क्रेडिट कार्ड और जरूरी हो गया है। लेकिन असली समस्या तब शुरू होती है जब उनकी क्रेडिट कार्ड की लिमिट कम रहती है, जिसकी वजह से वह अपनी मनपसंद चीजों की शॉपिंग नहीं कर पाते हैं।
इससे बचने के लिए कई लोग अपनी क्रेडिट लिमिट को बढ़ाना चाहते हैं ताकि उनकी खर्च करने की क्षमता बढ़े और जरूरत पड़ने पर पैसों की कमी न हो। लेकिन उनके मन में एक डर यह भी रहता है कि कहीं उनका क्रेडिट स्कोर खराब न हो जाए। लेकिन अगर सही तरीके से काम किया जाए तो आप अपनी क्रेडिट लिमिट आसानी से बढ़ा सकते हैं और क्रेडिट स्कोर को सुरक्षित भी रख सकते हैं। यहां हम उन 5 महत्वपूर्ण प्वाइंट्स के बारे में चर्चा करेंगे कि कैसे आप अपने क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचाए बिना अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट को बढ़ा सकते हैं।
क्रेडिट लिमिट बढ़ाने का पहला कदम है कि आप अपनी मौजूदा क्रेडिट की जिम्मेदारी अच्छे से निभाएं। अगर आप हर महीने अपने क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर चुकाते हैं, तो बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी को भरोसा होता है कि आप पैसे का सही इस्तेमाल कर सकते हैं।
आपका पेमेंट हिस्ट्री आपके क्रेडिट स्कोर का 35% हिस्सा बनाता है। इसका मतलब है कि अगर आप बिल समय पर नहीं चुकाते, तो आपका स्कोर नीचे जा सकता है, और क्रेडिट लिमिट बढ़ाने की मांग भी ठुकराई जा सकती है।
इसलिए, अगर आप क्रेडिट लिमिट बढ़ाना चाहते हैं, तो पहले अपनी पेमेंट हिस्ट्री को मजबूत करें। हर महीने कम से कम मिनिमम अमाउंट जरूर चुकाएं और कोशिश करें कि पूरा बिल समय पर क्लियर हो। इससे आपकी क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी बनेगी और बैंक को लगेगा कि आपको ज्यादा क्रेडिट दिया जा सकता है।
क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो का मतलब है कि आप अपनी मौजूदा क्रेडिट लिमिट का कितना हिस्सा इस्तेमाल करते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आपकी लिमिट 50,000 रुपये है और आप 40,000 रुपये खर्च करते हैं, तो आपका रेशियो 80% हो जाता है।
अगर आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो 30% से कम रहे, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर के लिए अच्छा होता है।
अगर आपकी क्रेडिट लिमिट कम है और आप उसका ज्यादातर हिस्सा इस्तेमाल कर लेते हैं, तो बैंक सोच सकता है कि आप पैसे के लिए बहुत निर्भर हैं। इससे क्रेडिट स्कोर पर बुरा असर पड़ता है। इसे ठीक करने के लिए, अपने खर्च को कम रखें और मौजूदा लिमिट का पूरा इस्तेमाल न करें। जब आप कम रेशियो बनाए रखते हैं, तो बैंक को लगता है कि आप जिम्मेदार हैं और वे आपकी लिमिट बढ़ाने पर विचार कर सकते हैं।
क्रेडिट लिमिट बढ़ाने का सबसे आसान तरीका है कि आप अपने बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी से सीधे बात करें। लेकिन इसके लिए सही समय का इंतजार करना जरूरी है। अगर आपने कम से कम 6 महीने तक क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल किया हो और बिल समय पर चुकाए हों, तो यह लिमिट बढ़ाने की रिक्वेस्ट करने का अच्छा समय हो सकता है।
आप बैंक को फोन कर सकते हैं, ऑनलाइन ऐप के जरिए रिक्वेस्ट डाल सकते हैं या ब्रांच में जाकर बात कर सकते हैं। रिक्वेस्ट करते वक्त अपनी अच्छी पेमेंट हिस्ट्री और जिम्मेदार खर्च करने की आदत का जिक्र करें। कई बार बैंक खुद ही आपकी लिमिट बढ़ाने का ऑफर देते हैं अगर आपका रिकॉर्ड अच्छा है। लेकिन ध्यान रखें, अगर आप बार-बार रिक्वेस्ट करते हैं और आपका स्कोर कमजोर है, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचा सकता है।
बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी यह भी देखती है कि आपकी कमाई कितनी है। अगर आपकी सैलरी या बिजनेस की इनकम पहले से बढ़ गई है, तो इसे बैंक को बताएं। अगर आप अपनी अपडेटेड सैलरी स्लिप या इनकम टैक्स रिटर्न जैसे डॉक्यूमेंट जमा करते हैं, तो बैंक को लगता है कि आप ज्यादा क्रेडिट को हैंडल कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए, अगर आपकी सैलरी 2 साल पहले 30,000 रुपये महीना थी और अब 50,000 रुपये हो गई है, तो यह जानकारी बैंक के साथ शेयर करें। इससे आपकी क्रेडिट लिमिट बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। लेकिन याद रखें, अगर आपकी इनकम में कोई बदलाव नहीं हुआ है, तो झूठी जानकारी न दें, इससे आपकी रिक्वेस्ट रिजेक्ट हो सकती है और क्रेडिट स्कोर पर भी असर पड़ सकता है।
कई लोग सोचते हैं कि अगर एक क्रेडिट कार्ड की लिमिट कम है, तो दूसरा कार्ड ले लें। लेकिन यह गलत सोच हो सकती है। अगर आप कम समय में कई क्रेडिट कार्ड्स के लिए अप्लाई करते हैं, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि हर बार जब आप नया कार्ड लेने की कोशिश करते हैं, तो बैंक आपकी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करता है, जिसे हार्ड इन्क्वायरी कहते हैं। ज्यादा हार्ड इन्क्वायरी से स्कोर कम हो सकता है।
इसके बजाय, अपने मौजूदा क्रेडिट कार्ड को अच्छे से मैनेज करें और उसकी लिमिट बढ़ाने पर फोकस करें। अगर आपका स्कोर अच्छा है और आप जिम्मेदारी से क्रेडिट इस्तेमाल करते हैं, तो एक ही कार्ड की लिमिट बढ़ाना ज्यादा सुरक्षित और आसान है।
आज बैंकिंग सेक्टर में जिस तरह से प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है, अधिक क्रेडिट लिमिट पाना कोई मुश्किल काम नहीं है, बशर्ते आप सही तरीके अपनाएं। समय पर बिल चुकाएं, क्रेडिट यूटिलाइजेशन कम रखें, सही समय पर बैंक से रिक्वेस्ट करें, अपनी इनकम अपडेट करें और बेवजह नए कार्ड्स लेने से बचें। ये कदम आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचाए बिना आपकी लिमिट बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
क्रेडिट स्कोर आपकी फाइनेंशियल हेल्थ का आईना होता है, इसलिए इसे संभालकर रखें और स्मार्ट तरीके से क्रेडिट का इस्तेमाल करें। इस तरह, आप न सिर्फ अपनी जरूरतें पूरी कर पाएंगे, बल्कि भविष्य में बड़े लोन या दूसरी फाइनेंशियल सुविधाओं के लिए भी तैयार रहेंगे। तो आज से ही इन टिप्स पर काम शुरू करें और अपनी क्रेडिट लिमिट को बढ़ाएं, बिना किसी टेंशन के!