दो-तिहाई प्रमुख वैश्विक सूचकांक 2025 में नए सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंचे हैं। भारत के भी जल्द ही उस सूची में शामिल होने की संभावना है। पिछले सप्ताह देसी शेयर बाजार नए रिकॉर्ड से बस थोड़ा पीछे रह गए – निफ्टी 50 केवल 24 अंक पीछे रह गया और सेंसेक्स करीब 203 अंक पीछे। बंद स्तर के आधार पर सेंसेक्स ने आखिरी बार 26 सितंबर, 2024 को 85,836 और निफ्टी ने 26,216 का रिकॉर्ड बनाया था। शुक्रवार को सेंसेक्स 85,232 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 26,068 पर टिका।
सीएलएसए के अनुसार, इस साल वैश्विक स्तर पर तेजी का दौर रहा है, जहां प्रमुख देशों के 65 फीसदी इक्विटी बेंचमार्क नए शिखर पर पहुंचे हैं। ब्रोकरेज का कहना है कि हाल के दशकों में व्यापक बाजार की मजबूती का एकमात्र ऐसा दौर 2007 के वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान आया था, जब प्रमुख देशों के करीब 70 फीसदी बेंचमार्क नए शिखर पर पहुंचे थे। भारत हालांकि ऐसे वैश्विक उठान में शामिल नहीं हो पाया है।
सीएलएसए के रणनीतिकार और शोध प्रमुख विकास कुमार जैन ने एक नोट में कहा, भारत ने इस वैश्विक तेजी वाले बाजार में हिस्सा नहीं लिया है और यह उन कुछ बाजारों में से एक है, जो 2025 में एक नया शिखर छूने का इंतजार कर रहे हैं। यह उल्लेखनीय है क्योंकि इस सदी के 25 वर्षों में से 19 वर्षों में भारत ने नए शिखर छूने का रिकॉर्ड बनाया है, जो प्रमुख सूचकांकों में सबसे ज्यादा निरंतरता बताता है। निफ्टी बेंचमार्क के लिए नया सर्वकालिक उच्चस्तर स्थापित करने में 13 महीने से ज्यादा का इंतजार 30 वर्षों में छठा सबसे लंबा इंतजार है।