पिछले कुछ महीनों में बाजार धीरे-धीरे निचले स्तरों पर खिसक रहा है। अल्केमी कैपिटल मैनेजमेंट के निदेशक और मुख्य निवेश अधिकारी (सीआईओ) हिरेन वेद ने पुनीत वाधवा को ईमेल साक्षात्कार में बताया कि बाजार के हालात से, खासकर अगर उतार-चढ़ाव के कारण निवेशक सतर्क होते हैं तो ब्रोकिंग वॉल्यूम प्रभावित हो सकता है क्योंकि इसके परिणामस्वरूप ट्रेडिंग की गतिविधियां कम हो जाती हैं। संपादित अंश:
क्या निवेशकों और फंड मैनेजरों के लिए कैलेंडर वर्ष 2025 में बाजारों से रिटर्न अर्जित करना मुश्किल होगा?
वर्ष 2025 अभी तक व्यापक बाजारों के लिए मुश्किलों भरा रहा है। अस्थिरता ने निवेशकों की धारणाओं को प्रभावित किया है। रिटर्न सृजित करना कभी भी आसान नहीं होता। आज हम जिस हालात में हैं, उसे देखते हुए यह चुनौतीपूर्ण साल हो सकता है। हालांकि वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी और तीसरी तिमाही में चक्रीय मंदी के बाद अर्थव्यवस्था और कंपनियों की आय ने रफ्तार पकड़ी है। हमें 2025-26 की पहली तिमाही से बाजार में ज्यादा सकारात्मक माहौल की उम्मीद है। साल 2025 का बाकी हिस्सा इक्विटी के लिए फलदायी वर्ष हो सकता है।
क्या निवेशकों को डेट सेगमेंट में आवंटन बढ़ाना चाहिए?
अल्पावधि से मध्यम अवधि की जरूरतों के लिए निवेशकों का डेट में पर्याप्त आवंटन होना चाहिए जो उतारचढ़ाव वाले बाजार में नकदी व स्थिरता सुनिश्चित करता है। लेकिन लंबी अवधि में संपत्ति सृजन के लिए सबसे अच्छा निवेश इक्विटी ही है।
पिछले कुछ महीनों में बाजारों की चाल पर आपके ग्राहकों की क्या प्रतिक्रिया रही है? क्या अब निवेश के लिए नई रकम मिलना मुश्किल हो गया है? क्या आपके ज्यादातर निवेशक रकम निकाल रहे हैं?
निवेशक समय के साथ ज्यादा परिपक्व हो गए हैं और जानते हैं कि बाजार चक्र में आगे बढ़ते हैं। हालांकि, मानव स्वभाव कम से कम जोखिम के साथ बढ़ोतरी को प्राथमिकता देता है। जहां अस्थिरता चिंता पैदा कर सकती है वहीं हम नई रकम आती देख रहे हैं। लेकिन निवेशक कुछ समय के लिए अपने निवेश को टुकड़ों में बांटने का विकल्प चुन सकते हैं। बाजार में अस्थिरता के बावजूद अभी तक कोई अहम निकासी नहीं हुई है। इससे पता चलता है कि निवेशक तात्कालिक प्रतिक्रिया जताए बगैर अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों के लिए प्रतिबद्ध रहने के लिए तैयार हैं।
क्या बाजार के मुश्किल हालात अगले 12-18 महीनों में ब्रोकिंग और वेल्थ मैनेजमेंट उद्योग के लिए एकीकरण को बढ़ावा दे सकते हैं? इस चरण से कौन हैं जो अपना अस्तित्व बचा सकेंगे?
ब्रोकिंग वॉल्यूम बाजार के हालात से प्रभावित हो सकता है, खासकर अगर अस्थिरता के कारण निवेशक सतर्क हो जाते हैं। इसके परिणामस्वरूप ट्रेडिंग गतिविधियां कम हो जाती हैं। हालांकि, वेल्थ मैनेजर अनिश्चित समय में ग्राहकों के मार्गदर्शन, उन्हें परिसंपत्ति वर्गों में विविधता लाने में मददगार और अनुशासित दृष्टिकोण सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। कठिन और अस्थिर बाजारों के दौरान उनकी ज़रूरत ज्यादा महसूस होती है, न कि जब बाजार एकतरफा तेजी से आगे बढ़ रहे होते हैं क्योंकि निवेशक जोखिम प्रबंधन और रिटर्न को बेहतर करने के लिए सलाह मांगते हैं।
वर्ष 2020 के बाद कई निवेशक पहली बार बाज़ार में आए थे। हाल की गिरावट ने उनके लाभ को काफी कम कर दिया है। ऐसे में उन्हें अब बाजार में क्या करना चाहिए, इस पर आपकी क्या सलाह है?
वर्ष 2020 में आए ज्यादातर निवेशक बढ़िया लाभ कमा रहे हैं। लेकिन उन्होंने वर्ष 2025 तक कभी भी 10 फीसदी से ज्यादा की गिरावट नहीं देखी है। यह उनके दृढ़ विश्वास की परीक्षा होगी और जो लोग अस्थिरता से जूझ रहे हैं, वे बाहर निकलने के लिए प्रेरित हो सकते हैं। लेकिन अगर उन्होंने मजबूत शेयर या अच्छी तरह से प्रबंधित फंड में निवेश किया है तो यह सही तरीका नहीं है। उनके लिए बेहतर होगा कि वे अपने पैसे किसी पेशेवर प्रबंधक को सौंप दें, बजाय इसके कि वे खुद अनिश्चित बाजारों में निवेश करें। जब बाजार एकतरफा आगे बढ़ रहे थे और अस्थिरता कम थी, तब यह आसान था। अब बाजार निवेशकों के धैर्य और दृढ़ विश्वास की परीक्षा ले रहे हैं।
क्या कंपनियों की आय निचले स्तर पर पहुंच चुकी है?
हमें वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही और अगले साल तेजी देखने को मिलेगी क्योंकि सरकारी खर्च फिर से शुरू हो रहा है जिससे सभी क्षेत्रों में मांग बढ़ रही है। कर कटौती, कम ब्याज दरों और बेहतर नकदी के मेल से कंपनियों की आय को और समर्थन मिल सकता है।