Waaree Energies IPO: भारत की सबसे बड़ी सौर उपकरण विनिर्माताओं में से एक मुंबई की वारी एनर्जी ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) का मसौदा दाखिल किया है। हितेश जोशी की यह कंपनी साल 2007 से सौर उपकरणों का विनिर्माण कर रही है।
बाजार नियामक के पास मसौदा दाखिल करने के बाद वारी एनर्जीज आईपीओ वाली पहली सौर उपकरण विनिर्माता कंपनी बन गई है। इससे पहले भी कंपनी ने साल 2021 में मसौदा दाखिल किया गया था मगर बाद में इस योजना को छोड़ दिया।
कंपनी के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम में 3 हजार करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे और कंपनी के शेयरधारक 32 लाख शेयरों की बिक्री (ओएफएस) करेंगे। प्रवर्तककों में से वारी सस्टेनेबल फाइनैंस 27 लाख शेयरों की बिक्री करेगी जबकि चंद्रुकर इन्वेस्टमेंट्स और समीर सुरेंद्र शाह 5 लाख शेयर बेचेंगे।
वारी की कुल विनिर्माण क्षमता 12 गीगावॉट की है और यह सौर उपकरण विनिर्माण के लिए केंद्र सरकार की उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना में भी शामिल है। कंपनी ने बाजार नियामक को सौंपे गए मसौदे में कहा है कि वह जुटाई गई रकम से ओडिशा में 6 गीगवॉट के इनगॉट वेफर, सोलर सेल और सोलर पीवी विनिर्माण सुविधा की स्थापना करेगी जो देश के साथ-साथ सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों को पूरा करने के लिए किया जाएगा।
Also read: साल 2023 में शेयर बाजार निवेशकों की हुई चांदी, संपत्ति में आया जबरदस्त उछाल
कंपनी ने हाल ही में घोषणा की है कि वह अमेरिका में अपना पहला विनिर्माण संयंत्र लगाएगी। ब्रुकशायर में स्थापित होने वाले इस संयंत्र में साल 2024 के अंत तक शुरू में सालाना 3 गीगावॉट सौर उपकरण बनाने की क्षमता होगी। वारी ने अगले चार वर्षो में यानी साल 2027 तक अपने सालाना विनिर्माण उत्पादन को 5 गीगावॉट करने की योजना बनाई है। इसके लिए कंपनी 1 अरब डॉलर का निवेश करेगी। कंपनी ने अपने हालिया बयान में कहा है कि यह इसे अमेरिका में सबसे बड़ी सौर उपकरण विनिर्माण संयंत्र में से एक बना देगा।
फिलहाल भारत में कंपनी के चार विनिर्माण संयंत्र हैं। यह गुजरात के सूरत, तुम्ब, नंदीग्राम और चिखली में स्थित हैं। पिछले महीने तक कंपनी के पास 20 गीगावॉट सौर पीवी मॉड्यूल की ऑर्डर बुक लंबित थी। ऐक्सिस कैपिटल लिमिटेड, आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड, जेफरीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, नोमुरा फाइनैंशियल (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड आदि इस निर्गम के प्रमुख प्रबंधक हैं।