Titagarh Rail Systems (TRSL) ने वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में कमजोर प्रदर्शन किया है। कंपनी के मुनाफे और कमाई दोनों में गिरावट आई है, जिसकी मुख्य वजह रेल पहियों की कमी रही। इस वजह से कंपनी को अपने वैगन और कुछ अन्य प्रोजेक्ट्स की डिलीवरी में रुकावटों का सामना करना पड़ा। हालांकि, ब्रोकरेज कंपनियां नुवामा और एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग का मानना है कि यह एक अस्थायी परेशानी है और लंबी अवधि में कंपनी का भविष्य काफी मजबूत दिख रहा है। दोनों ही ब्रोकरेज ने स्टॉक पर BUY की सिफारिश दोहराई है, यानी निवेशकों को इसे खरीदने की सलाह दी है।
नुवामा ने बताया कि टिटागढ़ की चौथी तिमाही की आमदनी और मुनाफा, पिछले साल की तुलना में करीब 5-6% घटा है। इसकी सबसे बड़ी वजह रही “व्हीलसेट” यानी पहियों की कमी, जिसकी वजह से वैगन की डिलीवरी समय पर नहीं हो पाई। इसके बावजूद कंपनी ने तिमाही-दर-तिमाही आधार पर (यानि पिछली तिमाही से तुलना में) अपने वैगन और पैसेंजर कोच डिविज़न में अच्छा प्रदर्शन किया है।
नुवामा की रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि कंपनी की ऑर्डर बुक तिमाही के अंत में ₹1.12 लाख करोड़ रही, जो कि उसकी सालाना कमाई का लगभग तीन गुना है। हालांकि, नए ऑर्डर कम मिले हैं, इसलिए कुल ऑर्डर बुक में थोड़ी कमी आई है।
एक बड़ी बात यह है कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक टिटागढ़ मुंबई मेट्रो लाइन-6 के लिए 108 कोच सप्लाई करने की दौड़ में सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी (L1) बनी है। हालांकि, Q1FY26 यानी अप्रैल-जून तिमाही में भी पहियों की कमी बनी रहने की आशंका है, जिससे मुनाफे पर असर पड़ सकता है। इसी वजह से नुवामा ने कंपनी के FY26 और FY27 के मुनाफे के अनुमान में क्रमश: 8% और 3% की कटौती की है। फिर भी उन्होंने कंपनी पर भरोसा जताते हुए टारगेट प्राइस को बढ़ाकर ₹1,292 किया है (पहले ₹1,197 था) और BUY रेटिंग बनाए रखी है। मंगलवार को सुबह 10.21 बजे कंपनी का शेयर 902.80 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। इसके हिसाब से 43% अपसाइड की संभावना है।
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एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग ने भी कंपनी के नतीजों को उम्मीद से कमजोर बताया है। उनके मुताबिक, कंपनी की आमदनी (Revenue), ऑपरेटिंग मुनाफा (EBITDA) और शुद्ध मुनाफा (PAT) में क्रमश: 5%, 10% और 6% की गिरावट दर्ज हुई। खासकर एफआरएस (Freight Rail System) सेगमेंट में डिलीवरी कमजोर रही, क्योंकि रेल व्हील फैक्ट्री से पहियों की सप्लाई समय पर नहीं हो पाई।
हालांकि, पीआरएस (Passenger Rail System) सेगमेंट में कंपनी का प्रदर्शन अच्छा रहा, जहां प्रपल्शन यूनिट की डिलीवरी तेज़ी से हुई। EBITDA ₹1.1 अरब रहा जबकि एंटीक का अनुमान ₹1.3 अरब था। मार्जिन भी अनुमान से थोड़ा कम 10.7% रहा।
कंपनी की कुल ऑर्डर बुक ₹1.12 लाख करोड़ की है जिसमें प्राइवेट वैगन, वंदे भारत ट्रेनें, अहमदाबाद और सूरत मेट्रो जैसे प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। FY25 में कंपनी ने 9,431 वैगन डिलीवर किए, जो पिछले साल से 14% ज़्यादा है। एंटीक को उम्मीद है कि जून 2025 से रेल व्हील फैक्ट्री की सप्लाई सामान्य हो जाएगी जिससे काम की रफ्तार और बढ़ेगी।
एंटीक ने भी अपने FY26 और FY27 के अनुमान में थोड़ी कटौती की है (क्रमश: 3% और 5%)। लेकिन कंपनी के मेट्रो, वंदे भारत और मालगाड़ी से जुड़े बड़े प्रोजेक्ट्स को देखते हुए उन्होंने इसे लंबी अवधि के लिए मजबूत माना है और स्टॉक पर BUY रेटिंग बरकरार रखी है। उनका नया टारगेट प्राइस ₹1,095 है, जो पहले ₹1,217 था। मंगलवार को सुबह 10.21 बजे कंपनी का शेयर 902.80 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। इसके हिसाब से 21% अपसाइड की संभावना है।
डिस्क्लेमर: यह खबर ब्रोकरेज की रिपोर्ट के आधार पर है, निवेश संबंधित फैसले लेने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।