बाजार में लगातार चौथे दिन आज भी तेजी दिखी। एचडीएफसी बैंक एवं एचडीएफसी के शानदार प्रदर्शन और सकारात्मक आर्थिक आंकड़ों के दम पर बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 583 अंक उछलकर 59,689 पर पहुंच गया।
30 शेयरों वाला सेंसेक्स पिछले चार कारोबारी सत्रों में 2,075 अंक चढ़ चुका है। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी आज 159 अंक बढ़कर 17,557 पर बंद हुआ।
एचडीएफसी बैंक का शेयर 2.7 प्रतिशत और एचडीएफसी का शेयर 2.9 प्रतिशत बढ़ गया। सेंसेक्स की आज की उछाल में इन दोनों शेयरों का करीब आधा योगदान रहा। मार्च तिमाही में जमा रकम और ऋण आवंटन में बढ़ोतरी के कारण एचडीएफसी बैंक इतना उछल गया।
मैक्वेरी कैपिटल में प्रमुख (वित्तीय शोध) सुरेश गणपति ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2023 में 3.2 लाख करोड़ रुपये की जमा राशि आई, जो वित्त वर्ष 2022 की 2.2 लाख करोड़ रुपये से 45 प्रतिशत ज्यादा है। हमारे हिसाब से यह जबरदस्त उपलब्धि है। वित्त वर्ष 2024 में 4 लाख करोड़ रुपये की जमा रकम का लक्ष्य हासिल करने के लिए एचडीएफसी बैंक को जमा में 25 प्रतिशत वृद्धि दर्ज करनी होगी और यह मुश्किल काम नहीं है।
बाजार में शेयरों के भाव नरम पड़ने से भी कुछ लिवाली देखी गई। निफ्टी इस समय 12 महीनों के 21.1 गुना पी/ई मल्टिपल पर कारोबार कर रहा है, जबकि पिछले पांच वर्षों का पी/ई मल्टिपल 25 गुना है।
भारत में सेवा क्षेत्र में लगातार 20वें महीने विस्तार होने से भी बाजार का हौसला काफी बढ़ा। हालांकि सेवा क्षेत्र का पर्चेंजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) मार्च में घटकर 57.8 रह गया, जो फरवरी में 12 महीने के उच्चतम स्तर 59.4 पर था। लेकिन लगातार 20वें महीने यह सूचकांक 50 से ऊपर रहा। सूचकांक का 50 से ऊपर आना विस्तार दिखाता है।
इस वर्ष के पहले 2 महीने में शुद्ध बिकवाली के बाद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) भारतीय बाजार में जमकर दांव लगा रहे हैं। कुछ बड़ी कंपनियों द्वारा शेयरों की बिक्री और वैश्विक स्तर पर बैंकिंग संकट थमने के संकेतों के बाद सुधरे हालात में विदेशी निवेशक भारतीय बाजार में बेफिक्र होकर निवेश कर रहे हैं। इस महीने एफपीआई ने अब तक 3,000 करोड़ रुपये की शुद्ध लिवाली की है।अलबत्ता वैश्विक बाजारों से आज मिले-जुले संकेत आए।
जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर कहते हैं, ‘देसी बाजार में काफी मजबूती दिख रही है। दुनिया के दूसरे बाजारों में होने वाली घटनाओं का भारतीय बाजारों पर बड़ा असर नहीं दिख रहा है। बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के शानदार तिमाही नतीजे और अप्रत्याशित कर में कटौती की घोषणा से जोश में आया बाजार बुरी खबरों को हावी नहीं होने दे रहा। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) गुरुवार को मौद्रिक नीति की घोषणा में नीतिगत दरों में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी कर सकता है। यह कदम बाजार के लिए सकारात्मक ही होगा।’