facebookmetapixel
NICDC बना रहा 20 इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी, विदेशी निवेशकों की बढ़ती रुचिWaaree Energies के शेयरों में अमेरिका की जांच के चलते 7 फीसदी की भारी गिरावटSME IPO का पहले दिन का जोश ठंडा, 37 फीसदी कंपनियों के शेयर इश्यू प्राइस से नीचे बंदसभी तटीय बंदरगाहों को जोड़ने के लिए 2030 तक 1 लाख करोड़ रुपये का होगा निवेश: नितिन गडकरीछह दशक की सेवा के बाद मिग-21 ने भरी अपनी अंतिम उड़ान, भारतीय आकाश में हुई भव्य विदाईIndian IT Stocks: एक्सेंचर के सतर्क अनुमान ने भारतीय आईटी शेयरों में अल्पकालिक चिंता बढ़ाईGST अधिकारियों ने देशभर के होटलों पर रेस्टोरेंट सेवाओं में कम कर भुगतान पर कसा शिकंजाPM मोदी ने बिहार की महिलाओं को 10-10 हजार रुपये की आर्थिक मदद के साथ सशक्त बनाने का किया ऐलानसरकार ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी छमाही में 6.77 लाख करोड़ रुपये उधार लेने की योजना बनाईBSNL का मुनाफा ₹5,000 करोड़ के पार, पिछले वित्त वर्ष से ₹2,300 करोड़ ज्यादा: ज्योतिरादित्य सिंधिया

सन टीवी- बादलों का साया

Last Updated- December 07, 2022 | 9:05 AM IST

बाजार के प्रतियोगी माहौल से ब्राडकॉस्टर सन टीवी के मार्च 2008 की तिमाही के कारोबार को भी प्रभावित किया है। सन टीवी दक्षिण भारत में सबसे बड़ा प्रसारक है।


सन टीवी के राजस्व में 35 फीसदी से भी ज्यादा की गिरावट देखी गई और यह 247 करोड़ के स्तर पर आ गया। कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन भी 2.5 फीसदी गिरकर 64.4 फीसदी पर आ गया। इसकी वजह से कंपनी का शुध्द लाभ में 23 फीसदी की गिरावट देखी गई और यह 91.5 करोड़ के स्तर पर आ गया।

लाभ में भी 14.4 फीसदी की तेज गिरावट देखी गई। कंपनी के यह आंकड़े आश्चर्यजनक रहे क्योंकि वित्त्तीय वर्ष 2008 की पहली तिमाहियों में कंपनी का राजस्व में लगातार बेहतर बढ़त देखी गई है। कंपनी का संचित राजस्व कंपनी के स्टैंड एलोन राजस्व से कुछ ही ज्यादा रहा। कंपनी ने वित्त्तीय वर्ष 2008 की मार्च तिमाही में 870 करोड़ का संचित राजस्व अर्जित किया। यद्यपि कंपनी का शुध्द लाभ गिरकर 327 करोड़ रहा और इसकी वजह कंपनी को रेडियो कारोबार में लगा घाटा रहा।

कंपनी के लिए चारों दक्षिणी राज्यों में प्रतियोगिता तेजी से बढ़ी है और इनाडु,जी और राज टीवी ने अपनी हिस्सेदारी धीरे धीरे बढ़ाई है। इसके अलावा इस कारोबार में रोज नई कंपनियां प्रवेश कर रही हैं। तमिलनाडु का बाजार जिसकी कंपनी के राजस्व में 60 फीसदी हिस्सेदारी है,को कलाईग्नार से कड़ी प्रतियोगिता का सामना करना पड़ रहा है जिसनें न सिर्फ कंपनी की हिस्सेदारी को प्रभावित किया है बल्कि सन के राजस्व को प्रभावित किया है। यद्यपि सन टीवी की तेलुगु और कन्नड़ बाजार में हिस्सेदारी भले ही घटी है लेकिन अभी भी इसके बाजार का प्रमुख खिलाड़ी बने रहने के आसार हैं।

यद्यपि सन टीवी बाजार का प्रमुख प्रसारक बना रहेगा लेकिन कंपनी के विज्ञापन से अर्जित राजस्व में अवश्य कमी आई है। कंपनी का एफ रेडियो कारोबार तेजी से प्रतियोगी होता जा रहा है क्योंकि सरकार द्वारा अगले चरण में 700 नए ब्राडकास्टर को मंजूरी दिए जाने की योजना है। अभी एफ चैनल्स पर अभी न्यूज बुलेटिन को अनुमति नहीं दी गई है इसलिए रेडियो एफ चैनल्स को न सिर्फ खुद के बीच प्रतियोगिता का सामना करना पड़ रहा है बल्कि उनकी प्रतियोगिता टीवी के म्यूजिक चैनल्स से भी है। इस समय सन टीवी के 40 रेडियो चैनल परिचालन में है और पांच का परिचालन इसी साल शुरु होने की योजना है।

जिन 47 रेडियो चैनल का परिचालन करने की योजना कंपनी ने बनाई है उसमें से 23 उसके घरेलू बाजार से बाहर हैं। सन टीवी को वित्त्तीय वर्ष 2009 में 1100 करोड़ का राजस्व प्राप्त होने का अनुमान है और कंपनी 300 करोड क़ा लाभ अर्जित कर सकती है। मौजूदा बाजार मूल्य 240 रुपये पर कंपनी के स्टॉक का कारोबार वित्तीय वर्ष 2009 में अनुमानित आय से 24 गुना के स्तर पर हो रहा है और अगले दो सालों में कंपनी की आय के 20 फीसदी के स्तर से नीचे आने के आसार हैं।

टाटा कम्यु. -कमजोर संकेत

टाटा कम्यूनिकेशन के वित्त्तीय वर्ष की मार्च तिमाही के परिणाम काफी निराशाजनक रहे जिसकी वजह कंपनी द्वारा अर्जित कम वापसी रही। कंपनी के कारोबार पर रुपये के मजबूत होने का भी प्रभाव पड़ा।

कंपनी का राजस्व चार फीसदी गिरकर 8,263 करोड़ रहा जबकि ऑपरेटिंग मार्जिन में दो फीसदी गिरकर 10.2 फीसदी पर रहा। कंपनी केऑपरेटिंग प्रॉफिट के 845 करोड़ के कमजोर स्तर पर रहने की वजह लिटिगेशन और लेन देन में 300 करोड़ का खर्चा आना रहा।

कंपनी के मार्च 2008 की तिमाही में संचित राजस्व में भी कमी देखी गई और यह 22 फीसदी गिरकर 850 करोड़ के स्तर पर रहा। ऑपरेटिंग मार्जिन में भी पांच फीसदी की गिरावट देखी गई और यह 17.3 फीसदी के स्तर पर रहा। कंपनी के प्रबंधन का मानना है कि कंपनी का राजस्व अगले कुछ सालों में 15 फीसदी की रफ्तार से बढ़ेगा और ऑपरेटिंग मार्जिन के भी 15 फीसदी की रफ्तार से बढ़ने के आसार हैं।

जबकि वित्त्तीय वर्ष 2008 में कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन 14 फीसदी रहा था। आगे आने वाले समय में कंपनी का विचार अपने डाटा वॉल्यूम को मजबूत करके लाभ को 20 फीसदी के स्तर तक पहुंचाना है। कंपनी के इस सेगमेंट के अगले कुछ सालों में 25 से 30 फीसदी की गति से बढ़ने के आसार हैं जबकि कंपनी के वॉइस कारोबार के कमजोर रहने के आसार हैं।

टाटा कम्यूनिकेशन अपने ब्राडबैंड कारोबार के  बारे में भी सोच रहा है और कंपनी की योजना वाई-मैक्स सेगमेंट में भी प्रवेश करने की है। इस सेवा को 110 शहरों में कंपनियों द्वारा और 15 शहरों में रिटेल यूजर्स द्वारा लांच किया जाएगा। कंपनी को भारती और रिलायंस की प्रतियोगिता का भी सामना करना पड़ेगा।  मौजूदा बाजार मूल्य 350 रुपये पर कंपनी के शेयर का कारोबार वित्त्तीय वर्ष 2009 में अनुमानित आय से 32 गुना के स्तर पर हो रहा है और इसके महंगे बने रहने के आसार हैं।

First Published - July 4, 2008 | 9:48 PM IST

संबंधित पोस्ट