ग्लोबल मार्केट से मिले निगेटिव संकेतों से आज यानी 17 फरवरी को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई।
प्रमुख सूचकांक निफ्टी 50 50 अंक से अधिक की गिरावट के साथ 18,000 के स्तर से नीचे आ गया, जबकि एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स 250 अंक से अधिक गिरकर 61,048 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 सूचकांकों में 0.4 फीसदी तक की गिरावट के साथ व्यापक बाजार भी गिर गए।
ग्लोबल स्तर पर, अमेरिकी बाजार रातोंरात नकारात्मक बंद हुए क्योंकि थोक मुद्रास्फीति के आंकड़ों ने दरों में वृद्धि होने के संकेत दिए है। Dow Jones, the S&P 500, और NASDAQ Composite 1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुए।
स्टॉक मार्केट में आज इन शेयरों पर फोकस रहेगा:
Ambuja Cements:
कंपनी को ओडिशा में Uskalvagu लाइमस्टोन ब्लॉक के लिए ‘पसंदीदा बोलीदाता’ के रूप में चुना गया था। अपनी सहायक कंपनी एसीसी के साथ, कंपनी की क्षमता 67.5 मिलियन टन है, जिसमें 14 एकीकृत सीमेंट मैन्युफैक्चरिंग प्लांट और देश भर में 16 सीमेंट पीसने वाली इकाइयां हैं।
HDFC:
कंपनी ने 25,000 करोड़ रुपये के 10 वर्षीय नॉन कन्वर्टिबल डिबेंचर की बिक्री का समापन किया। यह भारत में किसी कंपनी द्वारा जारी अब तक का सबसे बड़ा घरेलू रुपये बॉन्ड पत्र है। HDFC के इस बॉन्ड में एक वार्षिक कूपन अथवा निवेशकों द्वारा समय-समय पर भुगतान की जाने वाली ब्याज दर 7.97 फीसदी है।
Hindustan Zinc:
मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने कहा कि होल्डिंग कंपनी वेदांता लिमिटेड की विदेशी संपत्तियों के अधिग्रहण को लेकर मतभेदों को दूर करने के लिए कंपनी की खान मंत्रालय से संपर्क करने की योजना है।
Nestle India:
कंपनी का मुनाफा चौथी तिमाही में 65.5 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 628.06 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी ने शहरी इलाके के प्रदर्शन व ग्रामीण बिक्री को इसका श्रेय दिया है।
RailTel Corporation:
कंपनी को Bangalore Metro Rail Corporation से आईटी इंफ्रा की सप्लाई, इंस्टॉलेशन टेस्टिंग और इसे शुरू करने के लिए 27.07 करोड़ रुपए का ऑर्डर मिला है। इसके अलावा कंपनी को 5 साल के लिए 6.22 करोड़ रुपए का मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट भी मिला है, जिसे 10 साल तक बढ़ाया जा सकता है।
Hindustan Aeronautics:
कंपनी को स्वदेश में विकसित ‘कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर’ (सीवीआर) और ‘फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर’ (एफडीआर) के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से भारतीय तकनीकी मानक आदेश (ITSO) की मंजूरी मिली।