Stocks To Watch Today, July 18: ग्लोबल मार्केट में आज तेजी का माहौल है, जिससे संकेत मिल रहे हैं कि घरेलू बाजारों की शुरुआत भी पॉजिटिव हो सकती है। बाजार की शुरुआत से पहले अगर आप यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि आज यानी शुक्रवार की ट्रेडिंग में किन स्टॉक्स पर नजर रखनी चाहिए, तो यहां उन सभी स्टॉक्स की जानकारी दी गई है जो फिलहाल खबरों में बने हुए हैं। इन स्टॉक्स पर निवेशक आज फोकस कर सकते हैं।
इससे पहले गुरुवार को एनएसई निफ्टी 50 इंडेक्स 100 अंकों या 0.40% की गिरावट के साथ 25,111 पर बंद हुआ था, जबकि बीएसई सेंसेक्स में 375 अंकों या 0.45% की बढ़त देखने को मिली और यह 82,259 के स्तर पर बंद हुआ।
जानें आज किन स्टॉक्स पर निवेशक फोकस रख सकते हैं-
18 जुलाई को इन कंपनियों के तिमाही नतीजे आज घोषित होंगे: रिलायंस इंडस्ट्रीज़, जेएसडब्ल्यू स्टील, बंधन बैंक, आरती ड्रग्स, अतुल, हिंदुस्तान ज़िंक, इंडियामार्ट इंटरमेश, इंडियन ओवरसीज़ बैंक, एलएंडटी फाइनेंस, महिंद्रा ईपीसी इरिगेशन, मास्टेक, मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स, और इंडोसोलर।
बजाज ऑटो की सब्सिडियरी कंपनी बजाज ऑटो क्रेडिट को फंड जुटाने के लिए बोर्ड से कई स्तरों पर मंजूरी मिली है। इसके तहत कंपनी ₹5,000 करोड़ तक के नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर्स (NCDs) जारी कर सकती है। इसके अलावा ₹3,000 करोड़ तक के कमर्शियल पेपर्स और ₹750 करोड़ तक की सबऑर्डिनेटेड डेट (टियर-2) इश्यू की अनुमति भी दी गई है। इस फैसले से कंपनी को अपने लोन बिज़नेस को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अपनी सब्सिडियरी महिंद्रा लॉजिस्टिक्स के राइट्स इश्यू में अपने हिस्से के सभी इक्विटी शेयर सब्सक्राइब करने का फैसला किया है। इतना ही नहीं, कंपनी अतिरिक्त शेयर और जो भी हिस्सा अनसब्सक्राइब रहेगा, उसे भी खरीदेगी। यह राइट्स इश्यू ₹277 प्रति शेयर की कीमत पर जारी किया जा रहा है और इसका कुल साइज ₹749 करोड़ है। इस कदम से महिंद्रा लॉजिस्टिक्स को पूंजी विस्तार में मदद मिलेगी।
विप्रो ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1 FY26) के लिए ₹3,330.4 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है, जो पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 10.9% ज्यादा है। हालांकि, तिमाही-दर-तिमाही आधार पर मुनाफा 6.7% घटा, क्योंकि पिछली तिमाही में मुनाफा ₹3,569.6 करोड़ था। इसी तरह, कंपनी की कुल ऑपरेटिंग इनकम ₹22,134.6 करोड़ रही, जो साल-दर-साल 0.8% बढ़ी है, लेकिन पिछली तिमाही से 1.6% कम है। ये आंकड़े बताते हैं कि विप्रो की ग्रोथ स्थिर बनी हुई है, लेकिन तेज नहीं है।
वेदांता पर अमेरिकी शॉर्ट सेलर वाइसरॉय रिसर्च ने एक नई रिपोर्ट में गंभीर आरोप लगाए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, वेदांता ने अपनी सब्सिडियरी हिंदुस्तान ज़िंक (HZL) से ‘ब्रांड फीस’ वसूलने में सरकार से हुए समझौते का उल्लंघन किया है।
रिपोर्ट में एक व्हिसलब्लोअर के हवाले से दावा किया गया है कि ये फीस अनुचित है और इससे वेदांता पर कुछ कानूनी शर्तें लागू हो सकती हैं, जिससे कंपनी को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है। गौरतलब है कि HZL में वेदांता के साथ-साथ भारत सरकार की भी हिस्सेदारी है, इसलिए मामला और भी संवेदनशील बन गया है।
टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस अपनी डिजिटल कॉमर्स यूनिट टाटा डिजिटल में 40 करोड़ डॉलर (लगभग ₹3,340 करोड़) का इन्वेस्टमेंट करने जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह फंड टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) से मिलने वाले डिविडेंड के जरिए आ सकता है।
टाटा डिजिटल, ग्रुप के कंज्यूमर ब्रांड्स जैसे BigBasket, Tata 1mg और Tata Cliq का ऑपरेशन संभालती है। इस इन्वेस्टमेंट से इन डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के एक्सपेंशन को मजबूती मिलने की उम्मीद है।
ओएनजीसी (Oil and Natural Gas Corporation) ने ऊर्जा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी bp plc के साथ एक रणनीतिक समझौता (MoU) साइन किया है। इस समझौते के तहत दोनों कंपनियां भारत के कैटेगरी-II और कैटेगरी-III के अपतटीय (offshore) तलछटी बेसिन्स में स्ट्रेटिग्राफिक वेल्स की ड्रिलिंग को लेकर मिलकर काम करेंगी। ये बेसिन्स अंडमान, महानदी, सौराष्ट्र और बंगाल क्षेत्र में स्थित हैं।
इस साझेदारी का मकसद भारत में ऊर्जा संसाधनों की खोज को बढ़ावा देना है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां अब तक सीमित अन्वेषण हुआ है।