Wipro Q1FY26 Result: आईटी सेक्टर की प्रमुख कंपनियों में से एक विप्रो ने गुरुवार को जून तिमाही के नतीजों का ऐलान किया। वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 9.8% बढ़ा है। इस तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹3,336.5 करोड़ रहा, जबकि एक साल पहले समान तिमाही में यह ₹3,036.6 करोड़ था। इसके अलावा, कंपनी ने शेयरहोल्डर्स को प्रति शेयर ₹5 के अंतरिम डिविडेंड का तोहफा भी दिया।
शेयर बाजार को दी सूचना में कंपनी ने बताया कि Q1FY26 में उसका ऑपरेशन से रेवेन्यू भी मामूली रूप से बढ़कर ₹22,134.6 करोड़ रहा, जो कि एक साल पहले इसी अवधि में ₹21,963.8 करोड़ था।
विप्रो के प्रबंध निदेशक और सीईओ श्रीनि पल्लिया ने कहा, “एक ऐसे तिमाही में जब वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता हावी रही, हमारे ग्राहकों ने एफिशिएंसी और लागत में कटौती को प्राथमिकता दी। हमने उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए उनके साथ मिलकर काम किया। इससे हमें 16 बड़े सौदे मिले।”
उन्होंने आगे कहा, “पिछली तिमाही की गति और एक मजबूत पाइपलाइन के सहारे, हम दूसरी छमाही के लिए अच्छी स्थिति में हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI अब प्रयोगात्मक नहीं रहा — यह हमारे ग्राहकों की रणनीतियों का केंद्रबिंदु है, और हम इसके जरिये बड़े पैमाने पर वास्तविक असर डाल रहे हैं।
Also Read: RIL Q1 Preview: 7 एनालिस्ट का अनुमान, ₹20,000 करोड़ के पार जाएगा मुनाफा, जानिए टॉप-3 ब्रोकर्स की राय
कंपनी ने चालू तिमाही (जुलाई-सितंबर) के लिए सीक्वेंशियल आधार पर -1% से 1% की ग्रोथ का अनुमान जताया है। विप्रो को सितंबर तिमाही में अपने आईटी सर्विस सेगमेंट से 256 करोड़ डॉलर से 261.2 करोड़ डॉलर के बीच रेवेन्यू प्राप्त होने की उम्मीद है।
विप्रो की चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर अपर्णा अय्यर ने कहा, “हमने सालाना आधार पर अपने ऑपरेटिंग मार्जिन में 80 बेसिस पॉइंट्स का इजाफा किया है। हमारा कैश फ्लो कंवर्जन मजबूत बना रहा और ऑपरेटिंग कैश फ्लो हमारी नेट इनकम का 123% रहा। बोर्ड ने प्रति शेयर ₹5 का अंतरिम डिविडेंड भी घोषित किया है। इस तरह, पिछले 6 महीनों में हमने शेयरधारकों को कुल मिलाकर 1.3 अरब डॉलर से ज्यादा की नकद राशि लौटाई है।”
बीएसई पर कंपनी का शेयर 0.93 प्रतिशत के नुकसान के साथ 260.25 रुपये पर बंद हुआ।