Stock Market Closing Bell, August 25: वैश्विक बाजारों में मजबूती के बीच भारतीय शेयर बाजार हफ्ते के पहले ट्रेडिंग सेशन यानी सोमवार (25 अगस्त) को बढ़त के साथ ओपन हुए। अमेरिकी फेडरल रिजर्व (Fed) के सितंबर में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों से वैश्विक बाजारों में तेजी आई। घरेलू बाजारों पर भी इसका पॉजिटिव असर पड़ा। साथ ही आईटी स्टॉक्स में जोरदार खरीदारी से बाजार को सपोर्ट मिला।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) करीब 200 अंक उछलकर 81,501 पर खुला। कारोबार के दौरान यह 81,799 अंक तक चढ़ गया था। अंत में यह 329.06 अंक या 0.40 फीसदी की बढ़त लेकर 81,635.91 पर बंद हुआ।
इसी तरह, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 (Nifty50) भी मजबूती के साथ 24,949 पर खुला। कारोबार के दौरान यह 24,894.35 अंक के लो और 25,021.55 अंक के इंट्रा-डे हाई तक गया। अंत में यह 97.65 अंक या 0.39 फीसदी चढ़कर 24,967 पर बंद हुआ।
जियोजित इन्वेस्टमेंट लिमिटेड में रिसर्च प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ”फेड रिजर्व के सितंबर में ब्याज दरों में कटौती और उसके बाद अमेरिका में 10 साल की ब्याज दरों में गिरावट की उम्मीदों से घरेलू बाजार में पॉजिटिव माहौल देखने को मिला। अनुकूल वैश्विक सेंटीमेंट्स के चलते आईटी सूचकांक ने बेहतर प्रदर्शन किया। कंज्यूमर मांग को बढ़ावा देने के लिए प्रस्तावित जीएसटी रेशनलाइजेशन से घरेलू रुझान सकारात्मक बने हुए हैं। अच्छा मानसून वैश्विक व्यापार आउटलुक में किसी भी अनिश्चितता से निपटने में उत्प्रेरक का काम कर सकता है।”
सेंसेक्स की कंपनियों में इन्फोसिस (Infosys) के शेयर में सबसे ज्यादा तेजी देखने को मिली। यह 3 फीसदी से ज्यादा चढ़कर बंद हुआ। टीसीएस, एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा, सन फार्मा, बजाज फाइनेंस, टाटा मोटर्स, मारुति और टाटा स्टील प्रमुख रूप से बढ़त में रहे। दूसरी तरफ, भरता इलेक्ट्रॉनिक टॉप लूजर रहा। साथ ही एशियन पेंट्स, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा गिरावट में रहे।
इस बीच, ब्रोडर मार्केट्स में निफ्टी मिडकैप 0.12 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ। जबकि निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.04 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। सेक्टोरल मोर्चे पर निफ्टी आईटी इंडेक्स सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला सेक्टरल इंडेक्स रहा। इसमें 2.37 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। इसके अलावा शुरुआती कारोबार में निफ्टी रियल्टी इंडेक्स में 0.75 प्रतिशत और निफ्टी मेटल इंडेक्स में 0.65 प्रतिशत की तेजी आई।
एशियाई बाजारों में भी तेजी रही। अमेरिकी फेड के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने जैक्सन होल समिट में संकेत दिया कि दरों में कटौती संभव है। इसका ग्लोबल मार्केट्स पर पॉजिटिव असर पड़ा। ऑस्ट्रेलिया के शेयर बाजार ने नया रिकॉर्ड बनाया, चीन का CSI 300 और हांगकांग का Hang Seng 1% से अधिक बढ़ा, जबकि जापान का Nikkei 0.7% ऊपर रहा।
पॉवेल ने कहा कि रोजगार आंकड़ों में कमजोरी के बाद नीतिगत रुख में बदलाव संभव है। वहीं, राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के टैरिफ के कारण बढ़ती महंगाई के खतरे पर भी उन्होंने चेतावनी दी। Bloomberg के अनुसार, निवेशक अब 16-17 सितंबर को दरों में कटौती की 84% संभावना देख रहे हैं।
पॉवेल के बयान के बाद वॉल स्ट्रीट में भी तेजी रही। S&P 500 इंडेक्स 1.52% बढ़ा और Nasdaq 1.88% ऊपर बंद हुआ। इस सप्ताह बाजार की दिशा अमेरिकी महंगाई डेटा, Nvidia के तिमाही नतीजे और एशियाई क्षेत्रों में अन्य कंपनियों की आय रिपोर्ट से प्रभावित हो सकती है।
भारतीय रुपया सोमवार को शुरुआती बढ़त खोकर गिरावट के साथ बंद हुआ। अतिरिक्त टैरिफ की चिंता फेडरल रिजर्व चेयरमैन के ब्याज दरों में कटौती के संकेतों से ज्यादा रही। ब्लूमबर्ग के अनुसार, सोमवार को घरेलू मुद्रा डॉलर के मुकाबले 7 पैसे गिरकर 87.60 पर बंद हुई।
देश के शेयर बाजार में घरेलू संस्थागत निवेशक (DIIs), खासकर म्युचुअल फंड्स, रिकॉर्ड स्तर पर निवेश कर रहे हैं। पिछले 12 महीनों यानी हाल के 250 ट्रेडिंग सेशन्स में DIIs ने घरेलू शेयरों में कुल 7.1 लाख करोड़ रुपये लगाये हैं, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसमें से लगभग तीन-चौथाई यानी 5.3 लाख करोड़ रुपये म्युचुअल फंड्स ने निवेश किया।
विक्रम सोलर आईपीओ के शेयर मंगलवार (26 अगस्त) को शेयर बाजार में लिस्ट होंगे। 143 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब करने के बाद निवेशक विक्रम सोलर आईपीओ के दलाल-स्ट्रीट पर डेब्यू का बेसब्री इंतजार कर रहे हैं। ग्रे मार्केट के रुझान आईपीओ के अच्छे लिस्टिंग गेन का संकेत दे रहे हैं।