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छोटे आईपीओ से पैसा बना रहे कुछ धंधेबाज ऑपरेटर

Last Updated- December 07, 2022 | 8:43 AM IST

मुंबई के कुछ शातिर ऑपरेटर हाल में सूचीबध्द कंपनियों के शेयरों की संख्या में बढ़ोतरी करने के लिए ओल्ड प्राइस तरीके अपना रहे हैं।


ये उन कंपनियों पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिन्होंने प्राइमरी मार्केट में 50 से 100 करोड़ रुपये की उगाही की है। ये ऑपरेटर नकली निवेशकों के सहारे असली निवेशकों को इससे दूर रखते हैं और उसके बाद शेयरों के मूल्यों में बढ़ोतरी कर देते हैं।

अहमदाबाद के कई दलाल नकली निवेशक  खड़े करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये नकली निवेशक अपने कोटे के पूरे शेयरों के लिए आवेदन करते हैं और अपने कोटे का शेयर पाने के बाद इसे दलालों के खाते में स्थानांतरित कर देते हैं जो कि इन ऑपरेटर के लिए 2.5 प्रतिशत के  कमीशन के लिए काम करते हैं। पहले खुदरा निवेशक प्राइमरी इश्यू की खरीद करते थे जो कि बाजार में अच्छा प्रीमियम कमा लेते हैं। हालांकि जबसे रिलायंस पावर आईपीओ में सटोरियों को घाटा लगा है तबसे ग्रे मार्केट में ठहराव आ गया था।

गौरतलब है कि इधर जो कंपनियां हाल में सूचीबध्द हुई हैं, उनके शेयरों की कीमतों में उछाल देखा गया है। हाल में ही सूचीबध्द नीरज सीमेंट्स और स्ट्रक्चरल्स, जो कि 19 जून को सूचीबध्द हुई है, के शेयरों में 20 प्रतिशत का उछाल देखा गया। सेंसेक्स में चल रही गिरावट के बावजूद इन कंपनियों के शेयरों ने अपेक्षया  अच्छा प्रदर्शन किया है। एक और उदाहरण अनु लेबोरेट्रीज का है जो कि 4 जून को सूचीबध्द हुई। उस समय इसके शेयरों की कीमत 210 रुपये थी जो बंबई शेयर बाजार में 10 कारोबारी सत्रों में ही100 प्रतिशत तक  की बढ़ोतरी के साथ 468.90 रुपये तक पहुंच गई।

आईपीओ में 37.7 लाख से कम शेयर ही पेश किए गए जो कंपनी की इसे जारी करने से पहले पूर्णतया डायल्यूटेड पूंजी का 31.63 फीसदी है। इन शेयरों की कीमतों में आश्चर्यजनक ढंग से इजाफा हुआ जबकि इस दौरान बीएसई का सूचकांक 15,514 से गिरकर 15,087 के स्तर पर पहुंच गया। इन पूरे घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इन शेयरों में रहस्यमय उछाल ने लालची निवेशकों को इनकी ओर आकर्षित किया है।

नतीजतन ऑपरेटरों को अपने निवेश का अच्छा रिटर्न मिल गया। इस संदर्भ में पोरवाल ऑटो की कीमतों में आई गिरावट ने यह सवाल खड़ा कर दिया। इस शेयर की इश्यू प्राइस 75 रुपये थी। 14 जनवरी को अपनी लिस्टिंग के तुरंत बाद यह शेयर 120 रुपये पर पहुंच गया। पर 27 जून को वह अपने इस उच्चतम स्तर से 85 प्रतिशत नीचे गिरकर 19 रुपये पर बंद हुआ।

First Published - July 1, 2008 | 9:37 PM IST

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