facebookmetapixel
देशभर में मतदाता सूची का व्यापक निरीक्षण, अवैध मतदाताओं पर नकेल; SIR जल्द शुरूभारत में AI क्रांति! Reliance-Meta ₹855 करोड़ के साथ बनाएंगे नई टेक कंपनीअमेरिका ने रोका Rosneft और Lukoil, लेकिन भारत को रूस का तेल मिलना जारी!IFSCA ने फंड प्रबंधकों को गिफ्ट सिटी से यूनिट जारी करने की अनुमति देने का रखा प्रस्तावUS टैरिफ के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत, IMF का पूर्वानुमान 6.6%बैंकिंग सिस्टम में नकदी की तंगी, आरबीआई ने भरी 30,750 करोड़ की कमी1 नवंबर से जीएसटी पंजीकरण होगा आसान, तीन दिन में मिलेगी मंजूरीICAI जल्द जारी करेगा नेटवर्किंग दिशानिर्देश, एमडीपी पहल में नेतृत्व का वादाJio Platforms का मूल्यांकन 148 अरब डॉलर तक, शेयर बाजार में होगी सूचीबद्धताIKEA India पुणे में फैलाएगी पंख, 38 लाख रुपये मासिक किराये पर स्टोर

नियामकीय चिंता घटने से चढ़े परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों के शेयर

Last Updated- May 30, 2023 | 10:41 PM IST
Brokerages cut AMCs' price targets after weak Q4

टोटल एक्सपेंस रेशियो (TER) में नियामकीय बदलावों पर रुख स्पष्ट होने से परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों (AMC) के शेयरों में पिछले 3-4 कारोबारी सत्रों में तेजी आई है। इन शेयरों में इस उम्मीद से भी तेजी दर्ज की गई है कि इस बदलाव का एएमसी के मुनाफे पर सीमित प्रभाव पड़ेगा।

एचडीएफसी एएमसी का शेयर पिछले चार सत्रों में 20 प्रतिशत से ज्यादा चढ़ा, जबकि निप्पॉन एएमसी में 5 प्रतिशत की तेजी आई। दो अन्य सूचीबद्ध एएमसी यूटीआई और आदित्य बिड़ला सनलाइफ (एबीएसएल) में भी पिछले चार कारोबारी सत्रों में 3 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी दर्ज की गई है।

माना जा रहा था कि नया टीईआर ढांचा बड़ी एएमसी के मुनाफे को नुकसान पहुंचाएगा, क्योंकि इसका मकसद दो मोर्चों पर निवेशकों के लिए खर्च में कमी लाना होगा।

पहला, टीईआर पूरी तरह समावेशी होगा, जिससे एएमसी पर अतिरिक्त खर्च का बोझ बढ़ेगा, जिसमें ट्रेडिंग लागत से लेकर फंड प्रबंधन शुल्क पर जीएसटी तथा एसटीटी शामिल हैं। ये खर्च अब निवेशकों द्वारा चुकाए जाने हैं। अन्य चिंता बड़ी एएमसी के लिए अधिकतम सीमा योग्य टीईआर में कटौती है, खासकर हाइब्रिड योजनाओं के मामले में।

हालांकि एएमसी के पास प्रभाव करने के लिए कुछ विकल्प हैं। एएमसी द्वारा मार्जिन बोझ सहायक इकाइयों पर डाले जाने के संबंध में भी बातचीत हुई है, खासकर म्युचुअल फंड वितरकों पर।

विश्लेषकों और निवेशकों के लिए, मूल्यांकन के संबंध में भी राहत मिली है। टीईआर कटौती, डेट फंडों से कर लाभ समाप्त होने की आशंका के बीच लंबे समय से एएमसी शेयरों पर दबाव बना हुआ था।

विश्लेषकों का मानना है कि ये शेयर अब आकर्षक हो गए हैं, क्योंकि सभी चिंताओं का असर कीमतों में पहले ही दिख चुका था और अब नियामकीय अनिश्चितताएं दूर हो गई हैं।

First Published - May 30, 2023 | 10:41 PM IST

संबंधित पोस्ट