Tech Mahindra Share: आईटी सेक्टर की कंपनी टेक महिंद्रा के शेयर बुधवार (15 अक्टूबर) को शुरुआती कारोबार में करीब 2 प्रतिशत गिर गए। कंपनी के शेयरों में यह गिरावट दूसरी तिमाही में मुनाफा घटने के चलते आई है। एनालिस्ट्स का कहना है कि कंपनी की ओवरऑल ग्रोथ संभावनाएं अभी भी कमजोर बनी हुई हैं। इस साल अब तक टेक महिंद्रा के शेयरों में 15 प्रतिशत की गिरावट आई है। जबकि बेंचमार्क निफ्टी 50 में इस दौरान 6.8 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई है। शेयर में जारी मूवमेंट के बीच ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल और ऐंटिक ब्रोकिंग ने टेक महिंद्रा शेयर पर अलग-अलग राय दी है।
मोतीलाल ओसवाल ने टेक महिंद्रा (Tech Mahindra) पर ‘BUY’ की रेटिंग दी है। साथ ही स्टॉक पर 1900 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। इस तरह, शेयर 30 फीसदी का अपसाइड दिखा सकता है। टेक महिंद्रा के शेयर मंगलवार 1468 रुपये पर बंद हुए।
मोतिलाल ओसवाल का कहना है कि टेक महिंद्रा की अनुशासित कार्यप्रणाली ने कंपनी को वित्त वर्ष 2026-27 लक्ष्यों के और करीब पहुंचा दिया है। डील्स की रफ्तार में सुधार और मार्जिन में स्थिर बढ़ोतरी इसका संकेत देते हैं। कंपनी ने रेवेन्यू और मार्जिन दोनों में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है। इसमें मजबूत टोटल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू (TCV) ग्रोथ का योगदान रहा।
हालांकि, ब्रोकरेज ने यह भी कहा कि ओवरऑल ग्रोथ की गति अभी धीमी है। लेकिन ऑपरेशन में अनुशासन और ग्राहकों के साथ संबंधों में सुधार स्पष्ट रूप से दिख रहा है। ब्रोकरेज ने उम्मूद जताई है कि दूसरी छमाही में मार्जिन धीरे-धीरे बेहतर होंगे। जबकि वित्त वर्ष 2026-27 में तेज की बजाय स्थिर लाभ की संभावना है।
यह भी पढ़ें: LG Electronics Share: बंपर लिस्टिंग के बाद भी ब्रोकरेज बुलिश, बोले – अभी 20% और चढ़ सकता है शेयर
एंटिक स्टॉक ब्रोकिंग (Antique Stock Broking) ने टेक महिंद्रा पर ‘Hold’ रेटिंग दी है। साथ ही स्टॉक पर 1,468 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है जो शेयर के मौजूदा भाव पर है।
ब्रोकरेज का कहना है कि मैनेजमेंट की टिप्पणी से संकेत मिलता है कि वर्ष की दूसरी छमाही, पहली छमाही की तुलना में मजबूत रहने की उम्मीद है। साथ ही वित्त वर्ष 2025-26 की तुलना में वित्त वर्ष 2026-27 बेहतर दिखाई दे रहा है। हालांकि, ग्रोथ की उम्मीदों को अब एक अधिक वास्तविक दायरे में एडजस्ट किया गया है। ऐसे में रेवेन्यू ग्रोथ वृद्धि मिड सिंगल डिजिट में रहने की संभावना है।
टेक महिंद्रा का नेट लाभ दूसरी तिमाही में एक साल पहले की तुलना में 4.5 प्रतिशत घटकर 1,195 करोड़ रुपये रह गया। हालांकि, यह तिमाही आधार पर 1,141 करोड़ रुपये से थोड़ा ज्यादा है। पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी को तेलंगाना में भूखंड की बिक्री से 450 करोड़ रुपये का लमसम असाधारण लाभ हुआ था।
निर्माण और बैंकिंग वित्तीय सेवाओं एवं बीमा (बीएफएसआई) कारोबार की बदौलत रेवेन्यू 5.1 प्रतिशत बढ़कर 13,995 करोड़ रुपये हो गया। दोनों क्षेत्रों (जिनका राजस्व में योगदान 18.1 प्रतिशत और 16.8 प्रतिशत था) में 5.2 प्रतिशत और 6.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी मोहित जोशी ने कहा, ‘पिछला वर्ष उद्योग के सबसे कठिन दौर में से एक रहा है और डिस्क्रिशनरी खर्च सीमित हो गया है। ज्यादातर प्रोजेक्ट एकीकरण और लागत नियंत्रण से जुड़ी हैं।’
कंपनी के टेलीकॉम बिजनेस में 2.2 प्रतिशत कमजोरी आई। कंपनी के वाहन कारोबार में मंदी दिख रही है। वाणिकमर्शियल वाहनों पर वह अभी भी सतर्क है, जबकि यात्री कार कारोबार में स्थिरता के कुछ संकेत दिख रहे हैं।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में निवेश की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोमिखों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)