facebookmetapixel
₹30,000 करोड़ का बड़ा ऑर्डर! Realty Stock पर निवेशक टूट पड़े, 4.5% उछला शेयरG-7 पर ट्रंप बना रहे दबाव, रूसी तेल खरीद को लेकर भारत-चीन पर लगाए ज्यादा टैरिफ10 मिनट डिलीवरी में क्या Amazon दे पाएगी Blinkit, Swiggy को टक्कर? जानें ब्रोकरेज की रायसी पी राधाकृष्णन ने भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के तौर पर ली शपथSBI, Canara Bank समेत इन 5 स्टॉक्स में दिखा ब्रेकआउट! 24% तक मिल सकता है रिटर्नInfosys buyback: 5 दिन में मार्केट कैप ₹40,000 करोड़ बढ़ा, ब्रोकरेज ने कहा- खरीदें, ₹1,880 जाएगा भावबड़ी कंपनियां बिजली के खर्च में बचा रहीं करोड़ों, जानें 20 साल में कैसे बदली तस्वीरचांदी के भाव ऑल टाइम हाई पर, सोना भी हुआ महंगाStocks to watch today, Sep 12: NBCC, RailTel समेत इन 17 स्टॉक्स पर आज रहेगी निवेशकों की नजर10 करोड़ शेयर वापस खरीदेगी Infosys, अब TCS-Wipro की बारी?

Stock Market: बाजार में थमी गिरावट, सेंसेक्स 599 अंक चढ़ा; एनालिस्ट ने बताई निवेशकों की घबराहट की वजह

Stock Market: सूचकांक में आज ज्यादातर तेजी एचडीएफसी बैंक के शेयरों की बदौलत आई। HDFC Bank के तिमाही नतीजे आने से पहले आज उसका शेयर 2.5 फीसदी बढ़त पर बंद हुआ।

Last Updated- April 19, 2024 | 11:18 PM IST
Drop in Block deal: Decrease in wholesale deals due to market decline, falling to 6 month low in November बाजार में गिरावट से थोक सौदों में आई कमी, नवंबर में 6 महीने के निचले स्तर पर आया

शेयर बाजार में चार दिन से चल रही गिरावट पर आज विराम लगा और शॉर्ट कवरिंग तथा एचडीएफसी बैंक में तेजी के कारण बेंचमार्क सूचकांक बढ़त पर बंद हुआ। ईरान ने इजरायल के हमले पर ज्यादा प्रतिक्रिया नहीं जताई, जिससे भू-राजनीतिक तनाव की चिंता भी कुछ कम हुई है।

सेंसेक्स सुबह के कारोबार में गिरावट के साथ खुला था मगर बाद में यह 599 अंक की बढ़त के साथ 73,088 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 151 अंक चढ़कर 22,147 पर बंद हुआ। आज की तेजी के बावजूद तीन हफ्तों में यह पहला हफ्ता है, जब सूचकांक कुल मिलाकर नीचे बंद हुए। इस हफ्ते सेंसेक्स 1.6 फीसदी और निफ्टी 1.7 फीसदी नुकसान पर बंद हुए।

सूचकांक में आज ज्यादातर तेजी एचडीएफसी बैंक के शेयरों की बदौलत आई। एचडीएफसी बैंक के तिमाही नतीजे कल आएंगे और उनसे पहले आज उसका शेयर 2.5 फीसदी बढ़त पर बंद हुआ।

इजरायल और ईरान के बीच तनाव बढ़ने से अधिकतर बाजारों में गिरावट आई है। कुछ दिन पहले के ईरानी हमले का जवाब देते हुए आज इजरायल ने भी उस पर हमला किया मगर ईरान ने तत्काल जवाबी कार्रवाई नहीं करने की बात कही, जिससे निवेशकों को थोड़ी राहत मिली है। ब्रेंट क्रूड आज 90 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था, लेकिन बाद में थोड़ा नरम होकर 87 डॉलर प्रति बैरल पर था।

अल्फानीति फिनटेक के सह-संस्थापक यूआर भट्ट ने कहा, ‘अमेरिका ने हमलों की पुष्टि की और ईरान ने कहा कि जवाबी हमले का उसका फिलहाल कोई इरादा नहीं है। इन दोनों बातों के बीच बाजार में काफी उतार चढ़ाव देखा गया। निवेशक यह सोचकर घबरा रहे हैं कि शनिवार-रविवार को क्या होगा। इसीलिए उन्होंने जोखिम वाला निवेश बेचा है। निवेशक अभी यही समझने में लगे हैं कि इजरायल का हमला पूरा हो गया है या यह जवाबी कार्रवाई की शुरुआत है।’

बीते हफ्ते उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद इस हफ्ते बाजार में खासी गिरावट आई है। मजबूत आर्थिक आंकड़े और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के सतर्क रुख से निवेशकों को लग रहा है कि दर में कटौती देर से होगी।

विश्लेषकों ने कहा कि मुद्रास्फीति ऊंची रहने के कारण केंद्रीय बैंकों को दरें लंबे अरसे तक ऊंची रखने पर मजबूर होना पड़ रहा है। इस बीच न्यूयॉर्क फेड के चेयरमैन जॉन विलियम्स सहित फेडरल रिजर्व के कई अधिकारियों ने आगाह किया कि दरों में इजाफा भी हो सकता है। मगर अटलांटा फेड के राफेल बॉस्टिक ने कहा कि दरें 2024 के अंत में घटाना सही रहेगा। विश्लेषकों ने कहा कि कंपनियों के तिमाही नतीजों से बाजार को आगे दिशा मिल सकती है।

First Published - April 19, 2024 | 11:18 PM IST

संबंधित पोस्ट