वित्त वर्ष 2023 की जनवरी-मार्च तिमाही में मजबूत प्रदर्शन के बाद पेंट उद्योग ने वित्त वर्ष 2024 की अप्रैल-जून तिमाही में मिश्रित प्रदर्शन किया। जहां बर्जर पेंट्स इंडिया ने अपने प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया और उम्मीद के अनुरूप नतीजे पेश किया, लेकिन बाजार दिग्गज एशियन पेंट्स और कनसाई नैरोलैक पेंट्स अनुमानों पर खरा उतरने में विफल रही।
मुनाफे के संदर्भ में, सभी पेंट कंपनियों ने मार्जिन में वृद्धि दर्ज की, क्योंकि उन्हें कच्चे माल की लागत में नरमी और उत्पाद मिश्रण में सुधार आने से मदद मिली। कंपनियों ने सकल मुनाफा मार्जिन में 4-5 प्रतिशत और परिचालन मुनाफा मार्जिन में 3-5 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज की।
जहां मार्च तिमाही में कनसाई नेरोलैक ने मजबूत वृद्धि दर दर्ज की, वहीं बर्जर पेंट्स ने जून तिमाही में अपने प्रतिस्पर्धियों को मात दी। डेकोरेटिव पेंट सेगमेंट में दूसरी सबसे बड़ी कंपनी के लिए समेकित राजस्व वृद्धि सालाना आधार पर 10 प्रतिशत रही और बिक्री वृद्धि मामले में उसने एशियन पेंट्स (सालाना आधार पर 6.7 प्रतिशत वृद्धि) और कनसाई नैरोलैक (5 प्रतिशत) को पीछे छोड़ दिया।
बर्जर पेंट्स ने भी बिक्री वृद्धि के संदर्भ में अपने प्रतिस्पर्धियों को मात दी और डेकोरेटिव सेगमेंट में 12.7 प्रतिशत की तेजी दर्ज की। इस बीच, एशियन पेंट्स और कनसाई नैरोलैक ने 10 प्रतिशत और 8 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की।
भले ही जुलाई में मॉनसून की वजह से मांग में कमी आई, लेकिन कंपनी को त्योहारी सीजन की शुरुआत के साथ मांग सुधरने की उम्मीद है। मांग में सुधार की मदद से उसने वित्त वर्ष 2024 का समापन दो अंक की राजस्व वृद्धि के साथ होने का अनुमान जताया है।
कच्चे माल की अनुकूल लागत से लाभ को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने अपना मार्जिन अनुमान खासकर आगामी तिमाहियों के लिए 16-17 प्रतिशत से बढ़ाकर 17-18 प्रतिशत कर दिया है। हालांकि कच्चे माल की लागत में बड़ी तेजी से ये अनुमान डगमगा सकते हैं।
नोमुरा रिसर्च ने वित्त वर्ष 2024 के लिए अपना प्रत शेयर आय (ईपीएस) अनुमान 10 प्रतिशत तक बढ़ाकर 7.3 प्रतिशत कर दिया है। पहली तिमाही में बदलावों और मार्जिन परिदृश्य में सुधार को ध्यान में रखकर इन अनुमानों को बढ़ाया गया है। इसके बावजूद, नोमुरा ने इस शेयर पर ऊंचे मूल्यांकन (वित्त वर्ष 2025 की आय के 55 गुना पर), आगामी प्रतिस्पर्धी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए ‘घटाएं’ रेटिंग बरकरार रखी है।
बाजार में प्रख्यात कंपनी सालाना आधार पर 6.7 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि दर्ज की। 37 प्रतिशत के ऊंचे आधार के बावजूद, डेकोरेटिव पेंट की बिक्री 10 प्रतिशत तक बढ़ी। अर्थव्यवस्था और प्रीमियम सेगमेंटों पर जोर दिए जाने की वजह से प्राप्तियां 2 प्रतिशत कम रहीं और लक्जरी सेगमेंट को दबाव का सामना करना पड़ा। कंपनी ने ग्रामीण सेगमेंट में सुधार दर्ज किया, जो अब काफी हद तक शहरी वृद्धि के अनुरूप है।
जहां उसकी वृद्धि दर कुछ हद तक नरम रही, लेकिन मार्जिन प्रदर्शन अनुमानों के मुकाबले बेहतर रहा और वह प्रतिस्पर्धियों में श्रेष्ठ बनकर उभरी। कंपनी ने सकल और परिचालन मुनाफा मार्जिन में 502-523 आधार अंक की वृद्धि दर्ज की, क्योंकि उसे कच्चे माल की लागत में कमी आने, उत्पाद मिश्रण में सुधार और किफायती खरीदारी से मदद मिली।
एशियन पेंट्स ने 18-20 प्रतिशत मार्जिन हासिल होने का लक्ष्य रखा है। भले ही कुछ ब्रोकरों ने एशियन पेंट्स पर ‘तटस्थ रहें’ या ‘घटाएं’ रेटिंग बरकरार रखी है, वहीं नुवामा रिसर्च ने सकारात्मक रुख अपनाया है। बाजार में ग्रासिम के सात महीने बाद प्रवेश के बावजूद, ब्रोकरेज के विश्लेषक एशियन पेंट्स के शानदार शोध एवं विकास कार्यों को लेकर उत्साहित बने हुए हैं।
कनसाई नैरोलैक ने डेकोरेटिव कारोबार में दमदार एक अंक की वृद्धि के साथ 6.5 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि हासिल की। इंडस्ट्रियल सेगमेंट में, ऑटोमोटिव सेगमेंट में मजबूत वृद्धि, खासकर यात्री वाहनों में तेजी की वजह से इसका स्पष्ट प्रमाण था। वहीं गैर-वाहन खंड में भी अच्छी तेजी दर्ज की गई। सकल मार्जिन 539 आधार अंक तक बढ़ा, जबकि परिचालन मुनाफा मार्जिन में 298 आधार अंक तक की तेजी आई।
प्रभुदास लीलाधर रिसर्च ने इस कंपनी के लिए वित्त वर्ष 2024 का आय अनुमान 7.1 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। डेकोरेटिव सेगमेंट में मजबूत तेजी, दोपहिया मांग में सुधार को देखते हुए वह इस शेयर पर सकारात्मक है। हालांकि मार्जिन को लेकर चिंताएं घटी हैं और मांग में सुधार आया है, लेकिन बढ़ते प्रतिस्पर्धी दबाव और लगातार राजस्व वृद्धि बरकरार रखने के लिए कंपनियों की राह में चुनौतियों के संबंध में बाजार सतर्क बना हुआ है।