निफ्टी पिछले सप्ताह 0.7 फीसदी गिरावट का शिकार हुआ। उससे पिछले सप्ताह में इसमें 4.2 फीसदी की तेजी आई थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के कर विधेयक को प्रतिनिधि सभा में मामूली अंतर से मंजूरी मिल जाने से निवेशकों में बेचैनी देखी गई। अमेरिकी ऋण संबंधी चिंताएं बढ़ने के बीच लंबी अवधि के अमेरिकी बॉन्ड की यील्ड में तेजी आई, जिससे विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने भारत में भारी बिकवाली की। बढ़ते यील्ड ने अमेरिकी बॉन्डों को ज्यादा आकर्षक बना दिया, जिससे एफपीआई भारत समेत उभरते बाजारों से पूंजी निकाल रहे हैं।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार एफपीआई ने पिछले सप्ताह करीब 11,950 करोड़ रुपये की बिकवाली की। आय सीजन समाप्त होने जा रहा है, ऐसे में वैश्विक संकेतों का इस सप्ताह बाजार पर व्यापक असर दिखेगा। एचडीफसी सिक्योरिटीज में रिटेल रिसर्च के पूर्व प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, ‘ऋण की स्थिति और जोखिम उठाने की क्षमता पर इसका प्रभाव बाजार की दिशा तय करेगा। यह देखना अभी बाकी है कि इसका प्रभाव तुरंत होगा या देर से। निफ्टी के लिए तत्काल समर्थन 24,460 और 24,615 के बीच है जबकि 25,060 पर उसे प्रतिरोध का सामना करना पड़ेगा।’
सेकंडरी बाजारों में उतार-चढ़ाव के बावजूद निवेशकों ने हाल में आए दो आईपीओ में अच्छी-खासी दिलचस्पी दिखाई। बोराना वीव्स के आईपीओ को 148 गुना सबस्क्राइब किया गया जबकि बेलराइज इंडस्ट्रीज को 43 गुना बोलियां मिलीं। फिर भी निवेशकों की मजबूत दिलचस्पी के बावजूद इस सप्ताह आने वाले आईपीओ के लिए ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) नरम बना हुआ है।
स्कोडा ट्यूब्स और द लीला पैलेस, होटल्स एंड रिसॉर्ट्स, दोनों का जीएमपी उनके इश्यू प्राइस से लगभग 5 प्रतिशत अधिक है। एजिस वोपैक टर्मिनल्स का जीएमपी पता नहीं चला है। क्या आईपीओ बाजार का पिछले सप्ताह का अच्छा प्रदर्शन बरकरार रहेगा? इसके लिए इंतजार करना होगा।
लंबे समय से चल रही कानूनी कार्यवाही और नैशनल स्पॉट एक्सचेंज मामले में लंबित मामला समाधान के करीब पहुंच गया है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) इस मामले से जुड़े कमोडिटी ब्रोकरों के लिए एक सेटलमेंट योजना पर विचार कर रहा है। सेबी के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने हाल में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि सेटलमेंट स्कीम जल्द आ सकती है।
सेटलमेंट से करीब 300 ब्रोकरों को राहत मिल सकती है। शुरू में प्रतिभूति अपील न्यायाधिकरण (सैट) ने इस मामले में सेटलमेंट स्कीम की सिफारिश की थी। पिछले हफ्ते कंपनी ने खुलासा किया कि 92 फीसदी से ज्यादा कारोबारियों ने बकाया दावों के लिए करीब 1,950 करोड़ रुपये के एकमुश्त सेटलमेंट पर सहमति जताई है।