Stock To Buy: भारतीय शेयर बाजार में बुधवार (24 सितंबर) को गिरावट में रहे। यह लगातार तीसरा ट्रेडिंग सेशन है जब निफ्टी-50 और सेंसेक्स में गिरावट दर्ज की गई। H1 b वीजा की फीस में अचानक वृद्धि ने निवेशकों में चिंता बढ़ गई है। साथ ही विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली से बाजार पर दबाव बढ़ रहा है। इसका असर बाजार की चाल पर भी देखने को मिल रहा है। बाजार में इस मूड के बीच ब्रोकरेज हॉउस मोतीलाल ओसवाल ने हाल ही में लिस्ट हुई रियल्टी कंपनी Sri Lotus Developers and Realty पर कवरेज शुरू की है। ब्रोकरेज का कहना है कि मजबूत प्रोजेक्ट पाइपलाइन से कंपनी की ग्रोथ को अच्छा सपोर्ट मिल सकता है।
मोतीलाल ओसवाल ने श्री लोटस डेवेलपर्स एन्ड रियल्टी (LOTUSDEV) पर खरीदारी की सलाह के साथ कवरेज शुरू की है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 250 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। इस तरह, शेयर 35 फीसदी का रिटर्न दे सकता है। श्री लोटस डेवेलपर्स एन्ड रियल्टी के शेयर मंगलवार को 185 रुपये पर बंद हुए।
ब्रोकरेज का कहना है कि श्री लोटस डेवलपर्स एंड रियल्टी ने खुद को सोसाइटी रीडेवलपमेंट सेक्टर में एक अहम कंपनी के रूप में स्थापित किया है। कंपनी की प्री-सेल्स वित्त वर्ष 2022 से 2025 के दौरान 39 फीसदी की CAGR से बढ़ी हैं। 2025 से 2028 के बीच इसमें 129 प्रतिशत CAGR की तगड़ी वृद्धि की उम्मीद है। यह ग्रोथ कंपनी की मजबूत प्रोजेक्ट पाइपलाइन से सपोर्टेड है।
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ब्रोकरेज के अनुसार, फिलहाल लोटस डेवलपर्स के पास चार पूर्ण और पांच चल रहे रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स हैं। इसकी कुल संभावित वैल्यू 1,900 से 2,000 करोड़ रुपये के बीच है। इसके अलावा, कंपनी के पास आठ अपकमिंग रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स हैं। इनकी ग्रॉस डेवलपमेंट वैल्यू (GDV) लगभग 7,000-7,500 करोड़ रुपये आंकी गई है। वहीं, तीन कमर्शियल एसेट्स भी अंडर डेवेलपमेंट हैं। इनकी अनुमानित सेल्स पोटेंशियल 2 लाख स्क्वायर फीट है, जो 3,000-3,500 रुपये करोड़ तक हो सकती है।
मोतिलाल ओसवाल का यह भी कहना है कि कंपनी की शून्य कर्ज (Zero-Debt) और लीगल विवादों से मुक्त स्थिति (Litigation-Free Status) उसे प्रोजेक्ट्स हासिल करने की क्षमता को बढ़ाती है। साथ ही, कंपनी का RoE/RoCE 26% से अधिक है और इसकी नेट कैश पोजिशन भी मजबूत बनी हुई है।
ब्रोकरेज का कहना है कि बुल केस में यह शेयर 282 रुपये तक जा सकता है। यह मौजूदा कीमत से 52% ज्यादा है। इस अनुमान में माना गया है कि FY25-28 के दौरान बुकिंग्स में 144% CAGR की तेज ग्रोथ होगी। बेस केस में बुकिंग ग्रोथ 129 फीसदी मानी गई है। कलेक्शन्स में भी 143% CAGR की बढ़त का अनुमान है। इसके चलते कुल 160 करोड़ रुपये का ऑपरेटिंग कैश फ्लो (OCF) बन सकता है। बेस केस में यह OCF 130 करोड़ रुपये आंका गया है।
श्री लोटस डेवलपर्स का आईपीओ 6 अगस्त, 2025 को BSE और NSE पर लिस्ट हुआ था और निवेशकों को इश्यू प्राइस बैंड 150 रुपये प्रति शेयर पर करीब 19 फीसदी का अच्छा लिस्टिंग गेन मिला था। कंपनी के शेयर बीएसई पर 179.10 रुपये और एनएसई पर 178 रुपये के भाव पर लिस्ट हुए थे।
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)