Infosys Q4 Results: देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी सर्विस फर्म इंफोसिस ने गुरुवार (17 अप्रैल) को जनवरी-मार्च 2025 तिमाही और पूरे वित्त वर्ष FY25 के लिए अपने फाइनेंशिएल रिजल्ट्स का ऐलान कर दिया। कंपनी के रेवेन्यू में इजाफा हुआ है। हालांकि, मुनाफे में सालाना आधार पर गिरावट आई है जिससे कंपनी कंपनी का प्रदर्शन मिलाजुला रहा।
इन्फोसिस ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि मार्च तिमाही में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार 12% घटकर 7,033 करोड़ रुपये रहा। हालांकि, ऑपरेशंस से रेवेन्यू बीती तिमाही में सालाना आधार पर 7.9% बढ़कर 40,925 करोड़ रुपये रहा। ग्राहकों का खर्च कम रहने और ऑपरेशनल मार्जिन में परेशानियों के चलते कंपनी का मुनाफा घटा है।
इन्फोसिस के बोर्ड ने मार्च तिमाही के नतीजों के साथ ही डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट का भी ऐलान कर दिया। कंपनी ने फाइलिंग में कहा, “31 मार्च 2025 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए 22 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतिम डिविडेंड की सिफारिश की गई है। वार्षिक आम बैठक और अंतिम डिविडेंड के भुगतान के लिए रिकॉर्ड डेट 30 मई 2025 है। डिविडेंड का भुगतान 30 जून 2025 को किया जाएगा।”
इंफोसिस के शेयर बीएसई पर गुरुवार (17 अप्रैल) को ₹1,404.85 पर खुले और ₹1,378.60 के इंट्राडे लो पर गिरे। फिर ₹15.10 या 1.07 प्रतिशत की बढ़त के साथ ₹1,428.10 पर बंद हुए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी टैरिफ लगाए जाने और फिर 90 दिनों के लिए रोक के बीच आईटी शेयरों में आई अस्थिरता के कारण 2025 में अब तक इंफोसिस के शेयरों में 25 प्रतिशत की गिरावट आई है।