facebookmetapixel
Paytm, PhonePe से UPI करने वाले दें ध्यान! 15 सितंबर से डिजिटल पेमेंट लिमिट में होने जा रहा बड़ा बदलावVedanta Share पर ब्रोकरेज बुलिश, शेयर में 35% उछाल का अनुमान; BUY रेटिंग को रखा बरकरारGST कटौती के बाद खरीदना चाहते हैं अपनी पहली कार? ₹30,000 से ₹7.8 लाख तक सस्ती हुई गाड़ियां; चेक करें लिस्टविदेशी निवेशकों की पकड़ के बावजूद इस शेयर में बना ‘सेल सिग्नल’, जानें कितना टूट सकता है दाम35% करेक्ट हो चुका है ये FMCG Stock, मोतीलाल ओसवाल ने अपग्रेड की रेटिंग; कहा – BUY करें, GST रेट कट से मिलेगा फायदा2025 में भारत की तेल मांग चीन को पीछे छोड़ने वाली है, जानिए क्या होगा असररॉकेट बन गया सोलर फर्म का शेयर, आर्डर मिलते ही 11% दौड़ा; हाल ही में लिस्ट हुई थी कंपनीटायर स्टॉक पर ब्रोकरेज बुलिश, रेटिंग अपग्रेड कर दी ‘BUY’; कहा-करेक्शन के बाद दौड़ेगा शेयरVeg and Non veg thali price: अगस्त में महंगी हुई शाकाहारी और मांसाहारी थालीफिर से दुनिया की अर्थव्यवस्था में भारत-चीन का होगा दबदबा! अमेरिका को मिलेगी टक्कर?

ICICI Bank के शेयर रिकॉर्ड हाई पर, m-cap 100 बिलियन डॉलर के पार; एनालिस्ट्स ने बताई तेजी की वजह

एनालिस्ट्स का मानना है कि ICICI Bank की डिजिटल बैंकिंग और शाखा नेटवर्क विस्तार की रणनीतिक पहलों से भविष्य में बेहतर वृद्धि बनी रह सकती है।

Last Updated- June 26, 2024 | 1:23 PM IST
ICICI Bank के आ सकते हैं उजले दिन, शेयर में 19 फीसदी रिटर्न की उम्मीद Bright days may come for ICICI Bank, 19 percent return expected in shares

ICICI Bank के शेयर आज यानी 26 जून को BSE पर इंट्राडे ट्रेड के दौरान 1.5 प्रतिशत बढ़ते हुए लगातार तीसरे दिन एक नए रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गए। देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक के शेयरों में पिछले एक साल में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है; जो एक्सिस बैंक के शेयरों से थोड़ा पीछे है। एक्सिस बैंक के शेयर इस अवधि के दौरान 32 प्रतिशत बढ़े हैं। BSE सेंसेक्स ने इसी अवधि में 24 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, जबकि बीएसई बैंकएक्स (BSE BANKEX ) 21.3 प्रतिशत बढ़ा है।

मंगलवार को, ICICI Bank मार्केट कैप (m-cap) 100 बिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर गया था और UBS के मार्केट कैप को भी पीछे छोड़ दिया था। एनालिस्ट ने बताया कि शेयरों में हालिया तेजी मुख्य रूप से बैंक के वित्तीय परिणामों (financial results) की वजह से हुई है, जो उनके अनुसार ‘सर्वोत्तम’ हैं और भविष्य में वृद्धि की संभावना है। मैनेजमेंट क्वालिटी और ‘मिडिल क्लास’ के लिए बजट में की गई सुविधाएं भी स्टॉक को मजबूत बनाए रख सकती हैं।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के बैंकिंग सेक्टर के रिसर्च एनालिस्ट अन्विन एबी जॉर्ज (Anwin Aby George ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2023-24 की मार्च तिमाही (Q4FY24) के दौरान, ICICI Bank ने 82.3 प्रतिशत का क्रेडिट-टू-डिपॉज़िट अनुपात (CDR) दर्ज किया (जबकि एक्सिस और एचडीएफसी बैंक का CDR लगभग 100 प्रतिशत था)। इसके अलावा, इसके मार्जिन में अन्य निजी बैंकों के मुकाबले कम संकुचन हुआ है। एसेट क्वालिटी भी अच्छी रही है और मैनेजमेंट से संबंधित कोई समस्या नहीं रही है। इन सभी कारकों ने स्टॉक की वृद्धि में योगदान दिया है।’

ICICI Bank का नेट लाभ (PAT) वित्त वर्ष 2023-24 (FY24) में सालाना आधार पर 28.2 प्रतिशत बढ़कर 40,888 करोड़ रुपये हो गया है। मार्च तिमाही में बैंक की लोन बुक 11.84 ट्रिलियन रुपये थी, जिसमें सालाना आधार पर 16.2 प्रतिशत और तिमाही आधार पर (QoQ) 3 प्रतिशत की वृद्धि हुई। जमा (डिपॉजिट) 20 प्रतिशत सालाना और 6 प्रतिशत तिमाही आधार पर बढ़कर 14.12 ट्रिलियन रुपये हो गया, जबकि चालू खाता-बचत खाता (CASA) अनुपात तिमाही आधार पर 400 बेसिस पॉइंट (bps) बढ़कर 42 प्रतिशत हो गया।

एनालिस्ट्स का मानना है कि बैंक की डिजिटल बैंकिंग और शाखा नेटवर्क विस्तार की रणनीतिक पहलों से भविष्य में बेहतर वृद्धि बनी रह सकती है।

प्रभावशाली मैनेजमेंट

मोतिलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की एक रिपोर्ट के अनुसार, संदीप बख्शी के नेतृत्व में ICICI Bank ने ‘आधारभूत परिवर्तन’ किया है, जिसमें ‘टीम परफॉर्मेंस’ पर जोर दिया गया है।

बजट प्रोत्साहन?

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के अन्विन जॉर्ज का मानना है कि आगामी बजट 2024 में सरकार द्वारा मध्यम और निम्न आय वर्ग के लिए सुविधाओं की घोषणा से ICICI Bank की लोन बुक को और मजबूती मिल सकती है।

मार्च तिमाही के अंत में, ICICI Bank के रिटेल लोन 6.66 ट्रिलियन रुपये थे, जो कुल लोन बुक का लगभग 55 प्रतिशत था। ग्रामीण ऋण बुक (Rural loan book) 1.02 ट्रिलियन रुपये (8.4 प्रतिशत हिस्सेदारी) और कॉरपोरेट ऋण बुक (corporate loan book) 93,228 करोड़ रुपये (7.7 प्रतिशत हिस्सेदारी) थी।

वैल्यूएशन और स्ट्रेटेजी

एनालिस्ट के अनुसार, बैंक की वर्तमान मूल्य-से-आय (P/E) वैल्यूएशन वित्त वर्ष 2024 के अंत में 19.9 गुना है, जो ऐतिहासिक औसत के समान है। उन्होंने कहा कि स्टॉक में रुक-रुक कर होने वाले करेक्शन (अगर कोई हो) के साथ बाजार से बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद है।

Macquarie के एनालिस्ट्स ने वैल्यूएशन के आधार पर और अगले कुछ सालों में प्राइवेट बैंकों के सार्वजनिक बैंकों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद के आधार पर अपने टारगेट प्राइस को 1,300 रुपये (1,190 रुपये से) बढ़ा दिया है।

हालिया रिपोर्ट में कहा गया है, ‘हम उम्मीद करते हैं कि निजी क्षेत्र के बैंक अगले तीन वर्षों में बेहतर रिटर्न ऑन एसेट्स (RoAs) और रिटर्न ऑन इक्विटी (RoEs) रिपोर्ट करेंगे और स्थिर वृद्धि बनाए रखेंगे। हम 16-18 प्रतिशत की RoEs की उम्मीद करते हैं।’

First Published - June 26, 2024 | 1:23 PM IST

संबंधित पोस्ट