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HSBC ने भारतीय शेयर बाजारों की रेटिंग बढ़ाई, ‘न्यूट्रल’ से अपग्रेड कर ‘ओवरवेट’ किया

कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज (केआईई) को अगले 12-15 महीनों में भारतीय शेयरों में सीमित संभावना दिखती है क्योंकि कमाई में वृद्धि का आंशिक असर कम मल्टीपल में दिख रहा है।

Last Updated- September 24, 2025 | 10:15 PM IST
Stock Market

एचएसबीसी के विश्लेषकों ने भारतीय शेयर बाजारों की रेटिंग ‘न्यूट्रल’ से अपग्रेड कर ‘ओवरवेट’ कर दी है। उन्होंने भारत को ‘एशिया का ऐसा शांत देश’ बताया है जहां दूसरी जगहों की तुलना में सौदों की मारामारी नहीं है। एचएसबीसी में एशिया पैसिफिक के लिए इक्विटी रणनीति प्रमुख हेराल्ड वैन डेर लिंडे ने कहा कि भारतीय बाजार में मूल्यांकन चिंता की बात नहीं है, भले ही कमाई की वृद्धि थोड़ी कम हो सकती है। उनका मानना ​​है कि सरकार की नीतियां इक्विटी के लिए सकारात्मक कारक बन रही हैं जबकि अधिकांश विदेशी फंडों के दांव कमजोर हैं।

लिंडे ने हाल में एक नोट में कहा, ‘हमें लगता है कि भारतीय इक्विटी बाजार अब क्षेत्रीय आधार पर आकर्षक दिख रहे हैं और हम बाजार को (न्यूट्रल से) ओवरवेट में अपग्रेड करते हैं। चीन की तरह अमेरिकी टैरिफ का अधिकांश सूचीबद्ध कंपनियों के मुनाफे पर बहुत कम असर पड़ेगा। कोरिया और ताइवान में सौदों की भारी संख्या के विपरीत भारत एशिया का शांत देश है।’

एशिया के निवेशक जापान, कोरिया और ताइवानी बाजारों में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस थीम पर दांव लगाना पसंद करते हैं। नोट में कहा गया है, ‘मूल्यांकन बढ़ गए हैं और जापान में कमजोर येन ने भी इक्विटी को सहारा दिया है। जापान और कोरिया में कॉरपोरेट गवर्नेंस सकारात्मक दीर्घाव​धि थीम है, लेकिन इस के बल पर बाजार आगे नहीं बढ़ेंगे। इक्विटी में हालिया तेजी के बाद हमने अगस्त के मध्य में कोरिया को डाउनग्रेड कर अंडरवेट कर दिया।’

महंगा होने के बावजूद चीन निवेशकों की नजर में बना हुआ है। चीनी निवेशकों के पास मौजूद 22 लाख करोड़ डॉलर की नकदी में से कुछ धीरे-धीरे शेयरों में पुन: आवंटित की जा रही हैं और इस रुझान से चीनी इक्विटी को ‘धीरे-धीरे ऊपर बढ़ने’ में मदद मिलने की उम्मीद है। भारत में निफ्टी 50 ने निफ्टी 500 (4.2 प्रतिशत ऊपर) से बेहतर प्रदर्शन करते हुए 2025 में लगभग 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। एसीई इ​क्विटी के आंकड़ों के अनुसार निफ्टी स्मॉलकैप 250 में 2.8 प्रतिशत और निफ्टी माइक्रोकैप 250 में 4.1 प्रतिशत की गिरावट आई है।

सीमित संभावना

कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज (केआईई) को अगले 12-15 महीनों में भारतीय शेयरों में सीमित संभावना दिखती है क्योंकि कमाई में वृद्धि का आंशिक असर कम मल्टीपल में दिख रहा है। केआईई में इंस्टीट्यूशनल इ​क्विटीज डिवीजन के प्रबंध निदेशक और सह-प्रमुख संजीव प्रसाद को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2026 में निफ्टी 50 इंडेक्स का शुद्ध लाभ 9 प्रतिशत (1,093 रुपये प्रति शेयर आय) और वित्त वर्ष 2027 में 18 प्रतिशत (1,297 रुपये प्रति शेयर आय) बढ़ेगा। केआईई के विश्लेषकों का मानना ​​है कि वित्त वर्ष 2028 में आय 14.3 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है और उन्होंने निफ्टी ईपीएस को 1,487 रुपये पर आंका है।

प्रसाद ने एक नोट में कहा, ‘हमें पिछले 12-15 महीनों में बड़ी गिरावट के बाद आय में कुछ स्थिरता और वित्तीय वर्ष 2027 में आय में मजबूत वृद्धि (निफ्टी 50 के लिए 18 प्रतिशत और केआईई नमूने के लिए 17 प्रतिशत) की उम्मीद है। हमें उम्मीद है कि वित्तीय वर्ष 2027 के लिए आय वृद्धि काफी मजबूत होगी, जो हमें हमारे आय अनुमानों के बारे में भरोसा दिलाती है।’

First Published - September 24, 2025 | 10:09 PM IST

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