HDFC AMC Target Price: एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी (HDFC AMC) के शेयरों में बुधवार (15 जनवरी) को जोरदार उछाल देखने को मिला। कंपनी ने शेयर शुरुआती कारोबार में 5% से ज्यादा चढ़ गए। इसकी तुलना में बीएसई सेंसेक्स 0.59% चढ़कर 76,947 पर कारोबार कर रहा है। तीसरी तिमाही में अच्छे नतीजों के दम पर कंपनी के शेयरों में यह एक्शन देखने को मिल रहा है।
एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी ने मंगलवार (14 जनवरी) को शेयर बाजार बंद होने के बाद तीसरी तिमाही के नतीजे जारी किए। कंपनी ने बताया कि दिसंबर तिमाही में उसका मुनाफा सालाना आधार पर 31% बढ़कर ₹641 करोड़ पहुंच गया। ऑपरेशन से होने वाली कमाई भी सालाना आधार पर 39% बढ़कर ₹671.32 करोड़ हो गई। मजबूत तिमाही नतीजों को देखते हुए ज्यादातर ब्रोकरेज कंपनियों ने इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी अपडेट करते हुए एचडीएफसी एएमसी का टारगेट प्राइस बढ़ा दिया है। साथ ही स्टॉक में खरीदारी करने की सलाह देते हुए 35% तक के अपसाइड रिटर्न का अनुमान जताया है।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) ने एचडीएफसी असेट मैनेजमेंट कंपनी पर अपनी रेटिंग को बरकरार रखते हुए ‘BUY’ की सलाह दी है। ब्रोकरेज ने इसके लिए 5200 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। कंपनी के शेयर मंगलवार (14) को 2% चढ़कर 3863 रुपये पर बंद हुए। इस तरह शेयर लॉन्ग टर्म में 35% का अपसाइड रिटर्न दे सकते हैं।
ब्रोकरेज के अनुसार, ओवरऑल एयूएम में इक्विटी की बढ़ती हिस्सेदारी यील्ड्स में संभावित गिरावट को कम करने में मदद करेगी। नए बिजनेस (अल्टेरनेट और पेसिव) से बड़े पैमाने पर बेनिफिट्स…हाई प्रोफिटेबिल्टी में बदल सकता है। ब्रोकरेज ने अपने अनुमानों को कोई बड़ा बदलाव नहीं किया है और 5200 रुपये के टारगेट प्राइस (42x Sep’26E Core EPS पर) के साथ स्टॉक पर ‘BUY’ रेटिंग को बरकरार रखा है।
सेंट्रम ब्रोकिंग ने मजबूत तिमाही और स्टॉक में हालिया गिरावट को देखते हुए एचडीएफसी एएमसी पर अपनी रेटिंग को ‘REDUCE’ से अपग्रेड कर ‘BUY’ कर दिया है। कंपनी ने एचडीएफसी एएमसी के लिए 4990 रुपये का टारगेट प्राइस (TP) दिया है। इस तरह शेयर आगे चलकर 29% का अपसाइड रिटर्न दे सकते हैं।
ब्रोकरेज के अनुसार, एचडीएफसी एएमसी के तीसरी तिमाही के नतीजे मजबूत रहे। कंपनी का PAT 640 करोड़ रुपये रहा जो हमारे अनुमान से 10% ज्यादा है। कंपनी का ओवरऑल मार्केट शेयर भी 0.30% बढ़कर 11.5% हो गया। साथ असेट अंडर मैनेजमेंट सालाना आधार पर 0.20% बढ़कर 12.8% हो गया।
सेंट्रम ब्रोकिंग ने कंपनी का वैल्यूएशन 36x पर बरकरार रखते हुए शेयर के लिए टारगेट प्राइस को पहले के 4545 रुपये से बढ़ाकर 4990 रुपये कर दिया है। साथ ही मजबूत तिमाही आंकड़े और स्टॉक में पिछले तीन महीने में 14% की गिरावट को देखते हुए रेटिंग को अपग्रेड कर ‘BUY’ किया है।
ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने उथल-पुथल वाले बाजार के बावजूद कंपनी की परफॉर्मेंस में स्थिरता को देखते हुए एचडीएफसी एएमसी पर अपनी रेटिंग को ‘BUY’ पर बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर लॉन्ग टर्म लिहाज से 5200 रुपये टारगेट प्राइस दिया है। इस तरह लास्ट क्लोजिंग भाव से शेयर 35% का शानदार अपसाइड रिटर्न दे सकता है।
नुवामा का कहना है कि अस्थिर बाजारों के बावजूद एचडीएफसी एएमसी का Q3FY25 में ऑपरेशनल परफॉर्मेंस स्थिर रहा है। कंपनी का इक्विटी क्यूएएयूएम सालाना आधार पर 1.5% बढ़कर 39.7%, इक्विटी एयूएम बाजार हिस्सेदारी 0.20% बढ़कर 12.8%, एसआईपी फ्लो बढ़कर 45.2% और यूनिक इंडिविजुअल अकॉउंट शेयर 3% की वृद्धि लेकर 24% हो गया।
ब्रोकरेज ने कहा कि हमने FY26E/27E EV/NOPLAT 44x/37.5x के आधार पर ‘BUY’ रेटिंग रखते हुए टारगेट प्राइस को बढ़ाकर 5200 रुपये प्रति शेयर (पहले 5150) कर दिया है।
एचडीएफ़सी एएमसी के शेयर बुधवार (15 जनवरी) को 5% से ज्यादा चढ़ गए। जबकि मंगलवार (14 जनवरी) को 2% चढ़कर 3863 रुपये पर बंद हुए थे। हालांकि, पिछले तीन महीने के स्टॉक की परफॉर्मेंस अच्छी नहीं रही है। इस दौरान शेयर में 14% की गिरावट आई है। वहीं, पिछले छह महीने में शेयर 3% गिरा है। हालांकि, पिछले एक साल में शेयर 16.21% चढ़ा है। स्टॉक का 4,862 रुपये जबकि 52 वीक लो 3,255 रुपये है। कंपनी का कुल मार्केट कैप 86,458 करोड़ रुपये है।
एचडीएफ़सी एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) का तीसरी तिमाही में मुनाफा सालाना आधार पर 31% बढ़कर ₹641 करोड़ पहुंच गया। इस दौरान ऑपरेशन से होने वाली कमाई सालाना आधार 39% बढ़कर ₹671.32 करोड़ हो गई। कंपनी के खर्च में मामूली बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल की तीसरी तिमाही में ₹177 करोड़ खर्च था, जो इस बार ₹188 करोड़ हुआ। हालांकि, पिछली तिमाही (Q2 FY25) के ₹199.78 करोड़ के मुकाबले इसमें 6% की कमी आई। सबसे बड़ी राहत टैक्स में मिली, जो पिछली तिमाही के ₹281.8 करोड़ से घटकर ₹198.5 करोड़ हो गया।
HDFC AMC की कुल संपत्ति ₹8,035.7 करोड़ तक पहुंच गई है, जो मार्च 2024 में ₹7,557.6 करोड़ थी। ऑपरेटिंग प्रॉफिट (EBITDA) में भी जबरदस्त उछाल आया है, जो पिछले साल के ₹509 करोड़ से बढ़कर ₹763 करोड़ हो गया। EBITDA मार्जिन भी 75.9% से बढ़कर 81.7% हो गया है।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेजीस ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)