Share Market Closing Bell: घरेलू शेयर बाजारों में गुरुवार (20 मार्च) को लगातार चौथे ट्रेडिंग सेशन में तेजी दर्ज की गई। बाजार में यह तेजी अमेरिकी फेड के नीतिगत फैसले से ज्यादा घरेलू कारकों से प्रेरित रही। इसी के साथ मार्च में अब तक निफ्टी 50 में 3% से ज्यादा की बढ़त हुई है। यह लगातार पांच महीनों की गिरावट के बाद वापस उछाल है।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज जोरदार तेजी के साथ 75,917 पर खुला। कारोबार के दौरान यह 1000 से ज्यादा अंक उछलकर 76,456 तक चला गया था। अंत में सेंसेक्स 899.01 अंक या 1.19% की बढ़त लेकर 76,348 पर बंद हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 (Nifty-50) भी मजबूती के साथ 23,036 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान यह 23,216.70 अंक के हाई तक चला गया था। अंत में यह 283.05 अंक या 1.24% की तेजी के साथ 23,190.65 पर बंद हुआ।
ब्रोडर मार्केट मे निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स क्रमशः 0.64 प्रतिशत और 0.70 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुए। एनएसई पर सभी रीजनल इंडेक्स बढ़त के साथ बंद हुए। इनमें निफ्टी आईटी, ऑटो, एफएमसीजी, मेटल, मीडिया, रियल्टी, ऑयल एंड गैस, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और हेल्थकेयर सूचकांक 1 प्रतिशत से अधिक की बढ़त के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स की कंपनियों में भारती एयरटेल 4% से ज्यादा चढ़कर बंद हुआ। इसके अलावा टाइटन, टीसीएस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इन्फोसिस, नेस्ले इंडिया, रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा एन्ड महिंद्रा, एचडीएफ़सी बैंक, सन फार्मा, टाटा मोटर्स, एचसीएल टेक, पावर ग्रिड, टेक महिंद्रा, मारुति के शेयर प्रमुख रूप से लाभ में रहे।
दूसरी तरफ, बाजार में तेजी के बावजूद इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance), अल्ट्रा सीमेंट के शेयर गिरावट में बंद हुए।
1. बाजार के जानकारों के अनुसार, अपने हाई लेवल से बड़ी करेक्शन के बाद भारतीय शेयर बाजार इस समय अपने वैल्यूएशन को लेकर सहज दिख रहे हैं। इससे निवेशकों का अच्छी क्वालिटी वाले शेयर खरीदने की तरफ रुख बढ़ा है।
2. हाल ही में आए मैक्रोइकॉनोमिक डेटा ने आर्थिक ग्रोथ की गति कम होने की चिंताओं को कम कर दिया है। इससे बाजार की सेंटीमेंट प्रभावित हुए हैं। तीन तिमाहियों की सुस्ती के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दिख रहे हैं। चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही (Q3FY25) में देश की जीडीपी (GDP) 6.2 प्रतिशत से बढ़ी।
3. इसके अलावा भले ही यूएस फेड ने अपनी मार्च पॉलिसी मीटिंग में यथास्थिति बनाए रखी, लेकिन इसने संकेत दिया कि दर में इस साल दो बार दर में कटौती हो सकती है। इसके अलावा, फेड के चेयरमैन जेरोम पॉवेल बहुत आक्रामक नहीं दिखे। इससे बाजार में पॉजिटिव सेंटीमेंट देखने को मिले।
4. अमेरिकी डॉलर इंडेक्स (डीएक्सवाई) में लगातार गिरावट ने एफआईआई की बिकवाली की तीव्रता को कम कर दिया ह। जबकि डीआईआई की खरीद मजबूत बनी हुई है, जिससे हालिया तेजी को बढ़ावा मिला है।
US Federal Reserve ने बुधवार को ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया, जो पहले से अनुमानित था। हालांकि, केंद्रीय बैंक के अधिकारियों ने संकेत दिया कि वे इस साल के अंत तक ब्याज दरों में 0.50 प्रतिशत की कटौती कर सकते हैं। यह फैसला धीमी आर्थिक वृद्धि और आने वाले महीनों में संभावित रूप से घटती महंगाई के मद्देनजर लिया गया है।
Trump administration tariffs (आयात शुल्क) लागू करने के फैसले को देखते हुए, फेडरल रिजर्व ने इस साल के लिए महंगाई अनुमान को बढ़ा दिया है। अब उनका मानना है कि साल के अंत तक महंगाई दर 2.7 प्रतिशत रहेगी, जबकि दिसंबर में यह अनुमान 2.5 प्रतिशत था। फेड का लक्ष्य महंगाई को 2 प्रतिशत पर बनाए रखना है।
वॉल स्ट्रीट में डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.92 प्रतिशत चढ़ा, एसएंडपी 500 1.08 प्रतिशत उछल गया और नैस्डैक कंपोजिट में 1.41 प्रतिशत की तेजी आई। हालांकि, आज सुबह एशियाई बाजारों में मिलाजुला रुख रहा। जापान का निक्केई 0.25 प्रतिशत नीचे, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.49 प्रतिशत ऊपर और ऑस्ट्रेलिया का एएसएक्स200 0.87 प्रतिशत ऊपर चल रहा था।
घरेलू शेयर बाजार बुधवार को लगातार तीसरे दिन बढ़त के साथ बंद हुए। बीएसई सेंसेक्स इंडेक्स 147.79 अंक या 0.20 प्रतिशत की बढ़त के साथ 75,449.05 पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 50 भी 73.30 अंक या 0.32 प्रतिशत की बढ़त के साथ 22,907.60 पर बंद हुआ।
हालांकि, एफआईआई एक दिन के अंतराल के बाद फिर से भारतीय इक्विटी के नेट सेलर विक्रेता बने रहे। उन्होंने 19 मार्च, 2025 को 1,096.50 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। दूसरी ओर, डीआईआई ने 2,140.76 करोड़ रुपये के भारतीय शेयर खरीदे।