facebookmetapixel
90% प्रीमियम पर लिस्ट हुए इस SME IPO के शेयर, निवेशकों को नए साल से पहले मिला तगड़ा गिफ्ट2026 में सोना-चांदी का हाल: रैली जारी या कीमतों में हल्की रुकावट?Gujarat Kidney IPO की शेयर बाजार में पॉजिटिव एंट्री, 6% प्रीमियम पर लिस्ट हुए शेयरGold silver price today: सोने-चांदी के दाम उछले, MCX पर सोना ₹1.36 लाख के करीबDelhi Weather Today: दिल्ली में कोहरे के चलते रेड अलर्ट, हवाई यात्रा और सड़क मार्ग प्रभावितNifty Outlook: 26,000 बना बड़ी रुकावट, क्या आगे बढ़ पाएगा बाजार? एनालिस्ट्स ने बताया अहम लेवलStock Market Update: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव, सेंसेक्स 50 अंक टूटा; निफ्टी 25900 के करीबबांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन, 80 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांसStocks To Watch Today: InterGlobe, BEL, Lupin समेत इन कंपनियों के शेयरों पर आज रहेगा फोकसYear Ender: भारत के ऊर्जा क्षेत्र के लिए 2025 चुनौतियों और उम्मीदों का मिला-जुला साल रहा

MSME Exchange की SEBI लगाम

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, सेबी के निदेशक मंडल की बुधवार को होने वाली बैठक में एसएमई एक्सचेंज से संबंधित मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है।

Last Updated- December 17, 2024 | 9:27 PM IST
SEBI

बाजार नियामक सेबी लघु एवं मझोले उद्यमों के लिए संचालित एसएमई एक्सचेंज (MSME Exchange) पर अधिक उत्साह, कीमतों में हेराफेरी और धोखाधड़ी वाले कारोबारी तरीकों पर लगाम लगाना चाहता है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के पूर्णकालिक सदस्य अश्विनी भाटिया ने यहां ‘भारत एसएमई बैंकिंग शिखर सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए कहा कि नियामक के निदेशक मंडल की अगली बैठक में इस मुद्दे पर विचार किया जाएगा। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, सेबी के निदेशक मंडल की बुधवार को होने वाली बैठक में एसएमई एक्सचेंज से संबंधित मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है।

Also read : MSME Loans: एमएसएमई का जोर कारोबारी ऋण पर

भाटिया ने कहा, ‘‘हम इस तथ्य से अवगत हैं कि हमें अधिक उत्साह, कीमतों में हेराफेरी या धोखाधड़ी वाले कारोबारी तौर-तरीकों को रोकने की जरूरत है। हम इस पर सेबी की आगामी बोर्ड बैठक में चर्चा करेंगे, जो शीघ्र ही होगी।’’ उन्होंने एसएमई एक्सचेंज पर छोटी एवं मझोली कंपनियों की सूचीबद्धता के दौरान नजर आई चिंताओं का जिक्र करते हुए कहा कि इन पहलुओं पर गौर करने के लिए नियामक ने परामर्श पत्र जारी किया है।

भाटिया ने कहा कि कुछ चिंताजनक पहलू सामने आने के बाद सेबी ने बीते दो वर्षों में एसएमई बोर्ड पर अपनी निगरानी बढ़ा दी है। इनमें ऐसी कंपनियां शामिल हैं जो तथ्यों को गलत ढंग से पेश करती हैं, जिससे खुदरा निवेशकों के लिए ‘वास्तविक मूल्य और व्यवहार्यता’ का आकलन कर पाना मुश्किल हो जाता है। भाटिया ने कहा कि वह एसएमई कंपनियों की तरफ से लाए गए आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के प्रति निवेशकों की दिलचस्पी को देखकर ‘कभी-कभी हैरान’ हो जाते हैं क्योंकि कुछ निर्गमों को तो 1,000 गुना से अधिक अभिदान मिला है। उन्होंने कहा कि छोटी एवं मझोली कंपनियों ने 2024 में अबतक 171 निर्गमों के जरिये 6,447 करोड़ रुपये जुटाए हैं और सभी एसएमई शेयरों का कुल बाजार पूंजीकरण 2.25 लाख करोड़ रुपये है।

Also read : ऋण पात्रता के लिए MSMEs ‘उद्यम’ पोर्टल पर पंजीकरण कराएंः RBI डिप्टी गवर्नर

First Published - December 17, 2024 | 8:39 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट