देश के सबसे बड़े फंड हाउस एसबीआई म्युचुअल फंड ने अप्रैल 2021 और जनवरी 2022 के बीच 30 लाख नए एसआईपी खाते जोड़े है, जो सालाना आधार पर करीब 40 फीसदी की बढ़ोतरी दर्शाता है।
फंड हाउस ने कहा कि उसने वित्त वर्ष 21-22 के पहले 10 महीनों मेंं हर महीने एसआईपी के जरिए औसतन 1,800 करोड़ रुपये का निवेश हासिल किया और निवेश की औसत रकम प्रति क्लाइंट 2,500 रुपये रही है।
एसबीआई एमएफ 6 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की परिसंपत्तियों का प्रबंधन करता है, जो यहां तक पहुंचने वाला पहला फंड हाउस है। उसकी बाजार हिस्सेदारी 16.43 फीसदी है, जो पिछले 10 साल में किसी फंड हाउस की रही हिस्सदारी का सर्वोच्च स्तर है।
इस वित्त वर्ष में एसबीआई एमएफ के एनएफओ एसबीआई बैलेंस्ड एडवांटेज फंड ने अगस्त मेंं रिकॉर्ड 14,691 करोड़ रुपये का निवेश हासिल किया था। इस महीने एसबीआई मल्टीकैप फंड के एनएफओ ने 8,095 करोड़ रुपये जुटाए, जो मल्टीकैप श्रणी में जुटाई गई सबसे बड़ी रकम है।
एसबीआई ने एक बयान में कहा, नए एसआईपी में मजबूत बढ़त देखने को मिली है। जो स्वतंत्र वित्तीय सलाहकार के उसके वितरण नेटवर्क, राष्ट्रीय वितरकों और मूल कंपनी एसबीआई की शाखाओं के जरिए की गई पेशकश के कारण संभव हो पाया। इसके अलावा एसबीआई म्युचुअल फंड ने कई टियर-2 लोकेशन में नई शाखाएं खोलकर अपना प्रसार किया है।
मजबूत प्रदर्शन परिसंपत्ति प्रबंधन के प्रस्तावित आरंभिक सार्वजनिक निर्गम से पहले देखने को मिल रहा है। एसबीआई एमएफ जल्द ही बाजार नियामक के पास विवरणिका का मसौदा जमा कराने की योजना बना रहा है। इसके आईपीओ का आकार अनुमानित तौर पर 7,000-7,500 करोड़ रुपये हो सकता है, जो देश के सबसे बड़े एमएफ का मूल्यांकन 70,000 से 75,000 करोड़ रुपये के बीच करेगा। एसबीआई एमएफ भारतीय स्टेट बैक व यूरोप की अग्रणी परिसंपत्ति प्रबंधक अमुंडी के बीच 63:37 की हिस्सेदारी वाला संयुक्त उद्यम है। एसबीआई की योजना आईपीओ में 6 फीसदी हिस्सदारी बेचने और फ्रांस की परिसंपत्ति प्रबंधक की 4 फीसदी हिसस्सा बेचने की है। इससे पहले देसी एक्सचेंजोंं पर एचडीएफसी एमएफ, आदित्य बिड़ला सन लाइफ एमएफ, यूटीआई एमएफ और निप्पॉन लाइफ इंडिया एमएफ सूचीबद्ध हो चुकी हैं।