विम्टा लैब्स के मार्च तिमाही (Q4 FY25) के नतीजे काफी मजबूत रहे। कंपनी का शुद्ध मुनाफा 31.2% बढ़कर ₹18.32 करोड़ पहुंच गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में ₹13.96 करोड़ था। इस दौरान कंपनी की कुल आय भी 31.4% बढ़कर ₹96.08 करोड़ रही। Q4 में कंपनी का EBITDA 31.9% बढ़कर ₹34.68 करोड़ रहा, जबकि पिछली बार यह ₹26.30 करोड़ था। EBITDA मार्जिन मामूली बढ़कर 36.1% हो गया, जो पिछले साल 36% था। वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 36.8% बढ़कर ₹66.75 करोड़ हो गया, जबकि कुल आमदनी 19.1% बढ़कर ₹348.22 करोड़ रही।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए ₹2 प्रति शेयर डिविडेंड देने का ऐलान किया है। साथ ही, 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर देने की सिफारिश भी की गई है, जो AGM में शेयरहोल्डर्स की मंज़ूरी के बाद लागू होगा। 31 मार्च 2025 तक कंपनी पर कुल ₹8.5 करोड़ का कर्ज है, जबकि कैश और बैंक बैलेंस ₹32.9 करोड़ है। बोर्ड ने कंपनी की उधारी सीमा को ₹300 करोड़ तक बढ़ाने की मंज़ूरी दे दी है, जिसे AGM में अंतिम मंज़ूरी मिलनी बाकी है।
विम्टा लैब्स ने बायोलॉजिक्स कॉन्ट्रैक्ट रिसर्च और डेवलपमेंट सेवाओं में उतरने का ऐलान किया है। यह कदम बायोफार्मा इंडस्ट्री की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। कंपनी क्लोन डेवलपमेंट से लेकर ड्रग प्रोडक्ट तक की सेवाएं देगी। FY26 की तीसरी तिमाही तक लैब तैयार हो जाएगी और FY27 से इस सेगमेंट में आमदनी शुरू होने की उम्मीद है।
कंपनी की मैनेजिंग डायरेक्टर, हरीता वासिरेड्डी ने कहा, “इस साल कंपनी के नतीजे शानदार रहे हैं, खासकर फार्मा सेवाओं की वजह से। अब हम बायोलॉजिक्स R&D में कदम रख रहे हैं, जो भविष्य के हेल्थकेयर ट्रेंड से मेल खाता है और हमारी वैज्ञानिक क्षमताओं को और मजबूत बनाएगा।”
विम्टा लैब्स एक अग्रणी कॉन्ट्रैक्ट रिसर्च और टेस्टिंग कंपनी है, जो खाद्य, कृषि, बायो/फार्मास्युटिकल, मेडिकल डिवाइस, केमिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर को वैज्ञानिक, तकनीकी और रेगुलेटरी सेवाएं देती है। कंपनी पर्यावरण संबंधी टेस्टिंग भी करती है।
आज विम्टा लैब्स का स्टॉक 1.60% की बढ़ोतरी के साथ 1037.40 पर बंद हुआ। इस स्टॉक ने एक साल में 91%, दो साल में 170%, तीन साल में 199% और पांच साल में 1173% का रिटर्न दिया है।