म्युचुअल फंडों में निवेशकों को बीमा कवर मुहैया कराया जाना आम हो गया है। वैसे इसे विचार 2005 में डीएसपी एमएल द्वारा की गई पहल के बाद बढ़ावा मिला है।
बाद में इसी राह पर चलते हुए कई कंपनियां ने निवेशकों को बीमा कवर का तोहफा देना शुरू कर दिया। हाल ही में बिड़ला म्युचुअल फंड बिड़ला सन लाइफ सेंचुरी ‘एसआईपी’ के साथ उन निवेशकों के लिए आगे आया है जो इसकी परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी (एएमसी) की इक्विटी स्कीमों में निवेश करते हैं।
ये निवेशक जीवन बीमा कवर के हकदार होंगे और परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी इनके बीमा खर्च यानी प्रीमियम का वहन करेगी। निवेशकों के लिए इस स्कीम को लेकर कुछ अर्हताएं भी पूरी करनी होंगी। निवेशक जब इस स्कीम के लिए आवेदन कर रहा हो तो उसकी उम्र 18 वर्ष से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए और कम से कम एसआईपी राशि 1,000 रुपये होनी चाहिए।
अब अहम सवाल यह है कि बीमा कर कितना होगा? पहले साल के लिए बीमा कवर की राशि निवेशक द्वारा किए गए एसआईपी निवेश से 10 गुना होगी। उदाहरण के लिए, यदि निवेशक प्रति महीने 5,000 रुपये एसआईपी में निवेश करता है तो वह पहले साल में 50,000 रुपये के बीमा कवर का हकदार होगा। दूसरे साल में, यह कवर बढ़ कर 50 गुना हो जाएगा और इसी तरह तीसरे वर्ष में बढ़ कर 100 गुना। वैसे बीमा राशि अधिकतम 20 लाख रुपये तक सीमित है।
रिलायंस म्युचुअल फंड एक ऐसी बीमा योजना के साथ आगे आया है जिसका लाभ बीमा पॉलिसी के नॉमिनी को मिलेगा। ‘रिलायंस एसआईपी इंश्योर’ की शर्तों के मुताबिक एसआईपी की अवधि के दौरान यदि निवेशक की मौत हो जाती है तो एएमसी गैर-भुगतान की गई जरूरी राशि (10 लाख रुपये तक) का वहन करेगी। निवेशक की मौत की स्थिति में निवेशक की दीर्घावधि वित्तीय योजना और निवेश लक्ष्य को तय समय तक जारी रखा जाएगा।
लेकिन यह उस स्थिति में ही संभव होगा जब एसआईपी कम से कम तीन वर्ष की अवधि के लिए हो और मासिक भुगतान कम से कम 2,000 रुपये हो। इसके अलावा इसमें उम्र 20 से 46 वर्ष के बीच होनी चाहिए। डीएसपी एमएल की पांच स्कीमों में निवेशकों के लिए कम से कम 2000 रुपये के एसआईपी के साथ उम्र सीमा 18 से 43 वर्ष के बीच रखी गई है। लेकिन कार्यकाल कुछ ज्यादा लंबा है। इसका कार्यकाल 6, 11 और 16 वर्षों का है। इस प्लान के तहत मासिक एसआईपी किस्त को स्कीम के बाकी महीनों की संख्या से मल्टीप्लाई किया गया है।
वहीं फिक्स्ड प्लान के तहत राशि को 240 महीनों की समान किस्तों में विभाजित किया गया है जिसका निवेशक के निधन की स्थिति प्लान के कार्यकाल के दौरान किसी भी समय भुगतान किया जाएगा। कोटक एएमसी ने 2007 में अपना कोटक स्टार किड प्लान लांच किया जिसके तहत केवल एक बच्चे को नॉमिनी बनाया जा सकता है और यह बीमा केवल कोटक 30 और कोटक टैक्स सेवर पर लागू है। इसका एसआईपी कार्यकाल 5, 10, 15 या 20 वर्षों के लिए है।
इस प्लान में निवेशक की मौत के मामले में बकाया एसआईपी राशि 10 लाख रुपये के सीमित बीमा लाभ के साथ नॉमिनी को दी जाएगी। इस स्कीम में प्रवेश करने की उम्र सीमा अन्य स्कीमों की तुलना में अधिक है। इस स्कीम को लेते समय निवेशक की उम्र 23 वर्ष होनी चाहिए। इस स्कीम को लेने वाले निवेशक की उम्र 45 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।