बुधवार को दोपहर बाद बाजार में देखा गया टेक्निकल पुलबैक दूसरे दिन ही ढह गया और बाजार फिर लुढ़क गया।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों की मंदी और निफ्टी वायदा में ऊंचे स्तरों पर शार्ट कवरिंग से दोनों ही सूचकांक बुधवार की बढत बरकरार नहीं रख सके और दोनों में ही खासी गिरावट आ गई। जुलाई वायदा के सौदे पूरे दिन ही 80 फीसदी डिस्काउंट पर थे लेकिन इसके बावजूद कारोबार खत्म होने तक ओपन इंटरेस्ट में तीस लाख शेयरों का इजाफा हो गया जिससे साफ था कि बाजार में ताजा शार्ट पोजीशन ली जा रही हैं।
लेकिन केवल 13 लाख शेयरों का ओपन इंटरेस्ट ही अगले सत्र के लिए कैरी फार्वर्ड किया गया और करीब 20 लाख शेयर 3879 के स्तर पर सेटल कर दिए गए। इससे साफ है कि शुक्रवार को बाजार जब खुलेगा तो नए निचले स्तरों को छू सकता है। निफ्टी ऑप्शंस में भी साफ है कि बाजार में कमजोरी है। कारोबारी निफ्टी पुट 3700 और 3800 पर खरीद रहे थे जबकि 4000-4200 के स्तर पर बिकवाली कर रहे थे। निफ्टी के पुट ऑप्शन में 3700 पर करीब 10 लाख शेयरों का ओपन इंटरेस्ट बढ़ा जिसका औसत प्रीमियम 109 रुपए का है जिससे साफ है कि निफ्टी 3600 का स्तर छू सकता है।
निफ्टी के 50 शेयरों में 45 के वायदा सौदों में ओपन इंटरेस्ट बढ़ा जबकि इसके भाव गिरे, चार के ओपन इंटरेस्ट और भाव दोनों में ही गिरावट रही। केवल स्टेट बैंक के ओपन इंटरेस्ट में 337656 शेयर बढ़े और भाव 1.5 फीसदी बढ़े। ओपन इंटरेस्ट बढ़ने और भाव गिरने का मतलब है कि शार्ट पोजीशन बन रही हैं। इसका यह भी मतलब है कि इसमें और भी गिरावट आ सकती है। सेल, आइडिया, एनटीपीसी और केयर्न में शुक्रवार को कमजोरी रह सकती है क्योकि इनमं 10-20 लाख शेयरों की शार्ट पोजीशन बनी हुई है जबकि इनके भाव 5 से10 फीसदी गिरे हुए हैं।