facebookmetapixel
Motilal Oswal ने इस हफ्ते के लिए चुना ये धाकड़ स्टॉक, टेक्निकल चार्ट पर दे रहा पॉजिटिव संकेत; जानें टारगेट और स्टॉपलॉसCancer Vaccine: रूस ने पेश की EnteroMix कैंसर वैक्सीन, प्रारंभिक परीक्षण में 100% सफलताMutual Fund: पोर्टफोलियो बनाने में उलझन? Sharekhan ने पेश किया मॉडल; देखें आपके लिए कौन-सा सही?Gold, Silver price today: सोना हुआ सस्ता, चांदी भी तेज शुरुआत के बाद लुढ़की; चेक करें आज का भावकानपुर को स्मार्ट सिटी बनाए सरकार, बंद फैक्ट्रियों का भी आवासीय प्रोजेक्ट में हो इस्तेमाल – उद्योग जगत की योगी सरकार से डिमांडCement company ने बदल दी रिकॉर्ड डेट, अब इस तारीख को खरीदें शेयर और पाएं कैश रिवॉर्डदिवाली से पहले दिल्ली–पटना रूट पर दौड़ेगी भारत की पहली वंदे भारत स्लीपर एक्सप्रेस; जानें टिकट की कीमतखुलने से पहले ही ग्रे मार्केट में धूम मचा रहा ये IPO, इस हफ्ते हो रहा ओपन; ऑनलाइन सर्विसेज में माहिर है कंपनीDII के मजबूत सहारे के बावजूद, FII के बिना भारतीय शेयर बाजार की मजबूती अधूरी क्यों है – जानिए पूरी कहानीBank Holidays: इस हफ्ते चार दिन बंद रहेंगे बैंक, पहले देख लें छुट्टियों की लिस्ट

NFO Alert: लॉन्ग टर्म में फाइनेंशियल ग्रोथ चाहिए? इस नई हाइब्रिड स्कीम में कर सकते हैं निवेश; ₹5000 से करें शुरुआत

Unifi Mutual Fund की यह स्कीम किसी स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड नहीं होगी। हालांकि, भविष्य में ट्रस्टी अपनी डिस्क्रेशन पर इसे लिस्ट करने का फैसला ले सकते हैं।

Last Updated- March 07, 2025 | 8:42 AM IST
Union MF NFO
Representative image

NFO Alert: यूनिफाई म्यूचुअल फंड ने अपना नया यूनिफाई डायनामिक एसेट एलोकेशन फंड लॉन्च किया है। यह एक ओपन-एंडेड हाइब्रिड फंड है, जो इक्विटी, फिक्स्ड इनकम साधनों और इक्विटी डेरिवेटिव्स में गतिशील रूप से निवेश करेगा। इस फंड का उद्देश्य नियमित आय और पूंजी वृद्धि देना है, लेकिन इसमें कोई गारंटीड रिटर्न नहीं होगा।

Unifi MF NFO: फंड से जुड़ी मुख्य बातें

  • कैटेगरी: हाइब्रिड स्कीम – डायनामिक एसेट एलोकेशन या बैलेंस्ड एडवांटेज
  • ओपन-एंडेड स्कीम: निवेशक कभी भी इसमें निवेश या रिडेम्प्शन कर सकते हैं
  • नया फंड लॉन्च डेट: 3 मार्च 2025
  • एनएफओ क्लोजिंग डेट: 7 मार्च 2025

यह भी पढ़ें: ICICI Pru MF: निवेशकों के लिए नया ओपन-एंडेड ETF लॉन्च, 1000 रुपये से शुरू करें; जानें निवेश की रणनीति

Unifi MF NFO: योजना का उद्देश्य

इस योजना का मकसद इनकम और कैपिटल अप्रिसिएशन (पूंजी बढ़ोतरी) जनरेट करना है। इसके लिए यह फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स, इक्विटी और इक्विटी डेरिवेटिव्स के साथ-साथ अन्य अनुमत इक्विटी/हाइब्रिड इंस्ट्रूमेंट्स में डायनामिक पोर्टफोलियो के जरिए इनवेस्ट करेगी। हालांकि, इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि योजना का इनवेस्टमेंट ऑब्जेक्टिव पूरा होगा। यह योजना किसी भी तरह का रिटर्न गारंटी या अश्‍वासन नहीं देती।

यह स्कीम ओपन-एंडेड होगी, 5 बिजनेस डेज में शुरू होगी सेल और रिडेम्पशन

यह म्यूचुअल फंड स्कीम एक ओपन-एंडेड स्कीम होगी, यानी इसमें निवेशक किसी भी बिजनेस डे पर यूनिट्स खरीद और बेच सकते हैं। स्कीम के अलॉटमेंट के 5 बिजनेस डेज के अंदर इसकी सेल और रिडेम्पशन शुरू हो जाएगी। चूंकि यह ओपन-एंडेड है, इसलिए निवेशक किसी भी बिजनेस डे पर रिडेम्पशन रिक्वेस्ट कर सकते हैं।

रिडेम्पशन की रकम तीन बिजनेस डेज के अंदर निवेशकों को भेजी जाएगी। हालांकि, कुछ एक्सेप्शनल सिचुएशंस में इसमें देरी हो सकती है, जैसा कि AMFI के दिशानिर्देशों में बताया गया है। अगर तय समयसीमा में भुगतान नहीं होता, तो 15% सालाना का पेनल इंटरेस्ट देना होगा, या SEBI के नए नियमों के अनुसार जो भी दर तय की जाएगी।

स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग नहीं होगी

Unifi Mutual Fund की यह स्कीम किसी स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड नहीं होगी। हालांकि, भविष्य में ट्रस्टी अपनी डिस्क्रेशन पर इसे लिस्ट करने का फैसला ले सकते हैं।

बेंचमार्क इंडेक्स: CRISIL Hybrid 50 + 50 Moderate Index

इस स्कीम की परफॉर्मेंस को CRISIL Hybrid 50 + 50 Moderate Index से बेंचमार्क किया जाएगा। यह एक हाइब्रिड पोर्टफोलियो होगा, जिसमें BSE 200 (50%) और CRISIL Composite Bond Fund Index (50%) शामिल होगा। SEBI के 27 जून 2024 के मास्टर सर्कुलर के अनुसार, यह हाइब्रिड कैटेगरी में डायनामिक एसेट एलोकेशन फंड्स के लिए पहला बेंचमार्क होगा। चूंकि फंड को इक्विटी और डेट में डायनामिक इन्वेस्टमेंट करना है, इसलिए यह इंडेक्स सबसे बेहतर बेंचमार्क माना गया है।

यह भी पढ़ें: NFO: Bandhan MF का नया फंड लॉन्च, ₹1000 से निवेश शुरू, कम जोखिम में मिलेगा फिक्स्ड इनकम

Unifi MF NFO: एग्जिट लोड स्ट्रक्चर

म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों के लिए यह जानना जरूरी है कि इस स्कीम में एंट्री लोड (Entry Load) नहीं लगेगा, यानी निवेश करते समय कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं देना होगा। हालांकि, एग्जिट लोड (Exit Load) कुछ शर्तों पर लागू होगा। अगर निवेशक अपनी यूनिट्स 12 महीने के अंदर बेचते या स्विच करते हैं, तो कुल यूनिट्स का 20% तक बिना किसी चार्ज के रिडीम किया जा सकता है। लेकिन 20% से ज्यादा यूनिट्स निकालने पर 1.5% का एग्जिट लोड लगेगा। अगर यूनिट्स 12 महीने के बाद बेची जाती हैं, तो कोई एग्जिट लोड नहीं लगेगा। SEBI के नियमों के तहत, ट्रस्टी इस एग्जिट लोड स्ट्रक्चर को समय-समय पर बदल सकते हैं।

Unifi MF NFO: इन्वेस्टमेंट डिटेल्स

निवेश करने के लिए NFO (New Fund Offer) के दौरान मिनिमम लंपसम अमाउंट ₹5,000 रखा गया है, जो ₹1 के मल्टीपल्स में बढ़ाया जा सकता है। इसी तरह, SIP (Systematic Investment Plan) के जरिए न्यूनतम ₹500 से निवेश शुरू किया जा सकता है। इस स्कीम में यूनिट्स के लिए न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने की जरूरत नहीं है।

अगर कोई निवेशक अपनी मौजूदा होल्डिंग में और पैसा जोड़ना चाहता है, तो मिनिमम एडिशनल परचेज अमाउंट ₹1,000 रखा गया है, जो ₹1 के मल्टीपल्स में बढ़ाया जा सकता है। हालांकि, SEBI के नियमों के तहत कुछ कर्मचारियों के लिए यह शर्त लागू नहीं होगी।

रिडेम्पशन के मामले में, निवेशक कम से कम ₹1, 1 यूनिट या अकाउंट बैलेंस (जो भी कम हो) रिडीम कर सकते हैं। अगर किसी निवेशक के अकाउंट में उतनी राशि नहीं बची है जितनी उन्होंने निकासी के लिए अनुरोध की है, तो म्यूचुअल फंड कंपनी उनकी पूरी बची हुई यूनिट्स को रिडीम कर देगी और पैसा निवेशक के अकाउंट में ट्रांसफर कर देगी।

इन नियमों को ध्यान में रखकर म्यूचुअल फंड में निवेश करें और अपने फाइनेंशियल प्लान को स्मार्ट तरीके से प्लान करें।

Unifi MF NFO: योजना कहां निवेश करेगी?

इस स्कीम का फंड निवेश उद्देश्य के अनुसार विभिन्न प्रकार की सिक्योरिटीज़ में लगाया जाएगा। इसमें शामिल हैं:

  • इक्विटी और इक्विटी से जुड़ी सिक्योरिटीज़ जैसे कन्वर्टिबल बॉन्ड्स, डिबेंचर्स और वॉरंट्स जो शेयर खरीदने का अधिकार देते हैं।
  • डेट और डेट से जुड़ी सिक्योरिटीज़ जिसमें सरकारी और कॉर्पोरेट बॉन्ड शामिल हैं।
  • सरकार द्वारा जारी सिक्योरिटीज़ जैसे ट्रेजरी बिल्स, ज़ीरो कूपन बॉन्ड्स और कूपन बियरिंग बॉन्ड्स।
  • बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा जारी डेट सिक्योरिटीज़ जिसमें टर्म डिपॉजिट्स भी शामिल हो सकते हैं।
  • मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स जैसे कमर्शियल पेपर्स, ट्रायपार्टी रेपो और अन्य शॉर्ट-टर्म इंस्ट्रूमेंट्स।
  • सेक्यूरिटाइज्ड डेट और नॉन-कन्वर्टिबल प्रेफरेंस शेयर्स में भी निवेश किया जाएगा।
  • डेरिवेटिव इंस्ट्रूमेंट्स जैसे स्टॉक/इंडेक्स फ्यूचर्स, ऑप्शंस, इंटरेस्ट रेट स्वैप और फॉरवर्ड रेट एग्रीमेंट्स।
  • स्पेशल फीचर्स वाले डेट इंस्ट्रूमेंट्स और कॉर्पोरेट डेट सिक्योरिटीज़ में रेपो ट्रांजैक्शंस।
  • म्यूचुअल फंड यूनिट्स और सिक्योरिटीज़ लेंडिंग एवं बॉरोइंग।

यह निवेश IPO, सेकेंडरी मार्केट, प्राइवेट प्लेसमेंट, राइट्स ऑफर और नेगोशिएटेड डील्स के जरिए किया जा सकता है। इसके अलावा, स्कीम अपनी होल्डिंग्स में रेपो और रिवर्स रेपो ट्रांजैक्शंस भी कर सकती है।

सेबी के निर्देशों के अनुसार, किसी अन्य म्यूचुअल फंड स्कीम में ट्रांसफर भी किया जा सकता है। फंड मैनेजर को इस सूची में बदलाव करने की अनुमति होगी, बशर्ते कि वह निवेश उद्देश्य के अनुरूप हो।

(यह निवेश योजना SEBI Master Circular No. SEBI/HO/IMD/IMD-PoD-1/P/CIR/2024/90, दिनांक 27 जून 2024 के अनुसार संचालित होगी।)

यह भी पढ़ें: SIP में रिकॉर्ड निवेश, लेकिन आधे से ज्यादा अकाउंट जल्द ही हो रहे बंद! जानिए वजह

Unifi MF NFO: कौन हैं फंड मैनेजर्स?

Saravanan V N (CIO & Fund Manager)

सरवनन वी एन यूनिफाई एसेट मैनेजमेंट के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर (CIO) और फंड मैनेजर हैं। 45 साल के सरवनन के पास B. Com और C.A. की डिग्री है। उनके पास 24 साल का फाइनेंशियल एक्सपीरियंस है और वह 2006 से यूनिफाई ग्रुप के साथ जुड़े हैं। उन्होंने 12 साल तक यूनिफाई के इक्विटी और डेट AIFs मैनेज किए हैं। इससे पहले वह ICICI बैंक, Aithent Technologies और PWC में रिस्क मैनेजमेंट और ऑडिट में काम कर चुके हैं।

Aejas Lakhani (Equity Fund Manager)

एजस लखानी इस स्कीम का इक्विटी, इक्विटी आर्बिट्राज और हाइब्रिड पोर्टफोलियो संभाल रहे हैं। वह 37 साल के हैं और उनके पास M.A. (Economics), M.Com और MBA की डिग्री है। उनके पास 13 साल का एक्सपीरियंस है, जिसमें फंड मैनेजमेंट, इक्विटी रिसर्च और इन्वेस्टमेंट बैंकिंग शामिल हैं। यूनिफाई कैपिटल में उन्होंने कंजम्पशन-थीम्ड इक्विटी PMS स्कीम को मैनेज किया है। इससे पहले, वह Edelweiss Asset Management में लीड एनालिस्ट रहे हैं।

Karthik Srinivas (Debt Fund Manager)

32 साल के कार्तिक श्रीनिवास इस स्कीम का डेट पोर्टफोलियो मैनेज कर रहे हैं। उनके पास C.A. और CFA की डिग्री है और 10 साल का फाइनेंशियल एक्सपीरियंस है। यूनिफाई कैपिटल में उन्होंने 3 साल तक डेट-ओरिएंटेड AIF को मैनेज किया। इससे पहले, वह The Sanmar Group और Deloitte में फाइनेंस और रिस्क एडवाइजरी में काम कर चुके हैं।

ध्यान दें: Unifi MF के NFO में निवेश करने से पहले अपनी जोखिम क्षमता, निवेश अवधि और वित्तीय लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए सही योजना का चुनाव करें। उपरोक्त NFOs से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए AMFI की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें।

First Published - March 7, 2025 | 8:30 AM IST

संबंधित पोस्ट