ICICI Pru MF: आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड (ICICI Prudential Mutual Fund) ने एक नया ओपन-एंडेड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) “आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल बीएसई लिक्विड रेट ईटीएफ – ग्रोथ” (ICICI Prudential BSE Liquid Rate ETF – Growth) लॉन्च किया है। यह फंड बीएसई लिक्विड रेट इंडेक्स को फॉलो करेगा और इसमें ब्याज दर और क्रेडिट जोखिम कम रहेगा।
इस स्कीम का मकसद खर्चों से पहले ऐसा रिटर्न देना है, जो बीएसई लिक्विड रेट इंडेक्स के प्रदर्शन से मेल खाए। हालांकि, स्कीम के रिटर्न गारंटीशुदा नहीं होंगे और इसमें कुछ ट्रैकिंग एरर हो सकते हैं।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल बीएसई लिक्विड रेट ईटीएफ के यूनिट्स को बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) पर लिस्ट किया जाएगा। निवेशक स्टॉक एक्सचेंज के सभी ट्रेडिंग दिनों में इस स्कीम के यूनिट्स को खरीद या बेच सकते हैं। न्यूनतम 1 यूनिट की खरीद-बिक्री संभव होगी।
मार्केट मेकर्स और अन्य योग्य निवेशक सीधे एएमसी (AMC) से यूनिट्स को खरीद या बेच सकते हैं। इसके लिए न्यूनतम आवेदन राशि से जुड़े मानकों का पालन करना होगा।
ICICI Pru MF: बेंचमार्क
इस स्कीम के प्रदर्शन की तुलना बीएसई लिक्विड रेट इंडेक्स से की जाएगी, क्योंकि यह इस तरह की ईटीएफ स्कीम के लिए सबसे उपयुक्त बेंचमार्क है।
NAV डिस्क्लोजर:
एएमसी पहले 5 बिजनेस दिनों के भीतर इस स्कीम का पहला एनएवी घोषित करेगा। इसके बाद, हर बिजनेस डे के अंत में एनएवी तय किया जाएगा और विशेष परिस्थितियों को छोड़कर रोज़ाना घोषित किया जाएगा।
एनएवी की उपलब्धता:
एग्जिट लोड पर कोई शुल्क नहीं
ICICI प्रूडेंशियल BSE लिक्विड रेट ETF में निवेशकों को सेकेंडरी मार्केट (BSE/NSE) के जरिए यूनिट बेचने पर कोई एग्जिट लोड नहीं देना होगा। हालांकि, स्टॉक एक्सचेंज पर यूनिट की बिक्री के दौरान लगने वाला ब्रोकरेज चार्ज निवेशकों को ही वहन करना होगा।
बड़ी राशि पर सीधे फंड से रिडेम्प्शन की सुविधा
योग्य निवेशक (Eligible Investors) फंड या AMC से सीधे यूनिट्स को रिडीम कर सकते हैं, बशर्ते कि उनका निवेश ‘क्रिएशन यूनिट साइज’ के तहत हो। वर्तमान में इस प्रक्रिया पर कोई एग्जिट लोड लागू नहीं है, लेकिन क्रिएशन या रिडेम्प्शन के दौरान ट्रांजैक्शन कॉस्ट और अन्य खर्चे (कैश कंपोनेंट का हिस्सा) निवेशकों को ही वहन करने होंगे।
न्यूनतम निवेश राशि:
बड़े निवेशकों के लिए अलग नियम:
रिडेम्प्शन की न्यूनतम राशि:
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यह स्कीम अपने फंड को अलग-अलग फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट्स में इन्वेस्ट कर सकती है। इन्वेस्टमेंट की प्लानिंग इकोनॉमिक कंडीशंस, इंटरेस्ट रेट्स, लिक्विडिटी और दूसरे जरूरी फैक्टर्स को ध्यान में रखकर की जाएगी। स्कीम मुख्य रूप से इन जगहों पर इन्वेस्ट करेगी:
स्कीम रिस्क को कम करने के लिए अलग-अलग इन्वेस्टमेंट ऑप्शंस का इस्तेमाल करेगी। इसमें लिस्टेड, अनलिस्टेड, प्राइवेट प्लेसमेंट, सिक्योर्ड, अनसिक्योर्ड, रेटेड और अनरेटेड सभी तरह के सिक्योरिटीज शामिल हो सकते हैं।
इन्वेस्टमेंट करने के तरीके:
इसके अलावा, स्कीम अपने पोर्टफोलियो में शामिल सिक्योरिटीज पर रिपर्चेज और रिवर्स रिपर्चेज ट्रांजैक्शन भी कर सकती है, जो रेगुलेटरी गाइडलाइंस के तहत होगा।
स्कीम के अंदर इंटर-स्कीम ट्रांसफर भी किया जा सकता है, जो मास्टर सर्कुलर के नियमों के अनुसार होगा।
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जानें फंड मैनेजर के बारे में-
इस स्कीम को Darshil Dedhia और Nikhil Kabra मैनेज करेंगे।
ध्यान दें: ICICI Pru के NFO में निवेश करने से पहले अपनी जोखिम क्षमता, निवेश अवधि और वित्तीय लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए सही योजना का चुनाव करें। उपरोक्त NFOs से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए AMFI की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें।